नोटबंदी के कदम से देश में काले धन के पैदा होने पर खास असर नहीं पड़ेगा। भारत जैसे बड़े मुल्क को कैशलेस सोसाइटी बनने में कम से कम पांच साल लगेंगे: एसोचैम
तेजी से हो रहे सुधार को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उम्मीद जताई है कि 2040 तक भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार मौजूदा स्थिति से 5 गुना बड़ा होगा।
वित्त मंत्री ने इन आशंकाओं को खारिज किया कि नोटबंदी से भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचेगा, उन्होंने जीएसटी और नोटबंदी को तस्वीर बदलने वाला बताया।
बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच (बोफा-एमएल) ने शोध रिपोर्ट में कहा कि वृद्धि के अनुमान को 2016-17 में 0.50 प्रतिशत कटौती कर 6.9 प्रतिशत कर दिया है।
दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) के दौरान GDP ग्रोथ दर 7.3 प्रतिशत रही है। इससे पहले चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 7.1 प्रतिशत रही थी।
देश के विभिन्न राज्यों में चल रही 273 इंफ्रा प्रोजेक्ट की लागत में 1.77 लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि100 अरब डाॅलर से अधिक कारोबार वाले इस समूह के ताजा घटनाक्रम का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ सकता है।
भारत अपनी मजबूत ग्रोथ दर के साथ आज दुनिया की सबसे उदार अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो चुका है। पिछले दो साल में हमने कई उल्लेखनीय सुधारवादी कदम उठाए हैं।
आतंकवाद को आर्थिक स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा करार देते हुए वित्त मंत्रालय ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से ग्रोथ को बल मिलेगा।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने ग्लोबल कॉम्पिटिटिव इंडेक्स जारी की है। इसमें भारत 16 पायदान की छलांग लगाते हुए 39वें नंबर पर पहुंच गया है।
फल-सब्जियों के लिए रेफ्रिजरेटेड परिवहन व्यवस्था से भारी मात्रा में इनकी बर्बादी की रोक थाम के साथ इनकी मंहगाई पर भी ब्रेक लगाया जा सकता है।
यदि भारत पाक के साथ युद्ध करता है तो सबसे पहले जिस चीज की बलि चढ़ेगी वह होगी, भारत को मिले दुनिया में सबसे तेज विकसित होती अर्थव्यवस्था का तमगा।
दीपक पारेख ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था आज मजबूत स्थिति में है और मजबूत नेतृत्व की अगुवाई में इसमें बेहतर वृद्धि की संभावनाएं परिलक्षित हो रही हैं।
इंडिया रेटिंग ने बेहतर मानसून को देखते हुए चालू वित्त वर्ष के लिए देश की आर्थिक ग्रोथ दर के अनुमान को संशोधित कर 7.8 फीसदी कर दिया है।
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि भारत वैश्विक नरमी और भू-राजनैतिक तनाव के आगे तन कर खड़ा है तथा अब तीव्र वृद्धि के अवसरा का लाभ उठाने को तैयार है।
अर्थशास्त्री और नीति आयोग के उपाध्यक्ष प्रो. अरविन्द पनगढ़िया ने कहा कि किसी भी सरकार का आकलन उसके कार्यकाल के दौरान हुई प्रगति पर आधारित होना चाहिए।
इक्रा ने कहा है कि अच्छा मानसून रहा तो ग्रामीण मांग की स्थिति में सुधार होगा। इशसे राज्यों और केन्द्र की वित्तीय स्थिति में भी सुधार आएगा।
ऑर्डर में कमी के कारण सर्विस सेक्टर की ग्रोथ रेट में लगातार तीसरे महीने गिरावट दर्ज की गई। जून में सर्विस सेक्टर की ग्रोथ सात महीने के निचले स्तर पर आ गई।
भारत की आर्थिक ग्रोथ के आंकड़ों पर मॉर्गन स्टेनली को संदेह है। कंपनी के मुख्य वैश्विक रणनीतिकार रूचिर शर्मा ने कहा कि आंकड़ों के बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया है।
अरुण जेटली ने कहा, भारत कठिन वैश्विक स्थितियों के बावजूद लगातार अपनी उच्च आर्थिक वृद्धि बरकरार रखे हुए है और बुनियादी ढांचा सृजित करने पर कायम है।
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