ड्रोन आज के समय की जरूरत बन गए हैं। ड्रोन के माध्यम से भारत चीन की पीएलए को सबक सिखाने के लिए तैयार है। इसके लिए 2000 ड्रोन का आर्डर दिया गया है। अरूणाचल प्रदेश और गलवान की घटना के बाद से ही ड्रोन की जरूरत महसूस की जा रही थी। यूक्रेन ने ड्रोन की मदद से ही रूसी सैनिकों को क्षति पहुंचाई है।
कुटिल चीन सीमा पर कायराना हरकतें करता रहता है। चीन की ऐसी कुत्सित मानसिकता और चुनौतियों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत की तैयारियां भी कम नहीं है। भारत अपनी सरहदों को तेजी से ताकतवर बना रहा है। सड़क, सुरंग, पुल सभी के कंस्ट्रक्शन पर तेजी से काम हो रहा है।
ट्रेनिंग में खासतौर पर बिना गोली चलाए जैपनीज और इजराइली टेक्निक से जुडो-कराटे, कुंगफू, कोरोमा समेत अन्य कई तरह की शारीरिक तकनीक सिखाई जा रही है।
भारत-चीन सीमा के निकट सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने टनकपुर-तवाघाट सड़क पर दो और पुल बनाए हैं, ताकि अंतिम सीमा चौकियों तक परिवहन की सुविधा बढ़ाई जा सके। इससे सेना अब आखिरी चौकियों तक वाहनों के साथ पहुंच सकेगी। इस पुल के बनने से सेना चीन बॉर्डर पर अपने ठिकानों को और मजबूत कर सकेगी।
2020 में गलवान के बाद 9 दिसंबर 2022 को तवांग में फिर चीन और भारत के सैनिकों की झड़प हुई। भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर चीन कभी गलवान, कभी तवांग, कभी डोकलाम...आखिर भारत पर हमले के लिए क्यों आमादा है। इसके पीछे कई अहम कारण है, जिन्हें समझने के लिए पढ़िए पूरी डिटेल।
महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच विवादास्पद सीमा विवाद पर नए सिरे से वाकयुद्ध छिड़ गया है। संजय राउत ने कहा, हम इसे बातचीत के जरिए सुलझाने के इच्छुक हैं लेकिन कर्नाटक के मुख्यमंत्री आग भड़का रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर सेना का मनोबल तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी कह रहे हैं कि सेना की पिटाई हुई है जबकि वास्तविकता इससे अलग है और इस पर सेना का भी बयान आ गया है।
Congress संसद के अंदर चीन पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा कर रहा है तो Sonia Gandhi की अगुवाई में गांधी प्रतिमा के सामने विपक्ष के सांसदों ने प्रदर्शन किया। Mallikarujn Kharge ने कहा कि सरकार क्यों डर रही है। #ChinaControversy #TawangFaceoff #CongressProtest #MallikarjunKharge #SoniaGandhi
BJP ने Rahul Gandhi पर साधा निशाना, गौरव भाटिया ने राहुल गाँधी पर सेना का मनोबल तोड़ने का लगाया आरोप | यही नहीं बीजेपी ने बताया की कांग्रेस संसद में चर्चा होने देना नहीं चाहती इसलिए किया हंगामा #gauravbhatia #rahulgandhi #indianarmy #indiatv
आप सांसद संजय सिंह ने तवांग मुद्दे पर सरकार से किए सवाल, क्यों सरकार जवाब देने से बच रही है? #sanjaysingh #tawang #tawangclash #indiatv
भारत एलएसी पर चीन को उसी की भाषा में जवाब दे रहा है। चीनी सैनिक अगर उकसाते हैं तो सेना उसका जवाब ऑन द स्पॉट देती है। चीन जिस तरह सड़कों का जाल तैयार कर रहा है, उसी तरह भारत भी चीन से सटी सीमा पर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर रहा है। यही वजह है कि चीन चिढ़ा है।
खरगे ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा, सरकार चीन पर चर्चा से भागती है। अरुणाचल प्रदेश में इतनी बड़ी घटना हुई, लेकिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह महज एक पेज का बयान देते हैं। चीन पर सरकार क्या कर रही है, यह सरकार को हमें बताना चाहिए।
अरुणाचल प्रदेश में पड़ने वाले तवांग सेक्टर में चानी और भारतीय सेना के बीच हई झड़प के बाद सीमा पर तनाव का माहौल बना हुआ है। सीमा पर तनाव की स्थिति के साथ देश में राहुल के बयान पर बवाल भी मचा हुआ है, जिस पर अब विदेश मंत्री ने करारा जवाब दिया।
ओवैसी ने कहा सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए या संसद में बहस करनी चाहिए और हमें बताना चाहिए कि वे चीन पर क्या फैसला ले रहे हैं। यदि सरकार राजनीतिक नेतृत्व दिखाती है, तो पूरा देश उनका समर्थन करेगा।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह LAC पर स्थिति के बारे में संसद में ‘चर्चा करने से भाग रहे’ हैं। पार्टी ने सवाल किया कि क्या सरकार चीन के साथ अपने ‘नजदीकी संबंधों’ के कारण खामोश है।
India-China Clash: योगी ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले डोकलाम में भी जब घुसपैठ हुई थी, उस समय भी भारत के जवानों के शौर्य और पराक्रम का सम्मान करने के बजाय कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी का चरित्र जाहिर था।
राहुल ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र छीन लिया है, 20 भारतीय सैनिकों की हत्या कर दी है और ‘अरुणाचल प्रदेश में हमारे जवानों को पीट रहा है।’
उन्होंने इशारों-इशारों में राहुल गांधी को भी नसीहत दे डाली। राजनाथ सिंह ने कहा कि राजनीति सच बोलकर की जाती है, झूठ बोलकर नहीं।
अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे तवांग क्षेत्र में 9 दिसंबर को भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सेना और भी अधिक चौकस हो गई है। वहीं वायुसेना भी चीन सीमा के नजदीक युद्धाभ्यास कर रही है।
तवांग में जारी टेंशन के बीच एलएसी पर भारतीय सेना और वायुसेना पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। ड्रैगन को तवांग से खदेड़ने के बाद आज से ईस्टर्न सेक्टर में वायुसेना ने बड़ी एक्सरसाइज़ शुरू कर दी है। युद्धाभ्यास में वायुसेना के सभी घातक लड़ाकू विमान शामिल हैं।
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