तटीय शिपिंग समझौते से भारतीय जहाज बंगाल की खाड़ी में सितावे बंदरगाह और कलादान नदी के बहुआयामी लिंक के माध्यम से मिजोरम तक पहुंच सकेंगे।
आर्टिकल में कहा गया है कि शांति के समय में ये टनल भारतीय सेना के लिए बहुत मददगार होगी लेकर युद्ध के दौरान इसका कोई फायदा नहीं मिल सकेगा।
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को हल करने के लिए एक बार फिर से आगामी 12 अक्तूबर (सोमवार) को कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता होगी।
लद्दाख और अरुणाचल पर आए दिन दावा करने वाले चीन को इस बार अमेरिका से बड़ा झटका मिला है।
भारत और चीन ने बुधवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैनिकों के पीछे हटने के लिए अपनी सेनाओं के वरिष्ठ कमांडरों के बीच एक बैठक आयोजित करने पर सहमति जताई है। दोनों देशों की सेनाएं एलएसी के पास इस साल जून महीने से आमने-सामने हैं।
भारत ने चीन से तनाव के बीच ओडिशा स्थित एक प्रक्षेपण स्थल से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण किया। रक्षा सूत्रों ने कहा कि यह मिसाइल कई स्वदेशी विशिष्टताओं से लैस है जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के एडिटर ने ट्वीट कर कहा है कि ट्रंप प्रशासन साउथ चाइना सी में चीन के द्वीप पर हमला कर सकता है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत और चीन मौजूदा सीमा विवाद हल कर लेंगे। साथ ही उन्होंने एक बार फिर दोनों एशियाई देशों की मदद की पेशकश की।
लद्दाख में सीमा पर तनाव कम करने को लेकर भारत और चीन के बीच हुई कमांडर स्तर की छठे दौर की बात में तय हुआ है कि दोनों देश सीमा पर अतिरिक्त सैनिकों का जमावड़ा नहीं करेंगे। मंगलवार को भारतीय सेना की तरफ से जारी किए गए बयान में यह जानकारी दी गई है। सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच 21 सितंबर को हुई कमांडर स्तर की बातचीत में तय हुआ है कि दोनों तरफ से सीमा पर और सैनिक भेजना रोका जाएगा।
भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद सुलझाने के लिए मोल्डो में 14 घंटे लंबी कूटनीतिक-सैन्य वार्ता की। दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता, विचार-विमर्श का विवरण अभी तक जारी नहीं किया गया है।
चीन से वास्तविक नियंत्रण रेखा के इलाकों में लद्दाख के बर्फीले हिस्सों और पहाड़ी इलाकों में गश्त करने में भारतीय सेना अब खास बैक्ट्रियन कैमल का इस्तेमाल करेगी।
भारत-चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की छठे दौर की वार्ता सोमवार (21 सितंबर) को होगी। भारत और चीन के बीच सोमवार को कोर कमांडर स्तर की वार्ता पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीन वाले हिस्से मोल्दो में होगी। भारत-चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की वार्ता के दौरान पहली बार विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे। भारत-चीन के बीच होने वाली कमांडर लेवल की बातचीत में अधिक से अधिक ठोस परिणाम हासिल किया जा सके इसके लिए भारत सरकार ने ये रणनीति अपनाई है।
वायुसेना में इन लड़ाकू विमानों को शामिल किये जाने के 10 दिनों से भी कम समय के अंदर लद्दाख में उनकी तैनाती की जाने वाली है। अंबाला में 10 सितंबर को एक समारोह में पांच राफेल विमानों को वायुसेना में शामिल किया गया था।
भारत-चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की छठे दौर की वार्ता शुरू हो गई है। सुबह 9 बजे यह बैठक शुरू हुई है और बैठक में भारत की तरफ से 12 सदस्यों का दल भाग ले रहा है
इस हफ्ते एफएंडओ एक्सपायरी की वजह से शेयर बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव का अनुमान, इसके साथ ही भारत-चीन तनाव और कोरोना संकट पर भी निवेशकों की नजर रहेगी
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव को लेकर अगले 2-3 दिनों में कोर कमांडर स्तर की बातचीत होगी।
हर खबर की पीछे की सच्चाई जानने के लिए देखिये हक़ीकत क्या है | 17 सितंबर, 2020
चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी गतिरोध के बीच थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे दो दिन के कश्मीर दौरे पर हैं।
चीन की साइकोलॉलिजकल वॉर वाली कॉन्सपिरेसी बहुत ही खतरनाक है क्योंकि फेसबुक ट्विटर और यूट्यूब के जरिए आम लोगों की सोच पर चोट करने में लगा है ड्रैगन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में भारत-चीन एलएसी विवाद पर कहा कि एलएसी के मुद्दों पर चीन जिम्मेदारी दिखाए। साथ उन्होंने जोर देकर कहा कि हम देश का मस्तक झुकने नहीं देंगे
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