Friday, November 22, 2024
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आज ही के दिन शुरू हुई थी पहले लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया, खत्म होने में बदल गया था साल

आज ही के दिन शुरू हुई थी पहले लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया, खत्म होने में बदल गया था साल

राष्ट्रीय | Oct 25, 2024, 02:01 PM IST

देश के पहले लोकसभा चुनाव में 17 करोड़ से अधिक भारतीय मतदाताओं ने भाग लिया और उन्होंने अंग्रेजों के इस अनुमान को गलत साबित कर दिया कि भारतीय समाज लोकतंत्र का दायित्व नहीं निभा पाएगा। आज हम आपको आजाद भारत के पहले संसदीय चुनाव से जुड़ी कुछ रोचक बाते बताते हैं।

यूं ही नहीं बनता कोई भगत सिंह, अंग्रेजों ने तय तारीख से एक दिन पहले दी फांसी, पढ़ें उनके विचार

यूं ही नहीं बनता कोई भगत सिंह, अंग्रेजों ने तय तारीख से एक दिन पहले दी फांसी, पढ़ें उनके विचार

राष्ट्रीय | Sep 28, 2023, 08:32 AM IST

आज भगत सिंह की जयंती है। आज हम आपको उनके बारे में कुछ ऐसी बातें बताने वाले हैं जो आपको चौंका देंगे। जानकारी के लिए बता दें कि भगत सिंह को तय तारीख से पहले ही फांसी दे दी गई थी। इस दौरान अंग्रेजों में डर का माहौल था।

21 मार्च लोकतंत्र की जीत का दिन है, 1977 में आज ही के दिन आपातकाल (Emergency) का हुआ था खात्मा

21 मार्च लोकतंत्र की जीत का दिन है, 1977 में आज ही के दिन आपातकाल (Emergency) का हुआ था खात्मा

राष्ट्रीय | Mar 21, 2022, 11:40 AM IST

आपातकाल में जिस तरह से लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन किया गया था, उसे भारत में लोकतंत्र की हत्या की तरह देखा गया। इसका जवाब लोगों ने चुनाव में इंदिरा गांधी और संजय गांधी को हराकर दिया था। 

4 अप्रैल: रानी लक्ष्मी बाई को अंग्रेजों से लोहा लेने के बाद मुश्किल हालात में छोड़नी पड़ी झांसी

4 अप्रैल: रानी लक्ष्मी बाई को अंग्रेजों से लोहा लेने के बाद मुश्किल हालात में छोड़नी पड़ी झांसी

राष्ट्रीय | Apr 04, 2021, 12:19 PM IST

इतिहास में चार अप्रैल का दिन युद्ध की दो बड़ी घटनाओं के साथ जुड़ा है। 1858 में चार अप्रैल के दिन अंग्रेजी सेना के खिलाफ भीषण संघर्ष के बाद झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को झांसी को छोड़ना पड़ा था।

जब हाथ में गीता लिए फांसी के फंदे पर झूल गया था ये क्रांतिकारी, 18 साल थी उम्र

जब हाथ में गीता लिए फांसी के फंदे पर झूल गया था ये क्रांतिकारी, 18 साल थी उम्र

राष्ट्रीय | Aug 11, 2020, 12:49 PM IST

देश की आजादी की लड़ाई में कुछ नौजवानों का बलिदान इतना उद्वेलित करने वाला था कि उसने पूरे देश में स्वतंत्रता संग्राम का रूख बदलकर रख दिया इनमें एक नाम खुदीराम बोस का है, जिन्हें 11 अगस्त 1908 को फांसी दे दी गई।

अमित शाह बोले- वीर सावरकर न होते तो 1857 की क्रांति इतिहास नहीं बनती

अमित शाह बोले- वीर सावरकर न होते तो 1857 की क्रांति इतिहास नहीं बनती

राजनीति | Oct 17, 2019, 03:52 PM IST

भारत के दृष्टिकोण से इतिहास के पुनर्लेखन पर जोर देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि वीर सावरकर न होते तो 1857 की क्रांति इतिहास न बनती और उसे भी हम अंग्रेजों की दृष्टि से ही देखते...

जिन लोगों ने हमें लूटा और धोखा दिया, उनके बारे में पढ़ाया जाता है कि वे महान हैं: उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू

जिन लोगों ने हमें लूटा और धोखा दिया, उनके बारे में पढ़ाया जाता है कि वे महान हैं: उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू

राष्ट्रीय | Sep 26, 2019, 12:43 PM IST

उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि भारत के इतिहास के साथ बहुत ज्यादा छेड़छाड़ हुई है

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