भारत-अमेरिका के बीच शीघ्र टू-प्लस-टू वार्ता नई दिल्ली में होने वाली है। इसके लिए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भारत आएंगे। वह यहां विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे। भारत और अमेरिका इस दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा पर अहम रणनीति बनाएंगे।
भारत और अमेरिका की दिल्ली में होने वाली "टू प्लस टू वार्ता" से पाकिस्तान और चीन में खलबली है। अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयल ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इस वार्ता के लिए दिल्ली आ रहे हैं। वह भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक साथ वार्ता करेंगे।
भारत-अमेरिका स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम ने कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को आधारहीन बताया है। USISPF के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा कि ट्रूडो ने बिना ठोस सुबूतों के भारत के खिलाफ आरोप लगाए। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें पर्याप्त और प्रमाणिक सुबूत होने के बाद ही ऐसे आरोप लगाने थे।
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत पर लगाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आक्रामता से कनाडा घबरा गया है। कनाडा को इस बीच आशंका है कि अमेरिकी हस्तक्षेप से पीएम मोदी और भी अधिक नाराज व हमलावर हो सकते हैं। इसलिए कनाडा से अमेरिका से भारत के साथ संबंध बनाए रखने की अपील की
विदेशमंत्री जयशंकर ने कहा कि आज का भारत पहले के भारत से अलग है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे कहना चाहता हूं कि मैं जिसकी बात कर रहा हूं, वह वास्तव में एक अलग भारत है। जैसा कि आपने दूसरों से सुना है, यह वह भारत है, जो चंद्रयान-3 मिशन को पूरा करने में सक्षम है।’ भारत-अमेरिका के संबंध काफी गहरे हुए हैं।
भारत और अमेरिका के संबंध बीते कुछ समय से काफी बेहतरीन हो गए हैं। हाल ही में भारत में हुए जी20 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी पीएम मोदी के साथ बैठक की थी।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (USTR) कैथरीन ताई की नयी दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक के दौरान कुछ अन्य मुद्दों के साथ इस मामले पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों की नई पौध तैयार है। पीएम मोदी की जून में अमेरिका यात्रा के बाद से दोनों देशों के बीच बहुत कुछ बदल चुका है। भारत और अमेरिका अब दुनिया का भविष्य बनने की ओर आगे बढ़ रहे हैं। दोनों देशों को वैश्विक समस्याओं और उसके समाधान की चिंता है। भारत और अमेरिका अब वैश्विक रणनीतिक साझेदारी में नया रोल।
इन दिनों भारत और अमेरिका की दोस्ती स्वर्णिम दौर से गुजर रही है। दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी होने से भारत-अमेरिका के सैन्य संबंध भी नए मुकाम पर हैं। यह बात शीर्ष अमेरिकी जनरल ब्राउन ने कही है। उन्होंने क्वाड को दुनिया की नई ताकत बताया है।
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान टेक्नोलॉजी सेक्टर में दोनों देशों के बीच में कई बड़ी डील्स हुईं। जहां अमेरिका भारत को फाइटर प्लेन के इंजन बनाने की तकनीक देगा तो वहीं कई बड़ी अमेरिकी कंपनिया भारत में निवेश करने का भी ऐलान कर चुकी हैं।
माइक्रॉन भारत में सेमी कंडक्टर प्लांट के लिए करीब 2.7 अरब डॉलर का निवेश करेगी। इसके लिए मंत्रिमंडल की तरफ से माइक्रॉन को सेमीकंडक्टर टेस्टिंग एंड पैकेजिंग यूनिट के लिए इन्वेस्टमेंट की मंजूरी दे दी गई है। सेमीकंडक्टर प्लांट लगने के बाद मोबाइल-लैपटॉप्स के दाम घट सकते हैं।
GE-F414 टेक्नोलॉजी फाइटर जेट के इंजन बनाने की तकनीक है। अमेरिकी नेवी इसी तकनीक से बने इंजन का अपने फाइटर जेट पर इस्तेमाल करती हैं। GE-F414 तकनीक से बने फाइटर जेट इंजन का भारत अपने हल्के लड़ाकू विमान तेजस में कर सकता है।
यह विशेष थाली न्यू जर्सी के रेस्टोरेंट मालिक श्रीपद कुलकर्णी द्वारा तैयार की गई है। एक वीडियो में रेस्टोरेंट मालिक ने बताया है कि भारतीय समुदाय की मांग पर हमने मोदी जी स्पेशल थाली बनाई है।
विनाश करने वाले बमवर्षक के भारत पहुंचने पर चीन के होश उड़ गए हैं और चीनी मामलों के विश्लेषक मोदी सरकार की विदेश नीति की तारीफ करने लगे हैं।
अमेरिका ने साफ शब्दों में चीन की इस हरकत की निंदा करते हुए कहा है कि भारतीय क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश पर दावा करने के चीन की कोशिशों का यूएस दृढ़ता से विरोध करता है।
वाल स्ट्रीट जर्नल में छपे एक लेख में कहा गया है कि बीजेपी दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण पार्टी है और पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा एक बार फिर 2024 का चुनाव जीतेगी। जानिए और क्या लिखा है?
अमेरिका के सेमीकंडक्टर एवं विज्ञान अधिनियम और भारत के सेमीकंडक्टर मिशन के अनुरूप सेमीकंडक्टर के लिए आपूर्ति श्रृंखला और विविधीकरण पर एक सहयोगी तंत्र स्थापित किया जाएगा।
भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति को चीन पर नवगठित हाउस कमेटी का ‘रैंकिंग सदस्य’ बनाया गया है, जो चीन की उन कार्रवाइयों से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर गौर करेगी जिससे अमेरिका और दुनिया को खतरा हो सकता है।
उत्तराखंड में चल रहे संयुक्त सैन्य अभ्यास को लेकर चीन की आपत्तियों विदेश मंत्रालय ने खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत काअमेरिका के साथ संबंध है और इसे कोई वीटो नहीं कर सकता ।
Indo-US Relationship:भारत और अमेरिका के बीच संबंधों के लिहाज से ह्वाइट हाउस ने वर्ष 2022 को सबसे बड़ा वर्ष बताया है। व्हाइट हाउस के एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों के इतिहास में 2022 एक बड़ा साल रहा है और वर्ष 2023 और भी बड़ा होने वाला है।
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