साल 1971 की लड़ाई के जांबाज सिपाही भैरों सिंह राठौड़ को सीने में दर्द के चलते जोधपुर एम्स में भर्ती कराया गया था। सिपाही भैरों ने भारत-पाकिस्तान के युद्ध में हिस्सा लिए था। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भैरों सिंह राठौड़ को फोन कर हेल्थ अपडेट लिया था।
'जगदम्बा की जय हो!' ये वही शब्द थे, जो 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान एक घायल, लेकिन दृढ़निश्चयी और साहसी द्वितीय लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल ने कहे थे, जब वह लगी चोटों की परवाह न करते हुए पाकिस्तानी युद्धक टैंकों को नष्ट करने के लिए आगे बढ़े थे।
दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामले के कार्यकारी सहायक विदेश मंत्री डीन थॉम्पसन ने यहां संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, "भारत-पाकिस्तान के संबंध में मैं केवल यह बताना चाहूंगा कि हम दृढ़ता से मानते हैं कि भारत और पाकिस्तान को अपने मुद्दे आपस में ही हल करने होंगे।"
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने से बौखलाए पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद अहमद ने एक बार फिर गीदड़भभकी दी है। उन्होंने कहा है कि भारत के खिलाफ जंग खून के आखिरी कतरे तक होगी और इस जंग में सीजफायर नहीं होगा।
तारीख थी 16 दिसंबर 1971, पाकिस्तान के करीब 90,000 से ज्यादा सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया और भारत ने युद्ध जीत लिया। जश्न में मनाया जाने लगा- ‘विजय दिवस’।
4 दिसंबर को हर साल भारत में नौसेना दिवस (नेवी डे) मनाया जाता है। लेकिन, क्या आपने कभी ये जानने की कोशिश की है कि आखिर नेवी डे क्यों मनाया जाता है? आज जान लीजिए।
महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की वकालत की। महबूबा ने कहा जंग समाधान नहीं है..अब की बार दोनों मुल्कों में अगर जंग हुई तो कयामत आ जाएगी।
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