कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल किया, ‘‘आज जब हम शहीदों को नमन कर रहे हैं तो देश जानना चाहता है कि अगर चीन ने लद्दाख में हमारी सरमजमीं पर कब्जा नहीं किया तो फिर हमारे 20 सैनिकों की शहादत क्यों और कैसे हुई?’’
दरअसल चीन के साथ लद्दाख रीजन में दो जगहों पर टेंशन है। पहला तो गलवान वैली और दूसरी पेंगोग त्सो लेक के आसपास। इन दोनों इलाकों की लेटेस्ट तस्वीरें इंडिया टीवी के पास है
उन्होंने कहा कि हमें न सिर्फ चीन की क्षमताओं पर बल्कि उसकी मंशा पर भी ध्यान रखने की जरूरत है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में पूर्वी लद्दाख क्षेत्र वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास हुए घटनाक्रमों का क्रमिक ब्योरा दिया और 15 जून को गलवान घाटी में हुए हिंसक संघर्ष के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री मून-जे-इन के कोरियाई महाद्वीप में शांति प्रयासों की भी सराहना की। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वीडियो संदेश को सोल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिखाया गया।
चीन के राजदूत सुन वेइडोंग ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मौजूदा सीमा विवाद के समाधान की जिम्मेदारी चीन पर नहीं है। भारत द्वारा उठाए गए कदम विभिन्न द्विपक्षीय समझौतों की भावनाओं के अनुरुप नहीं हैं।
चीन की फौज पैंगोंग झील को छोड़कर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सभी नो मैन लैंड वाले इलाकों से पीछे हटी है। लेकिन पैंगोंग झील पर चीन फौज अपने वादे के मुताबिक पीछे नहीं जा रही है।
गलवान वैली में चीन की घुसपैठ को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं और कई सवाल उठ रहे हैं लेकिन पहली बार गलवान वैली की तस्वीरें सामने आई हैं।
चीन और भारत को एक दूसरे का बेहद अहम पड़ोसी बताते हुए चीन के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि चीन-भारत सीमा पर अमन-चैन बनाकर रखना दोनों पक्षों के साझा हितों में है और इसके लिए संयुक्त प्रयासों की जरूरत है।
सोमवार को करीब 11 घंटे तक चली कोर कमांडर्स की मीटिंग में तय हुआ कि भारत और चीन दोनों देशों की फौज अपनी अपनी पुरानी पोजीशन पर लौटेगी।
साइबर शाखा के विशेष पुलिस महानिरीक्षक यशस्वी यादव ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव के बाद ऑनलाइन हमले बढ़े हैं।
चीन के प्रोपेगेंडा अखबार की इस फर्जी खबर की रक्षा मंत्रालय ने कुछ ही मिनटों में हवा निकाल दी। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का अपनी चीनी समकक्ष से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि रूस के अधिकारियों के साथ उनकी बातचीत काफी सकारात्मक और अच्छी थी। मुझे आश्वासन दिया गया है कि चल रहे अनुबंधों को न केवल बनाए रखा जाएगा, बल्कि जल्द ही निष्पादित किया जाएगा।
भारत और चीन अपने सीमा विवाद के शांतिपूर्ण समाधान में किसी तीसरे पक्ष की भूमिका को खारिज कर चुके हैं। रूस के दोनों देशों से करीबी रिश्ते हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता Zhao Lijian गलवान में हुई खूनी झड़प के बाद से ही चीन के मृतक सैनिकों से जुड़ी जानकारी को लेकर दुनियाभर के पत्रकारों के सवालों की बौछार का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत को अमेरिका और अन्य देशों के साथ अच्छे संबंध का निर्माण करना चाहिए और साथ ही अपने पुराने मित्रों के साथ अच्छे रिश्ते बरकरार रखने चाहिए।
ऊर्जा विभाग के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को 'भाषा' को बताया कि प्रदेश में अब चीन बने बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगा दी गई है।
सोमवार को सहरद पर भारत और चीन के बीच एक बार फिर कोर कमांडर लेबल की बात हुई और इसमें भारत ने साफ कर दिया कि चीन को दो मई से पहले वाली स्थिति बहाल करनी होगी।
झा ने कहा कि बिहार के अधिकारियों को इसी प्रकार से कमला नदी तटबंध की मरम्मत का काम पूरा करने से रोका जा रहा है।
सेना के हाथ खोलने के भारत के कदम से तिलमिलाया चीन अब ग्लोबल टाइम्स के जरिए कह रहा है कि यह एक गैर जिम्मेदाराना कदम है और इसके जरिए दोनो देशों के बीच हुए सबसे अहम समझौता टूट सकता है और इसके जरिए अनचाहा सैन्य मतभेद पैदा हो सकता है।
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