राष्ट्रीय खेल संस्थान में अच्छी चिकित्सा सुविधाएं होने के बावजूद, पूवम्मा ने इलाज के लिए अपने गृह राज्य कर्नाटक वापस जाने का विकल्प चुना है।
भारत के अग्रणी भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने गुरुवार को यहां जारी मीटिंग सिडडे डी लिस्बोआ टूर्नामेंट में 83.18 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
2018 जर्काता एशिया खेलों के चैंपियन नीरज ने आखिरी बार पिछले साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के घरेलू मीट में हिस्सा लिया था जहां उन्होंने 87.86 मीटर का थ्रो कर टोक्यो ओलंपिक क्वालीफिकेशन मार्क 85 मीटर को पार किया था।
किर्गिस्तान में पहुंचने के बाद दूसरे परीक्षण में यादव (73 किग्रा) और रितु (52 किग्रा) को पॉजिटिव पाया गया और दोनों में ही लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं।
नीरज चोपड़ा 25 फरवरी से पटियाला के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (एनआईएस) कैंपस में होने वाले एकदिवसीय इंडियन ग्रां प्री एथलेटिक्स मीट के दूसरे चरण के दौरान एक्शन में दिखाई देंगे।
द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त एथलेटिक्स कोच और पूर्व अंतरराष्ट्रीय हैमर थ्रो खिलाड़ी वीरेंदर पूनिया कोरोना वायरस जांच में पॉजिटिव पाये गए हैं और उन्हें जयपुर में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अमेरिका में स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंह ने पुलिस को खुद फोन करके बताया कि उन्होंने अपनी मां और पत्नी की हत्या कर दी है।
जमैका में 2017 से प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले रही श्रावणी ने कहा,‘‘मैं सत्र की शुरुआत से ही यहां हूं। मैं कभी कभी ट्रेनिंग करती हूं और प्रतिस्पर्धा में भी हिस्सा लेती हूं।"
भारत की 4X400 मीटर मिश्रित रिले टीम का 2018 एशियाई खेलों का रजत पदक अब स्वर्ण पदक में बदल गया है।
कांग का नमूना पिछले साल अगस्त में लिया गया था जिसमें बेटा डेक्सामेथोसान पाया गया था जो विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में आता है।
22 साल के चोपड़ा ट्रैक और फील्ड के एकमात्र खिलाड़ी हैं जिनके नाम की अनुशंसा एएफआई ने की है।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने रविवार को बताया कि उसने खेलो इंडिया से जुड़े 2749 खिलाड़ियों के लिए 8.25 करोड़ रुपये भत्ते के रूप में जारी किए हैं।
भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी ताकेमे सरकार 31 मई को स्वदेश लौटने को तैयार हैं जो कोविड-19 महामारी के चलते तीन महीने से स्पेन में फंसी हुई हैं।
उन्होंने कहा, "मैं वार्मअप करती थी लेकिन मुझे कुछ परेशानियां आती थीं। पहले मुझे एक किलोमीटर की दूरी पूरा करने में पांच मिनट लगते थे लेकिन अब सात मिनट लग रहे हैं।
उनके पिता लकवाग्रस्त हैं जबकि लॉकडाउन के कारण उनकी मां बेरोजगार हो गयी है। प्राजक्ता को शिव सेना की ओर से मदद पहुंचायी गयी।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने शुक्रवार को कहा कि कोराना वायरस महामारी के कारण कोई भी भारतीय खिलाड़ी इस साल विदेशों में होने वाले प्रतियोगिताओं में भाग नहीं लेगा।
कोविड-19 लॉकडाउन के कारण नागपुर की धाविका प्राजक्ता गोडबोले की मां बेरोजगार हैं जबकि उनके पिता कुछ समय पहले लकवाग्रस्त हो गये थे जिससे उन्हें भूखमरी का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें नहीं पता कि अगले वक्त का खाना मिलेगा भी या नहीं।
शनिवार की बैठक में आगामी तारीख के बारे में नहीं बताया गया लेकिन एएफआई ने कहा कि जब शारीरिक रूप से बैठक में भाग लेना संभव होगा, तभी चुनाव होंगे।
अभी तक 14 चरण की डायमंड लीग सीरीज की आठ स्पर्धायें स्थगित हो चुकी हैं जबकि इस महामारी के कारण इस साल कोई एथलेटिक्स टूर्नामेंट आयोजित होगा या नहीं, इस पर भी अनिश्चितता बनी हुई है।
ओलंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा का मानना है कि कोविड-19 के बाद की दुनिया भारतीय खेलों के लिए फायदेमंद हो सकती है।
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