भारत ने रूस से 21 नए मिग-29 फाइटर प्लेन खरीदने का फैसला किया है। इसके अलावा मौजूदा 59 मिग 29 विमानों का अपग्रेडेशन किया जाएगा।
ग्लोबल टाइम्स ने चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का बयान भी छापा है जिसमें कहा गया है कि मंगलवार (30 जून) को कमांडर स्तर की बातचीत में तनाव कम करने के लिए भारत और चीन की तरफ से सक्रिय प्रयास हुआ है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस मैराथन बैठक में भी चीन अपनी चालबाजियों से बाज नहीं आया।
लद्दाख में LAC पर भारत और चीन के बीच तनाव जारी है। इस तनाव को खत्म करने के लिए दोनों देशों की सेनाओं के बीच बातचीत की जा रही है।
ये चाइनीज ऐप युवाओं को पसंद आने वाले कंटेट परोस रहे थे। चीन के ऐप्स पर प्रतिबंध सरकार द्वारा भारत में चीनी व्यापारिक हितों पर चोट करने के लिए जवाबी कार्रवाई के रूप में उठाया गया पहला बड़ा कदम है।
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ तल्ख सीमा गतिरोध की पृष्ठभूमि में भारतीय नौसेना ने अपने निगरानी अभियानों में वृद्धि करते हुए हिंद महासागर क्षेत्र में परिचालन तैनाती को बढ़ा दिया है।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में जारी तनाव के बीच दोनों देशों में कोर कमांडर लेवल की मीटिंग कल मंगलवार (30 जून) को सुबह साढ़े दस बजे चुशूल के सामने मॉलडो में होगी।
बिहार सरकार का कहना है कि उन Contractors से चाइनीज पार्टनर को बदलने के लिए कहा गया था, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद बिहार सरकार ने पूरी डील को ही कैंसिल कर दिया है।
भारत और चीन में चल रही तनातनी के बीच सोनू निगम ने वीडियो शेयर कर पूछा है कि क्या हम अपने देश के जवानों का साथ नहीं सकते?
भारत-चीन सीमा झड़पों और इसके बाद दोनों पक्षों में चल रही तनातनी के मद्देनजर भारतीय व्यापार और उद्योग की सबसे बुरी आशंकाएं सच होती दिख रही हैं।
चीनी एयरफोर्स ने पिछले कुछ दिनों में बॉर्डर के पास इलाकों में हलचल तेज कर दी है। जिसको लेकर भारत की हर खतरे से निपटने के लिए तैयार है।
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में 15 जून को चीन के साथ हिंसक झड़प में भारत के 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए। पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत संचार उद्देश्यों के लिए अपने क्षेत्र के भीतर गलवान घाटी में एक सड़क बना रहा था।
चीन की हरकतों के मद्देनजर लद्दाख में भारतीय सेना पूरी तरह से अलर्ट और एक्टिव है।आर्मी, एयरफोर्स, नेवी तीनों ने अपनी ऑपरेशनल कैपेबिलिटी बढा दी है।
उन्होंने ‘राजीव गांधी फाउंडेशन’ द्वारा चीनी दूतावास से कथित तौर पर अनुदान लेने को लेकर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया और कहा कि इस पर और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ करार पर कांग्रेस के नेताओं की ‘चुप्पी’ हैरान करने वाली है।
पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिसरी ने कहा है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव खत्म करने का एकमात्र रास्ता है कि चीन वहां नए निर्माण को रोके।
राहुल गांधी ने गलवान घाटी में शहीद हुए 20 जवानों के सम्मान में कांग्रेस की ओर से ‘शहीदों को सलाम दिवस’ मनाए जाने के मौके पर एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘हिंदुस्तान के वीर शहीदों को मेरा नमन। पूरा देश एक होकर सेना और सरकार के साथ खड़ा है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल किया, ‘‘आज जब हम शहीदों को नमन कर रहे हैं तो देश जानना चाहता है कि अगर चीन ने लद्दाख में हमारी सरमजमीं पर कब्जा नहीं किया तो फिर हमारे 20 सैनिकों की शहादत क्यों और कैसे हुई?’’
दरअसल चीन के साथ लद्दाख रीजन में दो जगहों पर टेंशन है। पहला तो गलवान वैली और दूसरी पेंगोग त्सो लेक के आसपास। इन दोनों इलाकों की लेटेस्ट तस्वीरें इंडिया टीवी के पास है
उन्होंने कहा कि हमें न सिर्फ चीन की क्षमताओं पर बल्कि उसकी मंशा पर भी ध्यान रखने की जरूरत है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में पूर्वी लद्दाख क्षेत्र वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास हुए घटनाक्रमों का क्रमिक ब्योरा दिया और 15 जून को गलवान घाटी में हुए हिंसक संघर्ष के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया।
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