केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि थलसेना में 16,758, नौसेना में 1,365 और वायुसेना में 716 कोरोना वायरस के मामले पाए गए है।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने गुरुवार को कहा, ''जो सैनिक फ्रंटलाइन पर तैनात हैं, हमारे विमान को उड़ा रहे हैं, समुद्र में हमारे जहाजों पर तैनात हैं, उनमें से कोई भी कोरोना वायरस से प्रभावित नहीं हुआ है।''
पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में बीते 15 जून को हुई हिंसक झड़प के बाद भारतीय नौसेना ने बड़ा कदम उठाते हुए दक्षिण चीन सागर में अपना एक फ्रंटलाइन वॉरशिप (जंगी जहाज) तैनात कर दिया है।
भारतीय नौसेना के शीर्ष कमांडर बुधवार (19 अगस्त) से शुरू होने वाले तीन दिवसीय सम्मेलन में क्षेत्र में उभरती समुद्री सुरक्षा संरचना और पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा गतिरोध पर व्यापक विचार-विमर्श करेंगे।
अधिकारियों ने कहा कि पिछले 100 दिनों में नौसेना को उत्तर में लद्दाख से दक्षिण में मॉरिशस तक और पश्चिम में लाल सागर से पूर्व में मलक्का स्ट्रेट तक संचालन करते देखा गया है।
भारतीय नौसेना ने ईस्टर लद्दाख बॉर्डर पर अपने Mig29K और P8I विमानों को एलएसी पर तैनात कर दिया हैं।
संसाधन संपन्न क्षेत्र में चीन की नौसेना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और फ्रांस की नौसेनाओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपने आपसी सहयोग को गहरा किया है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के साथ-साथ भारतीय नौसेना, भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना के प्रमुखों के साथ अभी के हालात को लेकर सिक्योरिटी मीटिंग करेंगे। इसमें लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल समेत कई मुद्दों खासतौर पर चीन को लेकर बातचीत होगी।
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ तल्ख सीमा गतिरोध की पृष्ठभूमि में भारतीय नौसेना ने अपने निगरानी अभियानों में वृद्धि करते हुए हिंद महासागर क्षेत्र में परिचालन तैनाती को बढ़ा दिया है।
पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच झड़प के मद्देनजर चीन के साथ लगी करीब 3,500 किलोमीटर की सीमा पर भारतीय थल सेना और वायु सेना के अग्रिम मोर्चे पर स्थित ठिकानों को बुधवार को हाई अलर्ट कर दिया गया।
कोरोना वायरस के कारण दुनिया के बदले हालातों के बीच भारतीयों को विदेशों से स्वदेश वापस लाने के लिए भारत के प्रयासों के तहत भारतीय नौसेना ने "समुद्र सेतु" अभियान शुरू किया है।
देश में लगातार कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। देश की तीनों सेनाओं में भी कोरोना वायरस के केस मिले हैं।
भारत ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण मालदीव और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिये नौसेना के तीन पोत भेजे हैं।
देश में सशस्त्र बलों में कोरोना वायरस के संक्रमण का पहला बड़ा मामला शनिवार को सामने आया। भारतीय नौसेना के कम से कम 26 जवानों में संक्रमण की पुष्टि हुई।
सेना के सूत्रों ने बताया कि संक्रमित नौसैन्यकर्मियों की संख्या 26 है। लेकिन नौसेना ने सुबह एक बयान में संक्रमितों की संख्या 21 बताई थी। बढ़ी हुई संख्या के संबंध में अभी पता चला नहीं चल सका है।
अमेरिका में भी नौसेना कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रही है। भारतीय सेना के लिए यह खतरे की घंटी है।
नौसेना में पुरुष और महिला अधिकारियों के साथ समान व्यवहार किए जाने की बात पर जोर देते हुए उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को बल में महिला अधिकारियों के लिए स्थायी कमीशन को मंजूरी दे दी।
भारतीय नौसेना ने एक जासूसी रैकेट का इस महीने पर्दाफाश होने के बाद अपने कर्मियों पर नौसैन्य प्रतिष्ठानों में स्मार्टफोन एवं सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है।
मोदी सरकार ने आज एक क्रांतिकारी फैसला लिया है। सरकार ने देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) का ऐलान किया है। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत देश के पहले सीडीएस बनाए गए हैं।
भारतीय सैनिकों द्वारा सोशल मीडिया पर खुफिया जानकारी लीक करने की खबरों के बीच भारतीय नौ सेना ने बड़ा कदम उठाया है।
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