पीएम मोदी के निमंत्रण पर संयुक्त अरब अमीरात के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान आगामी हफ्ते से 2 दिनों की भारत यात्रा पर आ रहे हैं। वह 9 से 10 सितंबर तक भारत की यात्रा पर होंगे।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री की नेपाल यात्रा के एक सप्ताह बाद ही आरजू देउबा राणा की भारत यात्रा हो रही है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि राणा (62) इस यात्रा के दौरान दिल्ली में स्वास्थ्य जांच भी कराएंगी। उनका 22 अगस्त को नेपाल लौटने का कार्यक्रम है।
नेपाल में केपी शर्मा ओली के प्रधानमंत्री बनने के बाद उनकी विदेश मंत्री आरजू देउबा राणा अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर 18 अगस्त से भारत के 5 दिवसीय दौरे पर होंगी। इस दौरान वह विदेश मंत्री एस जयशंकर से द्विपक्षीय वार्ता करेंगी।
भारत-अमेरिका के रणनीतिक संबंध अब और अधिक मजबूत होने जा रहे हैं। दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती दादागिरी से उपजी चिंताओं के बीच अमेरिका भारत के साथ अपने रणनीतिक संबंधों को उच्च शिखर पर ले जाना चाहता है। इसीलिए अमेरिकी उप विदेश मंत्री रिचर्ड आर वर्मा 5 दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं।
नरेंद्र मोदी को भाजपा और एनडीए के संसदीय दल का नेता चुने जाने के साथ ही आज लोकसभा का भी नेता चुन लिया गया है। इसके बाद अब 9 जून को उनके तीसरी बार प्रधानमंत्री पद पर शपथ ग्रहण की तैयारी है। इसमें हिस्सा लेने नेपाल के पीएम प्रचंड समेत कई अन्य पड़ोसी देशों के नेता भी आ रहे हैं।
चीन से प्रेम रखने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मो. मुइज्जू को भारत के साथ संबंध बहाल करने पर मजबूर होना पड़ा है। दोनों देशों में तनाव बढ़ने पर भारतीय पर्यटकों ने अपनी मालदीव की सारी बुकिंग अचानक रद्द कर दी। इससे मालदीव का भट्ठा बैठना शुरू हो गया। हालत ये हो गई कि मुइज्जू को खुद भारत से मदद के लिए गिड़गिड़ाना पड़ा।
भारत और भूटान के संबंध काफी पारंपरिक और गहरे रहे हैं। यही वजह है कि भूटान के प्रधानमंत्री बनने के बाद शेरिंग टोबगे ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत पहुंच चुके हैं। वह 5 दिन यहां रहेंगे। उन्होंने आज पहले दिन पीएम मोदी से मुलाकात की।
यात्रा के पुनर्निर्धारण के बारे में किसी अमेरिकी अधिकारी द्वारा सुलिवन की पहली टिप्पणी है। यह असामान्य है, क्योंकि अमेरिका आमतौर पर उन यात्राओं पर टिप्पणी नहीं करता है, जिनकी प्रशासन ने पहले औपचारिक रूप से घोषणा नहीं की है। मगर इसे अमेरिकी पक्ष की ओर से एक संकेत के रूप में देखा जा रहा है कि रणनीतिक संबंध मजबूत हैं।
भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक अपनी 8 दिवसीय भारत यात्रा की शुरुआत असम से कर दी है। यहां पहुंचने पर मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने उनका स्वागत किया। असम में 3 दिन रहने के बाद वह रविवार को नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे। यहां पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलेंगे।
भूटान नरेश वांगचुक 8 दिनों की लंबी यात्रा पर 3 नवंबर से भारत में होंगे। इस दौरान वह दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र और असम जैसे राज्यों में भी जाएंगे और वहां कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वह नई दिल्ली में पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात करेंगे।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भले ही भारत नहीं आ रहे हों, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का नई दिल्ली आने का शेड्यूल तय हो गया है। वह 7 सितंबर को भारत पहुंचेंगे और दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी और जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी होगी।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत आएंगे। वे भारत के कर्नाटक राज्य में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान धार्मिक आजादी पर विवादित बयान से वे सुर्खियों में आए थे।
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने भारत से जुड़े एक मामले में सभी राजनीतिक दलों को मिलकर एक साथ सहयोग करने की अपील की है। यह अपील करने से पहले वह नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल चुके हैं।
भारत और श्रीलंका के संबंध फिर से नई ऊंचाइयों पर पहुंचने वाले हैं। श्रीलंका शुरू से भारत का सहयोगी रहा है, लेकिन सत्ता बदलने के साथ श्रीलंका का सुझाव बीच में चीन की तरफ होने लगा था। मगर जब श्रीलंका की अर्थव्यवस्था डूबने लगी तो भारत ने ही उसकी सबसे ज्यादा मदद की। इसका एहसास अब राष्ट्रपति रानिल विक्रम समेत उनके देश को है।
फिलीपींस के विदेश मंत्री का भारत दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है, जब अभी कुछ दिन पहले ही हिंदुस्तान ने चीन के दुश्मन वियतनाम को अपनी तरफ से एक युद्ध पोत समुद्री सुरक्षा के लिए से गिफ्ट में दिया है। अब फिलीपींस के साथ भी समुद्र, रक्षा और नौवहन को लेकर द्विपक्षीय सहयोग पर बात हो रही है। इससे चीन को दौरा पड़ने लगा है।
काफी उतार चढ़ावों के बाद अब फाइनली नेपाल के प्रधानमंत्री भारत के दौरे पर आ रहे हैं। वे 31 मई को भारत आएंगे।
यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमिन जपरोवा 9 अप्रैल से भारत की चार दिवसीय यात्रा पर आ रही हैं। वह ऐसे वक्त में भारत की यात्रा कर रही हैं, जब रूस के साथ यूक्रेन को युद्ध करते 1 वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है और अभी तक इसके खात्मे का कोई रास्ता दिखता नजर नहीं आ रहा।
India-Bangladesh-Rohingya: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना चार दिन की यात्रा पर भारत आ चुकी हैं। वह दोनों देशों के बीच समग्र संबंधों को और अधिक विस्तार देने के लिए सोमवार को यहां पहुंचीं। हसीना मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ व्यापक बातचीत करेंगी।
Indo-America Relationship: चीन का दिमाग ठंडा करने के लिए इन दिनों अमेरिका कोई भी कोर-कसर बाकी नहीं रख रहा है। चीन के विरोध के बावजूद ताइवान में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से ही अमेरिका और चीन के बीच तनातनी है।
रूस और यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले सप्ताह भारत की यात्रा पर आएंगे। वे 21-22 अप्रैल को भारत के दौरे के दौरान पीएम मोदी के गृहराज्य गुजरात और दिल्ली में रहेंगे।
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