माइक पोम्पिओ ने अपनी किताब में बताया है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन किस तरह क्वाड में भारत को शामिल करने में कामयाब रहा।
ड्रोन आज के समय की जरूरत बन गए हैं। ड्रोन के माध्यम से भारत चीन की पीएलए को सबक सिखाने के लिए तैयार है। इसके लिए 2000 ड्रोन का आर्डर दिया गया है। अरूणाचल प्रदेश और गलवान की घटना के बाद से ही ड्रोन की जरूरत महसूस की जा रही थी। यूक्रेन ने ड्रोन की मदद से ही रूसी सैनिकों को क्षति पहुंचाई है।
कुटिल चीन सीमा पर कायराना हरकतें करता रहता है। चीन की ऐसी कुत्सित मानसिकता और चुनौतियों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत की तैयारियां भी कम नहीं है। भारत अपनी सरहदों को तेजी से ताकतवर बना रहा है। सड़क, सुरंग, पुल सभी के कंस्ट्रक्शन पर तेजी से काम हो रहा है।
2020 में गलवान के बाद 9 दिसंबर 2022 को तवांग में फिर चीन और भारत के सैनिकों की झड़प हुई। भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर चीन कभी गलवान, कभी तवांग, कभी डोकलाम...आखिर भारत पर हमले के लिए क्यों आमादा है। इसके पीछे कई अहम कारण है, जिन्हें समझने के लिए पढ़िए पूरी डिटेल।
महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच विवादास्पद सीमा विवाद पर नए सिरे से वाकयुद्ध छिड़ गया है। संजय राउत ने कहा, हम इसे बातचीत के जरिए सुलझाने के इच्छुक हैं लेकिन कर्नाटक के मुख्यमंत्री आग भड़का रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर सेना का मनोबल तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी कह रहे हैं कि सेना की पिटाई हुई है जबकि वास्तविकता इससे अलग है और इस पर सेना का भी बयान आ गया है।
राहुल ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र छीन लिया है, 20 भारतीय सैनिकों की हत्या कर दी है और ‘अरुणाचल प्रदेश में हमारे जवानों को पीट रहा है।’
अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे तवांग क्षेत्र में 9 दिसंबर को भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सेना और भी अधिक चौकस हो गई है। वहीं वायुसेना भी चीन सीमा के नजदीक युद्धाभ्यास कर रही है।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक इंडियन आर्मी की चौकियों पर कब्जा करना चाहते थे, और उन्होंने इसकी पूरी प्लानिंग कर रखी थी।
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी चीन पर हमला बोलते हुए सरकार से सवाल पूछा है। केजरीवाल ने कहा कि हम चीन से अपना व्यापार क्यों नहीं बंद कर देते हैं।
India-China: चीन ने मुंबई पर हुए आतंकी हमले के दोषी लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर को ब्लैक लिस्ट करने के यूनाइटेड नेशन के प्रस्ताव पर रोक लगा दी है। इस प्रस्ताव का भारत ने भी समर्थन किया था।
Asaduddin Owaisi: असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, पीएम ने देश से कहा कि कोई भी हमारे क्षेत्र में नहीं आया है, लेकिन चीनी सैनिक अंदर हैं। जब कोई घुसा नहीं है, तो हॉटस्प्रिंग से पीछे कौन हट रहा है।
भारत चीन की सेनाओं के बीच एक बड़ी ख़बर सामने आयी है। इंडिया TV को मिली जानकारी के मुताबिक़ दोनों देशों की सेनाएं पेट्रोलिंग पॉइंट गोगरा और हॉटस्प्रिंग से अपने-अपने सैनिकों को पीछे करेंगी।
India China: ग्लोबल टाइम्स ने भारत पर 1993 और 1996 के समझौतों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उसने चीनी विश्लेषक के हवाले से लिखा है, '17 जुलाई को भारत और चीन के बीच 16वीं कोर कमांडर स्तर की बैठक हुई थी, तब स्थिरता और शांति बनाए रखने पर सहमति बनी थी।
India China:पीएम मोदी ने जहां इस साल कई बहुपक्षीय और द्विपक्षीय बैठकों के लिए विदेश यात्रा की है, इसके उलट शी ने जनवरी 2020 से चीन से बाहर कदम नहीं रखा है। हालांकि, शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, शी जिनपिंग एसईओ की बैठक के लिए समरकंद की यात्रा कर सकते हैं।
Independent Day Special: 15 अगस्त 1947 को जब हिंदुस्तान आजाद हुआ तो दुनिया को जीरो देने वाला भारत ज़ीरो पर ही खड़ा था, लेकिन आज 75 वर्षों के बाद जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मना रहा है तब वह दुनिया के सबसे ताकतवर देशों की श्रेणी में खड़ा है।
India-china News: भले की पाकिस्तान चीन का पिट्ठू हो, लेकिन उसे पता चल गया है कि अफगानिस्तान में भारत के बिना काम नहीं चलेगा। इसलिए चीन ने अफगानिस्तान के लिए विशेष दूत भारत भेजा है।
India China News: बीते 2 सालों के दौरान 81 चीनी नागरिकों को भारत छोड़ने का नोटिस दिया गया जबकि 117 लोगों को देश से निर्वासित किया गया।
LAC Dispute: चीन की सेना ने गुरुवार को कहा कि भारत के साथ हाल में हुई कोर कमांडर स्तर की वार्ता में चार बिंदुओं पर सहमति बनी है, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों की बहाली की गति को बनाए रखने, प्रभावी तरीके से मतभेदों का प्रबंधन और सीमा पर स्थिरता को बनाए रखना शामिल है।
Xi Jinping Congratulate President Draupadi Murmu: नई राष्ट्रनायक को जहां श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने बधाई दी, तो वहीं चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी इस होड़ में नजर आएं।
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