भारत की स्टार महिला फुटबॉलर बाला देवी कोविड-19 से प्रभावित बाल मजदूरों के लिए पैसा जुटाने की पहल से जुड़ी हैं। गैर सरकारी संगठन क्राई (चाइल्ड राइट्स एंड यू) ने 30 साल की इस स्ट्राइकर को अपने साथ जोड़ा है।
भारत की अंडर-16 टीम के मुख्य कोच बिबियानो फर्नांडेज एएफसी अंडर-16 चैम्पियनशिप में मुश्किल ड्रॉ निकलने के बाद भी काफी सकारात्मक हैं।
भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा कि भारत को एशियाई देशों में शीर्ष दस में जगह बनाने को लक्ष्य लेकर चलना चाहिए और इसे वास्तविकता में बदलने के लिये युवा खिलाड़ियों को आगे आना होगा।
इस साल होने वाले AFC U-16 चैंपियनशिप के लिए भारतीय फुटबॉल टीम को कोरिया गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया और उज्बेकिस्तान जैसी मजबूत टीमों के साथ ग्रुप-सी में रखा गया है।
तीन बार एआईएफएफ प्लयर्स आफ द ईयर रहे विजयन को देश के सबसे कुशल फुटबॉलरों में से एक माना जाता है।
स्टिमाक ने कहा कि छेत्री हमेशा कड़ी मेहनत करते हैं और ट्रेनिंग सत्र के दौरान अतिरिक्त पसीना बहाते हैं जो युवा खिलाड़ियों को उनके नक्शेकदम पर चलने के लिए प्रोत्साहित करता है।
साल 2005 में आज ही के दिन सुनील छेत्री ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में अपने इंटरनेशनल फुटबॉल के सफर का आगाज किया था और आज के समय में वह भारतीय फुटबॉल के सबसे बड़े दूत बन चुके हैं।
छेत्री शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में 15 साल पूरे कर लेंगे। उन्होंने 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ क्वेटा में एक दोस्ताना मैच के जरिये अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में पदार्पण किया था।
भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कोच सुखविंदर सिंह ने कहा कि सुनील छेत्री उनकी पहली पसंद नहीं थे और टीम के मौजूदा कप्तान को लेकर उनके मन में शंका थी।
भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व डिफेंडर और मोहन बागान के महान खिलाड़ियों में शुमार सुब्रत भट्टाचार्य ने सोमवार को कहा है कि उन्होंने सुनील छेत्री में जो पहली चीज देखी थी वो उनकी सीखने की ललक थी।
झिंगन ने एआईएफएफ टीवी से बातचीत में कहा, ‘‘यह मेरे करियर का शुरुआती दौर था। मैं तब किसी क्लब से जुड़ना चाहता था और मैंने कोलकाता में कई क्लबों के लिये ट्रायल्स दिया। इनमें दूसरी और तीसरी डिवीजन के क्लब भी थे। लेकिन सभी ने मुझे ठुकरा दिया था। ’’
संदेश झिंगन ने कहा कि उन्हें पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की उस बात से प्रेरणा मिलती है जिसमें मास्टर ब्लास्टर ने छठे प्रयास में विश्व कप जीतने का जिक्र किया था।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर अगली सूचना तक घरेलू सत्र की शुरुआत को टालने का फैसला किया।
जर्मनी की फुटबॉल लीग बुंदेसलीगा की शुरुआत बिना दर्शकों के खाली स्टेडियमों में से हो चुकी है। इसी तरह इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) और स्पेनिश लीग भी वापसी पर काम कर रही हैं।
भारत के जाने माने फुटबॉलर चक्रवात अम्फान से प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे गए हैं। प्रभावित लोगों की मदद के लिए 38 फुटबॉलर आगे आए हैं।
अम्फान ने 20 मई को कोलकाता और पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों में तबाही मचायी जिसमें कम से कम 80 लोगों की मौत हो गयी।
भारतीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमक मानते हैं कि कोविड-19 महामारी के कारण उनकी योजनाओं पर पानी फिर गया है।
झिंगन केरला ब्लास्टर्स के कप्तान भी रह चुके हैं। उन्होंने ब्लास्टर्स में रहकर ही अपना नाम किया है, लेकिन अब उन्होंने क्लब को छोड़ने का फैसला किया है।
केरला ब्लास्टर्स इस समय वित्तीय कठिनाइयों के दौर से गुजर रहा है और उसने अपने कई खिलाड़ियों के वेतन में कटौती करने का फैसला किया है।
भारत के फुटबॉल क्लब ईस्ट बंगाल के कई विदेशी खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ, जो अभी भी भारत में ही हैं, को 31 मई के बाद अलग रहने की व्यवस्था देखनी होगी।
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