अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार की पूरी उम्मीद
अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों ने भारत की रेटिंग निवेश के सबसे निचले स्तरों पर की
फिच के अनुसार अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था फिर रफ्तार पकड़ सकती है।अगले साल भारत की अर्थव्यवस्था 9.5% की रफ्तार से बढ़ सकती है।
तमाम मुश्किलों के बावजूद एक सेक्टर ऐसा है जहां पर पहले के मुकाबले ज्यादा रफ्तार से काम हो रहा है और वह है देश का कृषि सेक्टर। सरकार भी इस सेक्टर से बहुत ज्यादा उम्मीद लगाए बैठी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को देश के नाम संबोधन में कहा कि आत्मनिर्भर भारत की ये भव्य इमारत 5 पिलर्स पर खड़ी है, पहला पिलर अर्थव्यवस्था है, दूसरा स्तंभ इंफ्रास्ट्रक्चर जो आधुनिक भारत की पहचना बने।
बैठक में पीएम मोदी ने निर्देश दिए कि निवेशकों की मदद के लिए अधिक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए, उनकी समस्या पर गौर करना चाहिए।
राहुल गांधी के नौकरियों के संकट को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में अर्थशास्त्री रघुराम राजन ने कहा कि आज वक्त की जरूरत है कि लोगों को सिर्फ सरकारी नौकरी पर निर्भर ना रखा जाए, उनके लिए नए अवसर पैदा किए जाएं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने यहां सोमवार को कहा कि देश के पास 'प्रीमियर डिजिटल सोसायटी' और दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने का अवसर है।
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने रविवार को अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि केंद्रीय बजट 2020-21 में आर्थिक विकास के लिए उठाए गए उपायों का अल्पावधि में अर्थव्यवस्था को सुस्ती के दौर से निकालने के लिए देखने को नहीं मिलेगा।
सीईबीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि 'भारत पांच हजार अरब डॉलर की जीडीपी 2026 में हासिल कर लेगा, सरकार के तय लक्ष्य के मुकाबले दो साल बाद।'
पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन ने इस बात पर हैरानी जताई है कि शेयर बाजार कैसे चढ़ रहा है, जबकि देश की अर्थव्यवस्था लगातार नीचे जा रही है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा था कि सरकार ने देश में प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाये हैं जिनमें इसके भंडारण से जुड़े ढांचागत मुद्दों का समाधान निकालने के उपाय शामिल हैं।
मंत्रिमंडल ने एससीआई में सरकार की पूरी 63.75 प्रतिशत हिस्सेदारी तथा कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में 30.9 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने को भी मंजूरी दे दी।
पाकिस्तान आज भले ही दिवालिया होने की कगार पर खड़ा है, लेकिन उसके मंत्री अक्सर भारत के खिलाफ बयानबाजी करते रहे हैं।
व्यापार अनुकूल सुधारों, जरूरत के अनुरूप नीतियों, राजनीतिक स्थिरता की वजह से भारत दुनिया की सबसे खुली और निवेश के लिए अनुकूल अर्थव्यवस्था है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए यह चुनौतियों भरा समय है और सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या भारत सचमुच में ‘नरमी’ में फंस गया है।
सुस्त अर्थव्यवस्था के चलते भारत के लिए एक और बुरी खबर आयी है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत की रेटिंग घटा दी है।
21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र में अपनी दूसरी रैली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चेताया कि अर्थव्यवस्था की हालत और बदतर हो जाएगी और 'बड़े कॉरपोरेट मेहुल चोकसी व नीरव मोदी की तरह भाग जाएंगे।'
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच छह घंटे से अधिक समय तक आमने सामने बातचीत के बाद भारत और चीन ने शनिवार को सहयोग के नये अध्याय के शुरूआत करने तथा मतभेदों को विवेकपूर्ण ढंग से सुलझाने का संकल्प जताया।
भारत एक युवा अर्थव्यवस्था है और इसमें काफी क्षमताएं हैं। वैश्विक आर्थिक नरमी के बावजूद इसने उल्लेखनीय मजबूती और लचीलापन दिखाया है। यह बात विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के अध्यक्ष बॉर्ज ब्रेनडे बुधवार को कही।
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