कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी सेना की आक्रामकता की निंदा करते हुए चीनी सामनों के बहिष्कार का आह्वान किया है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी इस बैठक के जरिए विपक्ष की ओर से उठाए जाने वाले सारे सवालों का जवाब दे सकते हैं। ताकि चीन से विवाद के मसले पर किसी तरह का किसी को भ्रम न हो।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के विरोध में मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के ट्रांसपोर्टरों ने बुधवार को घोषणा की कि वे बृहस्पतिवार से चीनी कम्पनियों के माल की बुकिंग नहीं करेंगे।
चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने सोमवार रात लगभग 120 भारतीय सैनिकों (करीबन एक पूरी कंपनी) को घेर लिया और उन पर कपटपूर्ण तरीके से बर्बरतापूर्ण हमले किए।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के विरोध में, पूर्व सैनिकों का एक समूह बुधवार को यहां चीनी दूतावास के पास एकत्र हुआ।
गलवान घाटी की एक ताजा सेटेलाइट तस्वीर सामने आई है। जिसमें चीनी सेना का जमावड़ा साफ दिखाई दे रहा है।
भारत और चीन के सैनिकों के बीच सोमवार रात हुई खूनी झड़प के बाद एक बाद फिर दोनों देशों ने माहौल में नरमी लाने के संकेत दिए हैं।
आइए जानते हैं कि 20 मई को भारत चीन के बीच सैन्य स्तर की बातचीत के बाद हालत कहां से कहां तक पहुंच गए।
लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात हुए खूनी संघर्ष के बाद भारत ने अब आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है।
चीन भारत के बीच लद्दाख में में जारी खूनी संघर्ष के बीच पाकिस्तान ने भी नापाक हरकत को अंजाम दिया है।
लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प पर अमेरिका ने शहीद हुए 20 भारतीय जवानों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की और कहा कि वह हालातों पर करीब से नजर बनाए हुए है।
यह सड़क लद्दाख के दरबुक से लद्दाख के नॉर्थमोस्ट कॉर्नर के इलाके दौलत बेग ओल्डी सेक्टर तक जाती है। पिछले साल ही इस रोड को बनाने का का पूरा हुआ है।
भारत की तरफ से 20 जवानों के शहीद होने की खबर है, वहीं चाइना की तरफ से भी 43 सैनिकों के मारे जाने की खबर सामने आई है।
भाकपा ने अलग से बयान जारी कर कहा कि समझा जाता है कि वर्तमान गतिरोध का वार्ता और स्थापित रूपरेखा के माध्यम से समाधान किया जा सकता है, जिस पर दोनों देश सहमत हुए हैं।
भारतीय और चीनी सेना के बीच पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील, गलवान घाटी, डेमचोक और दौलतबेग ओल्डी में तनाव चल रहा है। बड़ी संख्या में चीनी सैनिक वास्तविक सीमा पर पैंगोंग झील सहित कई भारतीय क्षेत्रों में आ गए थे।
भारतीय सेना के सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार शहीद होने वाले अफसर का नाम कर्नल संतोष बाबू है। वो 16 बिहार रेजीमेंट के कमॉंडिंग अफसर थे।
गलवान घाटी में हालात तनावपूर्ण हैं। सोमवार रात भारत और चीन की सेनाओं में खूनी झड़प हुई। जिसमें हमारे तीन जवान शहीद हो गए और चीन की PLA के पांच सैनिक मारे गए।
लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में भारतीय सेना के एक अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चीन के सैनिक पत्थर और कंटीली तार लेकर आए थे और अचानक भारतीय सैनिकों पर हमला बोल दिया।
इससे पहले 1975 में अरुणाचल प्रदेश में तुलुंग ला में हुए संघर्ष में चार भारतीय जवान शहीद हो गए थे। सेना ने कहा कि चीन को भी नुकसान हुआ है। हालांकि कितना नुकसान हुआ है यह अभी स्पष्ट नहीं है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार को अब कुछ कड़े कदम उठाने का समय आ गया है। हमारी ओर से कमजोरी का प्रत्येक संकेत चीनी हरकतों को और ज्यादा बढ़ावा देता है।
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