बांग्लादेश में भीषण हिंसा और अराजकता के बीच भारतीय उच्चायोग के सामने कठिन चुनौतियां हैं। इसके बावजूद भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उच्चायोग के राजनियक रात-दिन काम कर रहे हैं। हालांकि गैर जरूरी सेवाओं में कार्यरत कर्मचारी स्वदेश लौट आए हैं।
स्काॅटलैंड में भारतीय उच्चायुक्त को गुरुद्वारे में जाने से रोका
स्कॉटलैंड के ग्लासगो में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा भारतीय उच्चायुक्त को गुरुद्वारे में घुसने नहीं दिया गया है। इस बाबत एक खालिस्तानी समर्थक ने कैमरे पर कहा कि भारतीयों के साथ ऐसा ही होना चाहिए। बता दें कि इस दौरान खालिस्तानी समर्थक ने जबरदस्ती करने का भी प्रयास किया था।
कनाडा में खालिस्तानियों द्वारा बवाल मचाने की कोशिशों की खबरों के बीच स्कॉटलैंड में सिख कट्टरपंथियों द्वारा भारतीय उच्चायुक्त के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है।
पाकिस्तान में हिरासत में लिए गए भारतीय उच्चायोग के दो अधिकारियों को रिहा कर दिया गया है।
अनुभवी राजनयिक अजय बिसारिया को शुक्रवार को कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त नियुक्त किया गया। यह पद भारत-कनाडा संबंधों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गुरुवार को बड़े उत्साह के साथ परिसर के अंदर तिरंगा फहराया गया। जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने के बाद पाकिस्तान से निष्कासित मौजूदा भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने कहा, "भारतीय उच्चायोग में झंडा फहराता रहेगा।"
पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने कई पाकिस्तानी लोगों को उनके द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में भाग लेने की कोशिश पर परेशान किए जाने व कार्यक्रम स्थल छोड़कर चले जाने के लिए मजबूर किए जाने के बाद सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी है।
पूर्व आर्मी चीफ जनरल (रि.) दलबीर सिंह सुहाग को सेशेल्स में भारत का उच्चायुक्त नियुक्त किया गया है। बता दें कि सुहाग जुलाई, 2014 से दिसंबर, 2016 तक सेना प्रमुख रह चुके हैं।
पाकिस्तान के खिलाफ किस तरह के राजनयिक कदम उठाये जा सकते हैं, इसको लेकर अजय बिसरिया से चर्चा की जाएगी
पिछले दो महीने में ये दूसरा मौका है जब भारतीय उच्चायुक्त के साथ पाकिस्तान में बदसलूकी करते हुए उन्हें पंजा साहिब जाने से रोका गया है।
विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि शराब कारोबारी विजय माल्या का नाम लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग की आमंत्रित व्यक्तियों की सूची में नहीं था
संपादक की पसंद