1971 की वॉर के योद्धा रिटायर्ड कर्नल वीएन थापर ने इंडिया टीवी से खास बातचीत में पाकिस्तान के आत्मसमर्पण करने की शुरू से लेकर आखिर तक की एक-एक घटना का विस्तार से विवरण दिया।
भारतीय सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि तवांग में चीन की सेना ने घुसपैठ की कोशिश की लेकिन भारतीय सैनिकों ने उन्हें रोक दिया। फिलहाल तवांग में हालात कंट्रोल में है।
प्रधानमंत्री Narendra Modi की आर्मी चीफ से मुलाकात हुई है। दूसरी तरफ भारत ने 5 हज़ार किलोमीटर रेंज तक हमला करने वाली nuclear capable बैलेस्टिक मिसाइल अग्नि फाइव का नाइट ट्रायल कामयाबी से पूरा किया है।
भारत की वीर सेना ने सरहद पर तो China की नापाक साजिशें नाकामयाब कर दीं लेकिन देश के अंदर अपने ही राजनीतिक दलों के बीच मचे घमासान का अंत होता नही दिख रहा है।
तवांग में जारी टेंशन के बीच एलएसी पर भारतीय सेना और वायुसेना पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। ड्रैगन को तवांग से खदेड़ने के बाद आज से ईस्टर्न सेक्टर में वायुसेना ने बड़ी एक्सरसाइज़ शुरू कर दी है। युद्धाभ्यास में वायुसेना के सभी घातक लड़ाकू विमान शामिल हैं।
Five Finger Policy: चीन अपनी विस्तारवाद की नीति पर तेजी से आक्रामक हो रहा है। उसने 2020 में लद्दाख में घुसपैठ की कोशिश की थी और कुछ दिन पहले 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश में घुसपैठ करने की कोशिश की।
चीन ने तवांग से 155 किमी दूर शिगात्से पीस एयरपोर्ट पर 10 एयरक्राफ्ट तैनाए कर दिया है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के करीब मौजूद इस सिविलियन एयरपोर्ट पर चीनी मिलिट्री एक्टिविटीज देखी गई है।
तवांग में भारतीय सेना और चीनी सोना के बीच हुए झड़प को लेकर एयर वाइस चीफ रिटायर्ड अनिल कुमार खोसला ने इंडियन फोर्स की कैपेबिलिटी की सराहना की है। उन्होंने कहा "सिर्फ ईस्टर्न एयर कमांड ही नहीं बल्कि पूरे एयर फोर्स के स्ट्रैंथ लगातार बढ़ रही है।
Arunachal Pradesh CM Pema Khandu on Tawang clash: अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित तवांग सेक्टर में 9 और 11 दिसंबर को हुई चीन के सैनिकों से हिंसक झड़प के बाद से पूरे देश में आक्रोश है। भारत से चीन को यह संदेश दिया जा रहा है कि "यह 1962 नहीं है,2022 का भारत है।
India Vs China Tawang: अरुणाचल प्रदेश के तवांग में 9 दिसंबर को चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) भारतीय भूभाग पर एक तरफा कब्जा करने की नीयत से आई थी। इसके लिए चीन के सैनिक वर्षों से प्लानिंग कर रहे थे। मगर भारतीय सैनिकों ने उनकी योजना को विफल करते हुए वहां से खदेड़ दिया।
Violent Clash Between India and China in Tawang: वास्तविक नियंत्रण रेखा के तवांग क्षेत्र में 9 दिसंबर को हुई भारतीय और चीनी सैनिकों की हिंसक झड़प के चलते सेना प्रमुख का दौरा टल गया है। सेना के अनुसार इस बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय तवांग दौरे पर जाने वाले थे।
Kejriwal on India-China clash in Tawang: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारत और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट एक स्थान पर नौ दिसंबर को हुई झड़प को लेकर बड़ा बयान दिया है। इस झड़प में भारत के करीब 8 सैनिक और चीन के 20 से अधिक सैनिक घायल हुए हैं।
भारत और चीन के बीच फिर तनातनी शुरु हो गई है। गलवान के बाद ये दूसरी घटना है जब भारत और चीन के सैनिक आमने सामने आए हैं। भारतीय सैनिकों ने करारा जवाब दिया और काउंटर अटैक करके चीनी सैनिकों को वहां से भगा दिया।
Supreme Court on Army: सेना में कार्यरत महिलाओं के प्रमोशन से लेकर अन्य गतिविधियों में भेदभाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सेना पर बड़ी टिप्पणी की है। उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को सेना से कहा कि वह अपना ‘‘घर ’’ दुरुस्त करे। कोर्ट ने कहा कि उसे लगता है कि यह (सेना) उन महिला अधिकारियों के लिए ‘‘निष्पक्ष’’ नहीं रही है।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल अमिताभ शर्मा ने बताया कि आग देखते ही सेना का त्वरित प्रतिक्रिया दल हरकत में आ गया और किसी तरह के जनजीवन का नुकसान हुआ।
उत्तराखंड में LAC के पास भारत के साथ चल रहे युद्ध अभ्यास पर चीन की आपत्ति को खारिज करते हुए अमेरिका ने कहा कि ‘इससे उनका कोई लेना-देना’ नहीं है। चीनी विदेश मंत्रालय ने उत्तराखंड के औली में जारी ‘युद्ध अभ्यास’ का विरोध करते हुए दावा किया था कि यह अभ्यास वर्ष 1993 और 1996 में चीन और भारत के बीच हुए समझौते का उल्लंघन है।
श्रीनगर के बीएसएफ मुख्यालय में आज 58वां स्थापना दिवस मनाया गया। स्थापना दिवस के मौके पर शहीद जवानों को याद किया गया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
Indian Army Vs Pakistan Army: भारतीय थल सेना के अध्यक्ष जनरल मनोज पांडेय इन दिनों सिर्फ हिंदुस्तान में ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान में भी छाये हुए हैं। दोनों देशों में उनके हीरो बनने की वजह उनकी ईमानदारी है। पाकिस्तानी लोग थल सेनाध्यक्ष मनोज पांडेय की तारीफ करते नहीं थक रहे।
इस सैन्य अभ्यास में दोनों सेना नई पीढ़ी के उपकरण और विशेषज्ञ हथियारों पर प्रशिक्षण, जिसमें स्नाइपर्स, निगरानी और संचार उपकरण शामिल हैं, दुर्घटना प्रबंधन के अलावा स्थितिजन्य जागरूकता के उच्च स्तर को प्राप्त करने के लिए हताहतों की निकासी और बटालियन, कंपनी स्तर पर रसद की योजना बनाने की भी योजना है।
अखबार में दावा किया गया था कि 33वीं आर्मर्ड डिविजिन की एक टुकड़ी जो हिसार में तैनात थी, दिल्ली की तरफ बढ़ी थी। मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री की एक पूरी यूनिट मोबलाइज की गई जो अपने साथ 40 से ज्यादा टैंक ट्रांसपोर्टर्स लेकर चली थी।
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