India, China agree on 5 point plan: भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से चल रहे तनाव को खत्म करने के लिए पांच-सूत्रीय योजना पर सहमति व्यक्त की है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके चीनी सकमक्ष वांग यी की बीच रूस की राजधानी मास्को में वार्ता खत्म हो गई है।
लद्दाख में LAC पर तनाव जारी है। दोनों देशों की सेनाएं लंबे समय से एलएसी पर आमने सामने है। इस बीच भारतीय सेना ने Pangong Tso झील के फिंगर 4 एरिया में चीन को बड़ा झटका दिया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर की चीन के विदेश मंत्री वांग यी से जल्द ही मास्को में मुलाकात होने वाली है। क्या विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ पूर्वी लद्दाख की स्थिति पर बातचीत करेंगे, यह पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा होगी।
रूस ने मंगलवार को उम्मीद जतायी कि भारत और चीन बातचीत के जरिये सीमा विवाद सुलझा लेंगे। साथ ही उसने दोनों देशों की रजामंदी के बिना मध्यस्थता कराने की बात से भी इनकार कर दिया।
सेना ने कहा, ‘‘भारतीय सेना ने कभी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार नहीं की या गोलीबारी समेत किसी आक्रामक तरीके का इस्तेमाल नहीं किया।’’
ऑल अरूणाचल प्रदेश स्टुडेंट्स यूनियन ने कहा कि यह इस तरह की इकलौती घटना नहीं है, पहले भी पीएलए लगातार इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता रहा है। इससे पहले मार्च में भी पीएलए ने मैकमोहन लाइन के पास से एक युवक को पकड़ लिया था। उसे 19 दिन कैद में रखने के बाद छोड़ा गया था।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारतीय सेना और चीनी PLA के बीच सोमवार की शाम करीब छह बजे झड़प हुई और गोली चली। हालांकि, गोली सिर्फ चेतावनी देने के उद्देश्य से चलाई गई।
subramanian swamy: एलएसी पर तनाव के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने चीन से बातचीत पर सवाल उठाए हैं।
वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए, BRO सर्दियों से पहले सड़क को साफ करने के लिए भारी मशीनरी भी तैनात कर रहा है।
यह सड़क सुरक्षा बलों को रणनीतिक संपर्क प्रदान करेगी क्योंकि यह पड़ोसी देशों की सेना की नजरों से दूर होगी। दो अन्य सड़कें- श्रीनगर-कारगिल-लेह रोड और मनाली सरचू-लेह रोड अंतर्राष्ट्रीय सीमा के करीब हैं, जिससे दुश्मन के लिए उन पर निगरानी रखना आसान हो जाता है।
ग्लोबल टाइम्स ने कहा, भारतीय जनमत बहुत गहराई से और व्यापक रूप से सीमा के मुद्दों में शामिल है। भारतीय सैनिकों का स्पष्ट रूप से घरेलू राष्ट्रवाद द्वारा अपहरण कर लिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि राजनाथ सिंह ने अपने चीनी समकक्ष से स्पष्ट किया कि मौजूदा हालात को जिम्मेदारी से सुलझाने की जरूरत है और दोनों पक्षों की ओर से आगे कोई ऐसा कदम नहीं उठाया जाना चाहिए जिससे मामला जटिल हो और सीमा पर तनाव बढ़े।
भारत और चीन के बीच सीमा पर भले ही तनाव हो और दोनो देशों की सेनाएं एक दूसरे के आमने सामने हों, लेकिन इसके बावजूद चीन के नागरिकों के प्रति भारतीय सैनिकों का मानवीय व्यव्हार सबका दिल जीत रहा है।
पूर्वी लद्दाख में बढ़ते तनाव के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार शाम मास्को में अपने चीनी समकक्ष वेई फेंगहे से मुलाकात की। फेंगहे ने उनसे मिलने के लिए वक्त मांगा था।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को भारत-चीन सीमा विवाद के हल को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने एक ऑनलाइन कार्यक्रम में कहा कि वह ‘पूरी तरह से सहमत’ हैं कि भारत-चीन सीमा विवाद का समाधान कूटनीतिक दायरे में निकालना होगा।
भारत के 118 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने पर चीन ने गुरुवार (3 सितंबर) को कहा कि इससे ना तो भारतीय उपयोक्ताओं और ना ही चीनी कंपनियों को लाभ होगा।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने भारतीय क्षेत्रों में ताजा घुसपैठ के प्रयास किए हैं। दोनों देशों के सैन्य प्रतिनिधि तनाव को कम करने के लिए बातचीत में लगे हुए हैं।
वायुसेना प्रमुख आर.के.एस. भदौरिया ने चीन के साथ सीमा पर तनाव बढ़ने के मद्देनजर अरूणाचल प्रदेश और सिक्किम में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बल की अभियान संबंधी तैयारियों की समीक्षा की है।
चीन के साथ सीमा विवाद के कारण बने तनाव के बीच अब भारत ने उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, नेपाल से सटे बॉर्डर और भूटान से लगी सीमा पर ITBP और SSB की तैनाती को बढ़ा दिया है।
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