चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय वार्ता के बाद पीएम मोदी ने कहा कि सीमा पर स्थिरता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। विश्व शांति और स्थिरता के लिए हमारे संबंध जरूरी हैं।
BRICS Summit: रूस में हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में बुधवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक होने वाली है। भारत के विदेश सचिव ने इस बारे में जानकारी दी है।
भारत और चीन लंबे अरसे बाद सीमा पर तनाव कम करने के लिए एक अहम समझौते पर पहुंचे है। दूसरी ओर AIMIM पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि उन्हें चीन-भारत समझौते के विवरण का इंतजार है।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू अपनी चार दिवसीय यात्रा पर भारत आए हैं। मुइज्जू ने आश्वासन दिया है कि उनका देश कभी भी ऐसा कुछ नहीं करेगा जो भारत की सुरक्षा को कमजोर करता हो।
बैठक में दोनों देशों के बीच शिड्यूल्ड यात्री उड़ानों की जल्द से जल्द बहाली को बढ़ावा देने के बारे में विचारों के आदान-प्रदान पर ध्यान केंद्रित किया गया।
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर तनाव है। दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य वार्ता भी हो चुकी है। इसके बावजूद अभी तक सीमा विवाद को लेकर कोई ठोस हल नहीं निकला है। भारत-चीन के तनाव भरे रिश्ते पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जापान की राजधानी टोक्यो में खुलकर बात की है।
परमाणु हथियारों के मामले में भारत पाकिस्तान से ज्यादा ताकतवर है। एक रिपोर्ट में ये बात कही गई है। वहीं रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पहली बार चीन के पास कुछ हथियार हाई ऑपरेशनल अलर्ट पर हैं।
चीन भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर बना हुआ है। दोनों पड़ोसियों के बीच व्यापार में मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिक सामान, मशीनरी, रसायन और उर्वरक, लोहा, इस्पात और एल्यूमीनियम, प्लास्टिक और कई छोटे मूल्य वाली वस्तुएं जैसे ग्रूमिंग उत्पाद और टेबलवेयर शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2018-19 से 2023-24 के दौरान टॉप 15 व्यापारिक भागीदारों के साथ भारत के व्यापार में काफी बदलाव आया है। इससे न केवल आयात और निर्यात प्रभावित हुआ है।
एक विदेशी मीडिया को दिए पीएम मोदी के साक्षात्कार को लेकर चीन ने फिर अपनी प्रतिक्रिया दी है। चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत-चीन ने सीमा विवादों को हल करने के लिए काफी सकारात्मक प्रगति की है। चीन ने भारत के साथ संबंध सुधरने की उम्मीद जताई है।
'आप की अदालत' में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रजत शर्मा के भारत-चीन मुद्दे पर पूछे गए कई सवालों का जवाब दिया। इस दौरान रजत शर्मा ने ये सवाल किया कि क्या चीन भारत पर आक्रमण कर सकता है? इसपर राजनाथ सिंह ने क्या कहा, जान लीजिए।
भारत ने चीनी नागरिकों के लिए वीजा नियमों में ढील देने का फैसला किया है। भारतीय उद्योंगों को रफ्तार देने के मकसद से सरकार ने यह प्रक्रिया शुरू की है। कहा जा रहा है कि इससे चीनी तकनीशियन आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे और भारतीय उद्योंगों की रफ्तार बढ़ेगी।
अमेरिका ने साफ शब्दों में चीन की इस हरकत की निंदा करते हुए कहा है कि भारतीय क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश पर दावा करने के चीन की कोशिशों का यूएस दृढ़ता से विरोध करता है।
चीन की इस गुस्ताखी पर भारत ने दो टूक जवाब दिया है। भारत ने कहा कि नाम बदलने से हकीकत नहीं बदल जाएगी। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग था और आगे भी रहेगा।
कैंपबेल ने कहा, ‘हम इसे प्रोत्साहित करना चाहते हैं और इसका समर्थन करना चाहते हैं। हम उस रिश्ते को और गहरा करना चाहते हैं, जो पहले से ही बहुत मजबूत है। दोनों देशों के लोगों के आपसी संबंध अमेरिकी लोगों के वैश्विक स्तर पर अन्य देशों के लोगों से संबंधों की तुलना में सबसे मजबूत हैं।
भारत चीन सीमा पर एक बार फिर तनाव बढ़ रहा है? भारत के द्वारा लगातार कई बार LAC विवाद को सुलझाने का प्रयास किया गया है लेकिन चीनी सेना व सरकार है जो अपनी हरकतों से बाज नहीं आती है।
व्हाइट हाउस में रोजाना आयोजित किए जाने वाले प्रेस ब्रीफिंग के दौरान नेशनल सेक्योरिटी काउंसलिंग कोऑर्डिनेटर फॉर स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन जॉन किर्बी द्वारा इस न्यूज को ना ही खारिज किया गया और न ही इसकी पुष्टि की गई है। इस बाबत उन्होंने कहा कि मैं इसकी पुष्टि नहीं कर सकता है।
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है, विवादित सीमा पर भारत-चीन दोनों देशों की ओर से सेना का विस्तार दो परमाणु शक्तियों के बीच सशस्त्र टकराव के जोखिम को बढ़ाता है, जिससे अमेरिकी लोगों और हितों को सीधा खतरा हो सकता है।
जी-20 समिट में भाग लेने आए चीनी विदेश मंत्री छिन गांग विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर भारतीय समकक्ष एस.जयशंकर से मुलाकात कर सकते हैं। छिन गांग ने पिछले साल ही विदेश मंत्री का पद संभाला था। पद संभालने के बाद यह उनका पहला भारतीय दौरा है। वे यहां पहली बार जयशंकर से मुलाकात करेंगे।
कैम्ब्रिज बिजनेस स्कूल ने कहा कि वह राहुल गांधी का फिर से स्वागत करके खुश है। उसने ट्वीट किया, राहुल गांधी केम्ब्रिज बिजनेस स्कूल में व्याख्यान देंगे और बिग डाटा और डेमोक्रेसी तथा भारत-चीन संबंधों पर संवाद करेंगे।
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