वित्त वर्ष 2018-19 से 2023-24 के दौरान टॉप 15 व्यापारिक भागीदारों के साथ भारत के व्यापार में काफी बदलाव आया है। इससे न केवल आयात और निर्यात प्रभावित हुआ है।
भारत और चीन के बीच बीते कई दशकों से सीमा विवाद रहा है। इस बीच चीन की सेना ने बड़ा बयान दिया है। चीनी सेना की तरफ से कहा गया है कि सैन्य गतिरोध सुलझाने के लिए दोनों देश वार्ता कर रहे हैं।
एक विदेशी मीडिया को दिए पीएम मोदी के साक्षात्कार को लेकर चीन ने फिर अपनी प्रतिक्रिया दी है। चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत-चीन ने सीमा विवादों को हल करने के लिए काफी सकारात्मक प्रगति की है। चीन ने भारत के साथ संबंध सुधरने की उम्मीद जताई है।
बीते कई दिनों से चीन की ओर से भारत के अरुणाचल प्रदेश को लेकर उकसावा वाले बयान जारी किए जा रहे हैं। भारत सरकार ने चीन के सभी दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। अब असम के सीएम ने भी इस मामले में बयान दिया है।
अमेरिका ने बीते 9 मार्च को अरुणाचल प्रदेश के मुद्दे पर भारत का साथ दिया था। अब चीन को ये बात बुरी लग गई है और उसने अमेरिका पर इस मामले को भड़काने का आरोप लगाया है।
भारत का रुख नहीं बदलेगा कि अरुणाचल प्रदेश उसका अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा।
भारत और चीन के संबंध तब तक सामान्य नहीं हो सकते, जब तक कि सैनिकों की तैनाती पूर्ववत स्थिति में नहीं हो जाती। चीन ने सीमा पर रक्तपात और हिंसा की है। साथ ही सीमा समझौतों का उल्लंघन किया है। सीमा सुरक्षा से समझौता करके चीन से संबंध बहाल नहीं किया जा सकता। मलेशिया में विदेश मंत्री जयशंकर ने यह बात कही।
'आप की अदालत' में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रजत शर्मा के भारत-चीन मुद्दे पर पूछे गए कई सवालों का जवाब दिया। इस दौरान रजत शर्मा ने ये सवाल किया कि क्या चीन भारत पर आक्रमण कर सकता है? इसपर राजनाथ सिंह ने क्या कहा, जान लीजिए।
सीडीएस चौहान ने कहा कि हमें विवादित सीमाएं विरासत में मिलीं। चीन द्वारा तिब्बत पर कब्जे ने उन्हें एक नया पड़ोसी बना दिया और भारत के विभाजन ने एक नए राष्ट्र का निर्माण किया जो शत्रुता और हमारे प्रति नफरत पर पनपा।
भारत-चीन सीमा विवाद का कोई हल नहीं निकल पा रहा है। वर्ष 2020 में गलवान घाटी की हिंसा के बाद से ही सीमा पर तनाव बढ़ गया है। इस बीच बीजिंग ने कहा है कि भारत और चीन के बीच के सारे द्विपक्षीय संबंध सिर्फ एलएसी के मुद्दे से ही तय नहीं हो जाते। जबकि भारत चीन पर समझौतों का पालन नहीं करने का आरोप लगाता रहा है।
भारत और चीन गत 4 वर्षों से तनाव के चरम पर हैं। दोनों देशों के रिश्ते 2020 में गलवान घाटी हिंसा के बाद से ही नाजुक चल रहे हैं, जिसमें सुधार की फिलहाल कोई गुंजाइश नहीं दिख रही। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि जब तक चीन सीमा समझौतों का पालन नहीं करता, तब तक एलएसी पर शांति संभव नहीं है।
भारत-चीन के बीच वास्तवि नियंत्रण रेखा पर 3 वर्षों से अधिक समय से चले आ रहे जबरदस्त तनाव को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। 21वें दौर की सैन्य वार्ता में भारत और चीन की सेनाएं सीमा पर शांति और सौहार्द्र कायम रखने के लिए सहमत हुई हैं। हालांकि विवादित क्षेत्रों का अब भी कोई हल नहीं निकल सका है।
गलवान घाटी हिंसा के 3 वर्ष बाद चीनी सैनिकों ने एक बार फिर उकसावे वाली कार्रवाई शुरू कर दी है। चीनी सैनिकों की इस बार भारतीय चरवाहों से भिड़ंत हो गई। मगर भारतीय चरवाहे उनसे दबे नहीं। चरवाहों की चीनी सैनिकों से जमकर कहासुनी हुई। इसके बाद अब विदेश मंत्रालय ने अपना बयान जारी किया है।
देश के 75वें गणतंत्रता दिवस के मौके पर भारत-चीन सीमा पर तैनात आइटीबीपी के जवानों ने अपने विदेश अंदाज में देशवासियों को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। जवानों ने बर्फीले इलाके से हाथ में तिरंगा लिए भारत माता की जयघोष के साथ अपना एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह काफी जोश में नजर आ रहे हैं।
भारत और चीन के बीच रिश्ते लगातार तनाव के दौर में चल रहे हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि सीमा पर चीन के साथ भारत के संबंध असमान्य हैं। हालांकि विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया कि दोनों पक्षों की ओर से संबंधों को सुधारने का प्रयास जारी है। मगर अभी तक तनाव का क्रम जारी है।
भारत ने चीनी नागरिकों के लिए वीजा नियमों में ढील देने का फैसला किया है। भारतीय उद्योंगों को रफ्तार देने के मकसद से सरकार ने यह प्रक्रिया शुरू की है। कहा जा रहा है कि इससे चीनी तकनीशियन आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे और भारतीय उद्योंगों की रफ्तार बढ़ेगी।
भारत और चीन के बीच एलएसी पर लगातार तनाव बना हुआ है। इस बीच चीन की सेना ने भारत के साथ संबधों को लेकर नई बात कही है। चीनी विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह भारत के साथ और उसकी फौज के साथ हमेशा अपने संबंधों को महत्व देते हैं। चीन ने कहा कि सीमा पर कई दौर की वार्ता के बाद तनाव कम हुए हैं।
Breaking News: सही वक्त आने पर चीन को कड़ा जवाब देंगे- किरन रिजिजू
आप की अदालत में शनिवार की रात विदेश मंत्री एस जयशंकर रजत शर्मा के तीखे सवालों का जवाब दे रहे हैं। एस जयशंकर ने बताया कि सीमा पर 70 हजार सैनिकों को सीमा पर क्यों भेजा?
चीन ने भारत के दो राज्यों-अरुणाचल प्रदेश और अक्सा चिन पर अपना दावा पेश किया है। नया मैप जारी कर चीन ने भारत के दो राज्यों को ही नहीं, ताइवान और साउथ चाइना सी को भी अपना बता दिया है।
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