पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर अधिकतर स्थानों से सेना को पीछे हटा लेने के चीन के दावे पर विदेश मंत्रालय का कहना है कि सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है।
भारत के साथ लद्दाख सीमा पर जारी संघर्ष के बीच चीन ने एक बार फिर अपने सरकारी मीडिया के जरिए प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश की है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा निर्मित, यह उपग्रह रेडियो संकेतों की निगरानी करता है जो कि दुश्मन के क्षेत्र में ट्रांसमिशन के सभी स्रोतों की प्रकृति और स्थान का निर्धारण करने के लिए उपयोग किया जाता है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज शुक्रवार (24 जुलाई) को इजराइल के अपने समकक्ष लेफ्टिनेंट जनरल बेंजामिन गेंट्ज के साथ टेलीफोन पर बात की।
पोम्पियो ने हाल में 59 चीनी मोबाइल ऐप को प्रतिबंधित करने के भारत के निर्णय की सराहना की जिसमें टिकटॉक भी शामिल है। उन्होंने कहा कि ये भारत के लोगों के लिए गंभीर सुरक्षा खतरा हैं।
भारत सरकार द्वारा 59 चीनी मोबाइल ऐप पर प्रतिबन्ध लगाए जाने के बाद आज पहली बार भारत और चीन के IT मंत्री एक ही मंच पर होंगे।
संसाधन संपन्न क्षेत्र में चीन की नौसेना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और फ्रांस की नौसेनाओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपने आपसी सहयोग को गहरा किया है।
प्रस्ताव में इस बात का जिक्र किया गया है कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास तनाव कम करने और बलों के पीछे हटने को लेकर सहमति बन गई है।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भारत की सरजमीं पर चीनी कब्जे का दुस्साहस लगातार बना है। सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा फैलाया जा रहा भ्रमजाल न देश सेवा हो सकता,न ही राष्ट्रभक्ति।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के निकट 12,000 फुट से अधिक ऊंचाई पर स्थित एक अहम अग्रिम चौकी का शनिवार को दौरा किया।
भारतीय थल सेना ने पूर्वी लद्दाख में तनाव घटाने पर भारत और चीन के बीच चौथे चरण की लंबी सैन्य बातचीत के बाद आज गुरुवार को कहा कि दोनों देश अपने-अपने सैनिकों को पूरी तरह से पीछे हटाने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि पश्चिमी क्षेत्र में सीमावर्ती सैनिकों की और वापसी को बढ़ावा देने के लिये दोनों पक्षों में सहमति पर प्रगति हुई है।
पूर्वी लद्दाख के चुशूल में कल (14 जुलाई, मंगलवार) भारत और चीन के बीच कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता होगी।
India China Border Standoff यह पूछे जाने पर कि क्या वह मानते हैं कि यदि भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता है तो इसकी कोई गारंटी नहीं कि ट्रंप चीन के खिलाफ भारत का समर्थन करेंगे, बोल्टन ने कहा, ‘‘हां यह सही है।’’
उन्होंने कहा कि चीन और भारत को प्रतिद्वंद्वियों के बजाय भागीदार होना चाहिए। हम एक दूसरे को धमकी देने के बजाय विकास के अवसर प्रदान करने चाहिए।
उल्लेखनीय है कि चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने भारतीय सेना के साथ बनी आपसी सहमति के अनुसार, पूर्वी लद्दाख के गोग्रा और हॉट स्प्रिंग्स में टकराव स्थलों से अपने बलों को पीछे हटाने की प्रक्रिया बृहस्पतिवार को पूरी कर दी।
सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चीनी सेना Finger 4 से Finger 5 की तरफ चली गई है।
भारतीय सेना के सूत्रों से मिली खबर के अनुसार, Patrolling Point 17 (Hot Springs इलाका) से भी चीन की सेना पीछे हट गई है, जिसके बाद भारतीय सैनिक भी पीछे हटे हैं।
भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर अमेरिका भी मानता है कि भारत मे चीन की नीच हरकत का करारा जवाब दिया है।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बुधवार (8 जुलाई) को कहा कि चीन की अत्यंत आक्रामक गतिविधियों का भारतीयों ने सर्वश्रेष्ठ तरीके से जवाब दिया है।
संपादक की पसंद