भारतीय नौसेना अपने आपको लगातार अपडेट करती जा रही है। हिंद महासागर में मिलने वाली चुनौतियों के बीच नौसेना अब अपने विशेष बल में पहली बार महिलाओं को शामिल करेंगी। ये महिलाएं कमांडो बनेंगी। जानिए इस बारे में पूरी डिटेल।
Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती हो रही है। इसकी पहली रिपोर्ट आ गई है। जिसमें पता चला है कि करीब 3000 अग्निवीरों को शामिल किया गया है, जिसमें 341 महिलाएं हैं।
Prasthan Security Exercise: साल में दो बार प्रस्थान नाम के अभ्यास का आयोजन किया जाता है। इसके पीछे का उद्देश्य ऑफशोर सपंत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना होता है। जिसमें विभिन्न खतरे शामिल किए जाते हैं।
इंडियन नेवी में जाने का सपना देख रहे युवाओं के लिए बड़ी खबर। नेवी ने भर्ती का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। योग्य अभ्यर्थी इंडियन नेवी के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए यहां पढ़ें।
Sarkari Naukri: इंडियन नेवी ने एसएससी ऑफिसर पदों के लिए भर्ती निकाली है। कुल पदों की संख्या 212 हैं। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आज से इंडियन नेवी की वेबसाइट पर शुरू होगी। इच्छुक उम्मीदवार नेवी की वेबसाइट joinindiannavy.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
Indian Navy: रक्षा के क्षेत्र में भारत की धमक लगातार दुनिया में यूं ही नहीं बढ़ रही, बल्कि इसके पीछे प्रधानमंत्री मोदी का मजबूत नेतृत्व और देश के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों व सेना के जवानों का अभूतपूर्व प्रयास भी है। तभी तो मेक इन इंडिया का मंत्र अब नित सफलता के नये-नये आयाम गढ़ रहा है।
Warship Taragiri: भारतीय नौसेना में शामिल हो रहा तारागिरी जहाज 3510 टन वजनी है। तारागिरी 149 मीटर लंबा और 17.8 मीटर चौड़ा है और यह दो गैस टर्बाइन व दो मुख्य डीजल इंजनों के मेल से संचालित किया जाएगा।
2 सितंबर 2002 को भारत उन चुनिंदा देशों के क्लब में शामिल हो गया जो कि विमान वाहक बनाने की क्षमता रखते हैं। यह कामयाबी देश में आईएनएस विक्रांत के निर्माण से मिली है।
Chhatrapati Shivaji Maharaj'Navy: शुक्रवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौसेना को INS VIKRANT सौंप दिया। इसी के साथ भारतीय नौसेना को एक आधुनिक एयरक्रॉफ्ट मिल भी गई। इसकी सबसे खास बात है कि ये मेड इन इंडिया है यानी पूरी स्वदेशी एयरक्रॉफ्ट करियर है।
Indian Navy New Flag: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को भारत के पहले स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का जलावतरण किया। इसके साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों की फेहरिस्त में शामिल हो गया है, जिनके पास ऐसे बड़े युद्धपोतों के निर्माण की घरेलू क्षमताएं हैं
INS Vikranta Vs american vs chinese warship: दुनिया के सबसे खतरनाक माने जाने वाले युद्धपोतों में शामिल आइएनएस विक्रांत भारतीय नौसेना में अब शामिल कर लिया गया है। इससे देश की समुद्री ताकत कई गुना बढ़ गई है। भारत थल और नभ के साथ ही अब जल में भी दुश्मनों को तबाह करने का यह सबसे खतरनाक युद्धपोत तैयार कर लिया है।
INS Vikrant: विक्रांत के सेवा में आने से भारत अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, चीन और फ्रांस जैसे उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो जाएगा, जिनके पास स्वदेशी रूप से डिजाइन करने और एक विमान वाहक बनाने की क्षमता है, जो भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल का एक वास्तविक प्रमाण होगा।
Indian Nevy: भारतीय नौसेना पहली बार एक प्राइवेट कंपनी द्वारा निर्मित 100 प्रतिशत स्वदेशी 30 मिमी हाई विस्फोटक बंदूक गोला बारूद का उपयोग करेगी।
VL-SRSAM प्रणाली को डीआरडीओ द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है। इस मिसाइल में समुद्री-स्किमिंग लक्ष्यों सहित निकट सीमा पर विभिन्न हवाई खतरों को बेअसर करने की क्षमता है।
Indian Navy SSR Vacancy 2022: ये भर्ती अग्निवीरों (Agniveer Bharti) के पदों के लिए होगी। जो कैंडीडेट्स इन पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वह मान्यता प्राप्त संस्थान से 10वीं या 12वीं पास होना चाहिए।
Indian Navy Agniveer Recruitment 2022: अग्निपथ भर्ती योजना के तहत नौसेना ने शुक्रवार, 01 जुलाई से एप्लिकेशन प्रोसेस शुरू कर दी है। इच्छुक और योग्य कैंडिडेट ऑफिशियल वेबसाइट joinindiannavy.gov.in पर जाकर इन पदों के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
DRDO Missile Test: भारत ने शुक्रवार को ओडिशा के तट पर एकीकृत परीक्षण क्षेत्र, चांदीपुर से जमीन से हवा में मार करने वाली (VL-SRSAM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
Indian Navy: रिटायर हुए भारतीय नौसैनिकों के लिए इंडियन नेवी ने नौवहन महानिदेशालय के साथ एक MOU साइन किया है। इससे रिटायर नौसैनिक मर्चेंट नेवी में कुछ जरूरी प्रमाण देकर आसानी से प्रवेश कर सकेंगे।
Tour of Duty Agnipath Scheme : चार साल की नौकरी के बाद ज्यादातर अग्निवीर रिटायर हो जाएंगे और ऐसे अग्निवीरों को केंद्रीय सशत्र बलों की नौकरी में प्राथमिकता मिलेगी।
मोदी सरकार ने अपने 8 साल के कार्यकाल के दौरान सेनाओं को लेकर कई बड़े फैसले लिए। फिर चाहें वो रणनीतिक फैसले हों या CDS की नियुक्ति या फिर डिफेंस कॉरिडोर। केंद्र के इन फैसलों ने सेना को काफी मजबूत किया।
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