भारत ने मालदीव से अपने सारे सैनिकों को वापस बुला लिया है। आज आखिरी जत्था भी मालदीव से नई दिल्ली आ गया। मालदीव के अनुसार माले में कुल 89 भारतीय सैनिकों की मौजूदगी थी। राष्ट्रपति मुइज्जू ने इन्हें स्वदेश वापसी के लिए भारत से आग्रह किया था। अब सभी भारतीय सैनिक वापस आ गए हैं।
ब्रिटेन से हैरान करने वाली खबर आई है...खबर भारत और पाकिस्तान के बारे में है... और छापी ब्रिटेन के अखवार ने है....ब्रिटेन के बड़े न्यूज पेपर दि गार्डियन ने दावा किया है कि पुलवामा अटैक के बाद नरेन्द्र मोदी की सरकार ने नीति बदल दी है....मोदी सरकार ने एजेंसियों को भारत के बाहर दूसरे देशों में बैठे आतंक
होआकिप जम्मू-कश्मीर सेक्टर में तैनात हैं और वर्तमान में वह छुट्टी पर हैं। वह सात नवंबर को मणिपुर के कांगपोकपी जिले के कांगचुप चिंगखोंग गांव में हुए हमले में बच गए थे। इस दौरान परिवार लीमाखोंग जा रहा था।
अब प्रधानमंत्री मोदी की कतर यात्रा से दोनों पक्षों को उच्चतम स्तर पर जुड़ने और द्विपक्षीय संबंधों को नई गति प्रदान करने का अवसर मिलेगा। नवंबर, 2008 में तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह की यात्रा के बाद जून 2016 में मोदी की पहली कतर यात्रा भारत की ओर से इस देश की दूसरी उच्चस्तरीय यात्रा थी।
देश की राजधानी दिल्ली में एक साथ 2 हजार बाइकर्स सड़कों पर नजर आए। इस दौरान उन्होंने भारतीय सेना के सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही लड़कियों की सुरक्षा और उनकी शिक्षा को लेकर एक जागरुकता का संदेश भी दिया।
China Galwan Valley Clash: चीन ने सीपीसी की बैठक से पहले गलवान घाटी की झड़प का वीडियो चलाया है। इसमें चीनी सैनिक की फबाओ भारतीय सैनिकों के साथ झड़प में घायल हो गया था।
भारतीय सुरक्षाबलों ने बीती रात सर्चिंग अभियान चलाया। इस दौरान कश्मीर में 3 मुठभेड़ों में 4 आतंकवादी मारे गए हैं। पुलवामा में 2, गांदरबल और हंदवाड़ा में एक-एक आतंकी को ढेर कर दिया है।
देश के जवानों के साथ नरेंद्र मोदी का ये कनेक्शन पिछले 7 सालों से नहीं पिछले दो दशकों से ज्यादा समय से लगातार दिख रहा है। इससे पहले भी मोदी अक्सर जवानों के बीच जाते रहे हैं।
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने लेह पहुंचकर सैनिकों से मुलाकात की। आर्मी चीफ ने उन घायल सैनिकों से भी मुलाकात की जो LAC पर चीन के साथ हुई झड़प में घायल हो गए थे।
15 जून को, 1967 के बाद से भारत-चीन सीमा पर सबसे भीषण हिंसा ने 20 भारतीय सैनिकों ने अपने जीवन का बलिदान कर किया। यह टकराव गलवान घाटी में हुआ, जो 1962 से संघर्ष का स्थल नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद कर्नल (रिटायर्ड) राज्यवर्धन सिंह राठौर ने आरोप लगाया है कि राजस्थान प्रशासन गलवान घाटी में घायल हुए सिपाही सुरेंद्र सिंह के पिता पर दबाव बना रहा है।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीन द्वारा जबरन रोके गए 10 भारतीय जवानों को चीनी सेना ने गुरुवार को छोड़ दिया है। इसमें सेना के 4 अधिकारी भी शामिल हैं।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी सेना की आक्रामकता की निंदा करते हुए चीनी सामनों के बहिष्कार का आह्वान किया है।
चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने सोमवार रात लगभग 120 भारतीय सैनिकों (करीबन एक पूरी कंपनी) को घेर लिया और उन पर कपटपूर्ण तरीके से बर्बरतापूर्ण हमले किए।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के विरोध में, पूर्व सैनिकों का एक समूह बुधवार को यहां चीनी दूतावास के पास एकत्र हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 100 वर्ष पूर्व प्रथम विश्व युद्ध में लड़ने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
इतिहास में दर्ज घटनाओं के मुताबिक 1914 से शुरू हुए प्रथम विश्व युद्ध के दौरान 10 लाख से ज्यादा भारतीय सैनिकों ने हिस्सा लिया था जिसमें से 75000 से ज्यादा सैनिक शहीद हुए थे
This is how Indian soldiers at the border celebrate Diwali
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में तीनों सेनाओं के कमान के साथ दिवाली मनाएंगी
सिक्किम में सीमा को लेकर भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच चीन ने तिब्बत में एक टैंक का परीक्षण किया है। चीन का यह टैंक 35 टन वजनी है और यह कई अत्याधुनिक हथियारों से लैस है।
संपादक की पसंद