चीन के सैनिक अपने साथ मोटी गांठ वाली रस्सी, झटका देने वाली पिस्टल और कीलों वाला मोटा डंडा भी लेकर आए थे। इस इलाके में अपना दबदबा कायम करने के लिए चीनी सैनिकों की पूरी प्लानिंग को भारतीय सैनिकों ने फेल कर दिया।
यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की गई, लेकिन भारतीय सेना ने बहादुरी से रोका और उन्हें अपनी पोस्ट पर जाने के लिए मजबूर कर दिया। रक्षा मंत्री ने कहा इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई हुई और कुछ सैनिक मामूली रूप से घायल हुए।
कार्यवाही शुरू होने पर सदन ने 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और तवांग सेक्टर में झड़प का विषय उठाते हुए कहा कि इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए।
पूरे साजो-सामान से लैस होकर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तारबंदी के उद्देश्य से पहुंचे चीन के जवानों को भारतीय सैनिकों ने खदेड़ दिया। चीन के जवान अपने साथ घातक हथियार लेकर आए थे। इस झड़प में 8 भारतीय सैनिक घायल हुए हैं जबकि चीन के सैनिकों के घायल होने की संख्या ज्यादा है।
Tawang Clash: बताया जा रहा है कि चीन के करीब 300 सैनिक आए थे, जिसे भारतीय सैनिकों ने खदेड़ा। इस झड़प में चीन के 20 से ज्यादा सैनिक घायल हो गए हैं, जबकि भारत के 8 जवान घायल बताए जा रहे हैं।
भारत और अमेरिका के बीच चीन की सीमा पर संयुक्त सैन्याभ्यास जारी है। इस सैन्याभ्यास को लेकर चीन चिढ़ गया है। हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब इस तरह का सैन्याभ्यास एलएसी पर किया जा रहा है। वैसे पहली बार सीमा के इतने करीब अभ्यास हो रहा है।
India VS China @ LAC Laddakh: भारत और चीन की सीमा पर आखिर अचानक इतनी हलचल क्यों है, क्या पूर्वी लद्दाख से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर कुछ बड़ा होने वाला है?...आखिर भारत को क्यों पूर्वी लद्दाख में अचानक मिसाइलों और टैंकों की तैनाती करनी पड़ी है?
अक्साई चिन जोकि चीन के कब्जे में है, वहां पीएलए पूरी तरह से तैनात है। यहां उनके रॉकेट, आर्मर, आर्टिलरी और मिसाइल सपोर्ट रेजीमेंट के साथ सेना के दो डिवीजन और बॉर्डर गार्ड डिवीजन मौजूद हैं।
Tension between India China on LAC:क्या चीन इस बार गलवान घाटी से भी बड़ी घटना को अंजाम देना चाहता है, क्या चीन ने इसकी तैयारी अबकी बार कई गुना ज्यादा मजबूत कर ली है, वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आखिरकार चीन के सैनिकों की संख्या में कोई कमी नहीं आना क्या संकेत दे रहा है?...
Big Disclosure on Chinese Infiltrators in Galvan Valley:जून 2020 में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की घुसपैठ और भारतीय जवानों से भिड़ंत अचानक और यूं ही नहीं थी, बल्कि इसके पीछे चीन की बड़ी साजिश थी। अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के एक खुफिया अध्ययन से सामने आई रिपोर्ट ने सबकी नींद उड़ा दी है।
India-China: चीन ने मुंबई पर हुए आतंकी हमले के दोषी लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर को ब्लैक लिस्ट करने के यूनाइटेड नेशन के प्रस्ताव पर रोक लगा दी है। इस प्रस्ताव का भारत ने भी समर्थन किया था।
Asaduddin Owaisi: असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, पीएम ने देश से कहा कि कोई भी हमारे क्षेत्र में नहीं आया है, लेकिन चीनी सैनिक अंदर हैं। जब कोई घुसा नहीं है, तो हॉटस्प्रिंग से पीछे कौन हट रहा है।
भारत चीन की सेनाओं के बीच एक बड़ी ख़बर सामने आयी है। इंडिया TV को मिली जानकारी के मुताबिक़ दोनों देशों की सेनाएं पेट्रोलिंग पॉइंट गोगरा और हॉटस्प्रिंग से अपने-अपने सैनिकों को पीछे करेंगी।
Vostok 2022 Military Exercise: रूस में वोस्तोक-2022 सैन्य अभ्यास में भारतीय सैनिकों की भागीदारी पर नई दिल्ली में भारतीय सेना या रक्षा मंत्रालय की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
India China: ग्लोबल टाइम्स ने भारत पर 1993 और 1996 के समझौतों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उसने चीनी विश्लेषक के हवाले से लिखा है, '17 जुलाई को भारत और चीन के बीच 16वीं कोर कमांडर स्तर की बैठक हुई थी, तब स्थिरता और शांति बनाए रखने पर सहमति बनी थी।
India China: जयशंकर ने कहा, ‘वे हमारे पड़ोसी हैं और हर कोई अपने पड़ोसी के साथ मैत्री के साथ रहना चाहता है. मुझे आपका और आपको मेरा सम्मान करना चाहिए। हमारा दृष्टिकोण बहुत स्पष्ट है कि अगर आपको बेहतर संबंध बनाने है, तो एक-दूसरे के प्रति सम्मान होना चाहिए।’
India China:पीएम मोदी ने जहां इस साल कई बहुपक्षीय और द्विपक्षीय बैठकों के लिए विदेश यात्रा की है, इसके उलट शी ने जनवरी 2020 से चीन से बाहर कदम नहीं रखा है। हालांकि, शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, शी जिनपिंग एसईओ की बैठक के लिए समरकंद की यात्रा कर सकते हैं।
Indo-China Relationship: जून 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद एक बार फिर से दोनों देशों के रिश्ते नाजुक दौर में पहुंच चुके हैं। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि स्वयं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कही है। गलवान घाटी के संघर्ष में देश के करीब 20 जवान शहीद हो गए थे।
India Post Independence War: आजादी के बाद से ही भारत एक ताकतवर देश के तौर पर उभरा है। उसने इन 75 सालों में कई बार जंग लड़ी। ये लड़ाइयां चीन और पाकिस्तान के साथ हुईं। भारत ने चीन को तो धूल चटा ही दी, साथ ही पाकिस्तान को भी हर बार मुहं की खानी पड़ी है।
Independent Day Special: 15 अगस्त 1947 को जब हिंदुस्तान आजाद हुआ तो दुनिया को जीरो देने वाला भारत ज़ीरो पर ही खड़ा था, लेकिन आज 75 वर्षों के बाद जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मना रहा है तब वह दुनिया के सबसे ताकतवर देशों की श्रेणी में खड़ा है।
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