पीएम मोदी का रूस दौरा समाप्त होने के बाद अमेरिका का बड़ा बयान सामने आया है। पेंटागन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रूस के साथ संबंधों में नजदीकी बढ़ने के बावजूद भारत अमेरिका का रणनीतिक साझेदार बना रहेगा। अमेरिका ने उम्मीद जताई कि यूक्रेन में शांति के लिए भारत रूस से आग्रह करके मुद्दे को सुलझाने का प्रयास करेगा।
लंबे समय से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी बातचीत बंद है। ऐसे में भारत-पाकिस्तान रिश्तों और आतंकवाद को लेकर अमेरिका ने एक बार फिर से बयान दिया है।
भारत और अमेरिका के रिश्ते किस तरह से पिछले कुछ माह में बदले या मजबूत हुए हैं, इसे लेकर अमेरिका की ओर से नया बयान सामने आया है। अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने भारत और अमेरिका के मौजूदा रिश्तों की सच्चाई बताई है।
अमेरिका ने कहा है कि ईरान के साथ व्यापारिक समझौते करने वाले किसी भी देश पर प्रतिबंधों का खतरा है। बता दें कि भारत-ईरान ने हाल ही में चाबाहार बंदरगाह को लेकर एक डील की है।
वित्त वर्ष 2018-19 से 2023-24 के दौरान टॉप 15 व्यापारिक भागीदारों के साथ भारत के व्यापार में काफी बदलाव आया है। इससे न केवल आयात और निर्यात प्रभावित हुआ है।
ईरान-इजरायल युद्ध की बढ़ती आशंका के बीच भारत-अमेरिका ने अपनी रणनीतिक साझेदारी और सतर्कता पर अधिक फोकस करना शुरू किया है। मध्य-पूर्व के हालात और रूस-यूक्रेन युद्ध के अलावा दक्षिण चीन सागर से लेकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अशांति ने तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा बढ़ा दिया है। ऐसे में विदेश सचिव विनय क्वात्रा वाशिंगटन में हैं।
आठ अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर जवाबी शुल्क हटाने के भारत के फैसले के बाद अब अमेरिका अतिरिक्त 25 प्रतिशत और 10 प्रतिशत शुल्क का भुगतान किए बिना भारत से इन आयातों की परमिशन दे रहा है।
टू-प्लस-टू वार्ता के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत-अमेरिका द्वारा मिलकर किए जा रहे कार्यों का ब्यौरा दिया। साथ ही देनों देशों की दोस्ती को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की।
भारत-अमेरिका के बीच आज होगी "टू-प्लस-टू वार्ता" आज नई दिल्ली में शुरू होने जा रही है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन इसके लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह उनके साथ दोनों देशों के रक्षा और विदेश संबंधों को नया मुकाम देंगे।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन कल शुक्रवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं। वह नई दिल्ली में विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ टू-प्लस-टू वार्ता में शामिल होंगे। इस दौरान भारत-अमेरिका के रक्षा और विदेश संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने व वैश्विक सुरक्षा पर चर्चा होगी।
भारत-अमेरिका के बीच शीघ्र टू-प्लस-टू वार्ता नई दिल्ली में होने वाली है। इसके लिए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भारत आएंगे। वह यहां विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे। भारत और अमेरिका इस दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा पर अहम रणनीति बनाएंगे।
भारत और अमेरिका की दिल्ली में होने वाली "टू प्लस टू वार्ता" से पाकिस्तान और चीन में खलबली है। अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयल ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इस वार्ता के लिए दिल्ली आ रहे हैं। वह भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक साथ वार्ता करेंगे।
भारत-अमेरिका स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम ने कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को आधारहीन बताया है। USISPF के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा कि ट्रूडो ने बिना ठोस सुबूतों के भारत के खिलाफ आरोप लगाए। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें पर्याप्त और प्रमाणिक सुबूत होने के बाद ही ऐसे आरोप लगाने थे।
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत पर लगाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आक्रामता से कनाडा घबरा गया है। कनाडा को इस बीच आशंका है कि अमेरिकी हस्तक्षेप से पीएम मोदी और भी अधिक नाराज व हमलावर हो सकते हैं। इसलिए कनाडा से अमेरिका से भारत के साथ संबंध बनाए रखने की अपील की
विदेशमंत्री जयशंकर ने कहा कि आज का भारत पहले के भारत से अलग है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे कहना चाहता हूं कि मैं जिसकी बात कर रहा हूं, वह वास्तव में एक अलग भारत है। जैसा कि आपने दूसरों से सुना है, यह वह भारत है, जो चंद्रयान-3 मिशन को पूरा करने में सक्षम है।’ भारत-अमेरिका के संबंध काफी गहरे हुए हैं।
भारत और अमेरिका के संबंध बीते कुछ समय से काफी बेहतरीन हो गए हैं। हाल ही में भारत में हुए जी20 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी पीएम मोदी के साथ बैठक की थी।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (USTR) कैथरीन ताई की नयी दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक के दौरान कुछ अन्य मुद्दों के साथ इस मामले पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों की नई पौध तैयार है। पीएम मोदी की जून में अमेरिका यात्रा के बाद से दोनों देशों के बीच बहुत कुछ बदल चुका है। भारत और अमेरिका अब दुनिया का भविष्य बनने की ओर आगे बढ़ रहे हैं। दोनों देशों को वैश्विक समस्याओं और उसके समाधान की चिंता है। भारत और अमेरिका अब वैश्विक रणनीतिक साझेदारी में नया रोल।
इन दिनों भारत और अमेरिका की दोस्ती स्वर्णिम दौर से गुजर रही है। दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी होने से भारत-अमेरिका के सैन्य संबंध भी नए मुकाम पर हैं। यह बात शीर्ष अमेरिकी जनरल ब्राउन ने कही है। उन्होंने क्वाड को दुनिया की नई ताकत बताया है।
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान टेक्नोलॉजी सेक्टर में दोनों देशों के बीच में कई बड़ी डील्स हुईं। जहां अमेरिका भारत को फाइटर प्लेन के इंजन बनाने की तकनीक देगा तो वहीं कई बड़ी अमेरिकी कंपनिया भारत में निवेश करने का भी ऐलान कर चुकी हैं।
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