इंडियन रेलवे ट्रेन में सीट फुल होने के बाद भी रेलवे कम से कम 200 से लेकर 300 यात्रियों को वेटिंग टिकट (Waiting Ticket) देता है। वेटिंग टिकट इसलिए दिया जाता है ताकि अगर कंफर्म टिकट वाला यात्री टिकट कैंसिल करे तो ट्रेन की सीट खाली न जाए और वेटिंग वाले पैसेंजर को जगह मिल जाए।
आपने कभी सोचा है कि जब ट्रेन बिजली से चलती है तो लोगों को उसके अंदर बैठकर करंट क्यों नहीं लगता। अगर आपको नहीं पता है तो कोई बात नहीं, आज हम आपको इस खबर के जरिए इस बात की जानकारी देंगे।
रेल में सफर करते समय ट्रैक के पास लगे सिल्वर बॉक्स को तो हर किसी ने देखा होगा लेकिन इनके बारे में जानकारी लोगों को न के बराबर होती है। ये बॉक्स एल्युमिनियम के बने होते हैं और इसमें कुछ नंबर भी लिखे जाते हैं। रेल के सुरक्षित सफर के लिए ये एल्युमिनियम के बॉक्स बहुत जरूरी होते हैं।
IRCTC AI service Chatbot Ask Disha: IRCTC के AI चैटबॉट Ask disha से बोलकर टिकट की बुकिंग कर सकते हैं। जिस तरह से लोग अलेक्सा, गूगल असिस्टेंट या फिर सिरी को कमांड देकर किसी भी तरह की जानकारी ले पाते हैं इसी प्रकार IRCTC का AI चैटबॉट AskDdisha भी काम करता है।
सोशल मीडिया पर एक बहुत ही मजेदार वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें दो लड़के पटना जंक्शन पर चली अश्लील वीडियो को लेकर मजाक बना रहे हैं।
आपको बता दें कि टोकन एक्सचेंज सिस्टम को लागून करने का मकसद ट्रेन को सुरक्षित अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचाना था,यानी इसका काम ट्रेनों का ठीक और सुरक्षित संचालन करना था। अंग्रेजों के दौर में ट्रैक सर्किट नहीं होता था ऐसे में टोकन एक्सचेंज के जरिए ही ट्रेन को सुरक्षित उसके गंतव्य तक पहुंचाया जाता था।
पटना जंक्शन के बाद अब भागलपुर स्टेशन के बाहर लगे इलेक्ट्रिक बोर्ड पर अश्लील विज्ञापन चल गया। लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया जो कि अब खूब वायरल हो रहा है।
what is difference between train coach and bogie: क्या आपने कभी सोचा है कि रेल में बोगी और कोच एक ही हैं या अलग-अलग? अगर अलग हैं तो इनमें क्या अंतर है? आज हम आपको इस खबर के जरिए रेल के कोच और बोगी में अंतर बताएंगे।
अगर आपका टिकट राजधानी, शताब्दी या दुरंतो जैसी ट्रेनों में है और अगर ये ट्रेने 2 घंटे से अधिक देरी से चलती हैं तो रेलवे यात्रियों को मुफ्त में भोजन मुहैयार कराती है।
What is the meaning of W/L board on railway track: ट्रेन से सफर के दौरान आपने रेलवे लाइन के किनारे सी/फा और W/L लिखा देखा ही होगा। लेकिन कभी इस बात पर गौर किया है कि ये किस बात की तरफ इशारा करता है। ये रेलवे साइन किस बात को दर्शाता है? आज हम आपको इस खबर के जरिए रेलवे पटरी किनारे बने सी/फा और W/L बारे में बताएंगे।
भारतीय रेलवे ने ऐलान किया है कि गर्मी की छुट्टी में 217 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी, जो पूरे 4010 चक्कर लगाएंगी। यह समर स्पेशल ट्रेनें उत्तर रेलवे, मध्य रेलेवे समेत सभी जोन में चलाई जाएंगी।
मुंबई से गोवा के बीच तेजस एक्सप्रेस में सफर करनेवालों यात्रियों को अब एक और विस्टाडोम कोच की सुविधा मिलेगी। इस ट्रेन में पिछले साल सितंबर में पहला विस्टाडोम कोच लगाया गया था। अब दो विस्टाडोम कोच के साथ यह ट्रेन चलेगी।
गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर एक इंजीनियर यात्री को कुछ TTE मिलकर पीट रहे हैं। इंजीनियर के पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
भारतीय ट्रेन से रोजाना लाखों लोग सफर करते हैं। ऐसे में आपके मन में कई सवाल आते ही हैं। ऐसे ही एक सवाल है कि किस ट्रेन को कौन से प्लेटफार्म पर लेना है? पढ़ें इसका जवाब
धुआं निकलता देख सभी यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस कारण ट्रेन को कवाली रेलवे स्टेशन के पास करीब 20 मिनट तक रोकना पड़ा जिस कारण यात्रियों को थोड़े विलंब का भी सामना करना पड़ा है।
महाराष्ट्र में एक अनोखा रेलवे स्टेशन है जिसके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे। यहां टिकट की खिड़की महाराष्ट्र में है तो वहीं आपको टिकट गुजरात में मिलता है। जानिए इसके बारे में-
आपने कई बार देखा होगा कि रेलवे स्टेशन पर लोग ब्रिज का इस्तेमाल नहीं करते हैं। वे बड़ी आसानी से रेलवे ट्रैक पार कर दूसरे प्लेटफॉर्म पर चले जाते हैं। यह सबसे बड़ी लापरवाही होती है।
भारतीय रेलवे देश की शान है। ये रोजाना लाखों लोगों को उनके यथास्थान पहुंचाती है। रेलवे से जुड़े कई सवाल लोगों के मन में आते हैं जैसे यदि आप ट्रेन से स्टेशन पर रात 2 बजे उतरते हैं और सुबह तक रुकते हैं तो क्या प्लेटफॉर्म टिकट लेना होगा? आइए जानते हैं इसका जवाब..
रेल से सफर के दौरान एक व्यक्ति कितना सामान ले जा सकता है, क्या आपको इस बात की जानकारी है? अगर नहीं, तो कोई बात नहीं- आज हम आपको इस खबर के जरिए इस बात की जानकारी देंगे।
ट्रेनों में यात्रा करते समय अक्सर यात्री शिकायत करते हैं कि उन्हें मिलने वाला कंबल, तकिया और तौलिया धुला हुआ नहीं है या उनमें से बदबू आ रही है। लेकिन अब यात्री यह जान सकेंगे कि आखिरी बार उन्हें मिलने वाले कंबल, तकिया और तौलिया को कब धोया गया था।
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