सूत्रों ने बताया कि तीन दिन पहले हुई इस घटना में भारतीय जवानों ने चीनी PLA के सैनिकों की बुरी तरह से पिटाई की है। दोनों सेनाओं के बीच हुई झड़प में 20 से ज्यादा चीनी सैनिक घायल हो गए हैं।
सैन्य सूत्रों के अनुसार यह बैठक रविवार सुबह 11 बजे शुरू हुई और देर रात ढाई बजे तक जारी रही।
,भारत चीन सीमा की कुछ चैंकाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें भारत और चीन की सेनाएं एक दम आमने सामने नजर आ रही हैं।
कि भारत-चीन के बीच कमांडर लेवल बातचीत चल रही है... ये मीटिंग LAC पर मोल्डो में हो रही है... भारत की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन और चीन की ओर से मेजर जनरल लियु लिन बातचीत में शामिल हैं
भारत और चीन के बीच करीब ढाई महीने के बाद आज नौवें राउंड की बातचीत चीन के मॉलदो में शुरू हो गई है।
गलवान में भारतीय सैनिकों द्वारा चीन को दिए गए जवाब की पूरी दुनिया ने तारीफ की थी। गलवान में बुरी तरह पिटने के बाद चीन पूरी तरह से भौचक्का रह गया, हमेशा शांति की बात करने वाली भारतीय सेना इस तरह से पलटकर वार करेगी और पूरी दुनिया के सामने उसे बेनकाब करे देगी ये चीन ने सोचा भी न था।
भारत-चीन तनाव के बीच मोलडो में आज 9वें दौर की कॉर्प्स कमांडर लेवल की अहम बैठक..दोंनों देशों के बीच तनाव कम करने की कोशिश...पिछली 8 वार्ता में नहीं मिली कोई बड़ी सफलता
कल एक बार पिर भारत और चीन के बीच 9वें दौर की बातचीत होगी....मोल्डो में दोनों देशों की सेनाओं के कोर कमांडर बात करेंगे.....बातचीत में पूर्वी लद्दाख में चल रहे सैन्य गतिरोध को दूर करने की कोशिश की जाएगी
चीन से जारी तनाव के बीच सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा है कि हमारे दुश्मन जिस तरह रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण तेजी से कर रहे हैं उस हिसाब से स्पीड में हम थोड़ा पीछे छूट रहे हैं।
साल 2016 में भारत सरकार द्वारा अपनाई गई हालिया नीतियों के चलते तिब्बत की निर्वासित सरकार के बारे में लोगों को कम पता है। इस पर सभी को प्रयास करने की जरूरत है। सर्वेक्षण के दौरान लोगों से बातचीत करते वक्त पता चला कि लगभग 75 फीसदी लोगों को इस बारे में बिल्कुल भी कोई जानकारी नहीं है।
शुक्रवार को आर्मी डे के मौके पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकंद नरवणे ने कहा, "आप सभी उत्तरी सीमाओं पर चीन के साथ चल रहे तनाव से अवगत हैं। सीमाओं पर एकतरफा स्थिति बदलने की साजिश पर एक जोरदार जवाब दिया गया था। मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि गलवान के बहादुरों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।"
India China Tension: उन्होंने कहा कि हम चर्चा और राजनीतिक प्रयासों के माध्यम से अपने विवादों का समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध हैं लेकिन किसी को भी हमारे धैर्य की परीक्षा लेने की गलती नहीं करनी चाहिए।
आर्मी चीफ मनोज मुकंद नरवणे ने कहा कि पिछला साल हमारे देश और सशस्त्र बलों के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण था। सशस्त्र बल बड़ी कुशलता से उत्तरी सीमाओं पर बहादुरी से हर हालात में डटे रहे औऱ इन हालातों में महामारी का भी सफलतापूर्वक मुकाबला किया।
बीते साल जून में पूर्वी लद्दाख की गलवान वैली में चीन की सेना से लोहा लेते हुए शहीद हुए कर्नल बी संतोष बाबू तथा कुछ अन्य भारतीय सैनिकों को गणतंत्र दिवस की परेड पर वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जा सकता है।
एलएसी पर पिछले साल से भारत और चीन के बीच गतिरोध जारी है। यह 28 अगस्त, 2020 और 29 अगस्त, 2020 को एहतियाती तैनाती में भारतीय सैनिकों, पूर्व-विस्तारित चीनी विस्तारवादी डिजाइनों को रोक कर पैंगोंग सो के दक्षिणी किनारे पर ऊंचाइयों पर कब्जा कर लिया था।
Defence Institute of Physiology & Allied Sciences (DRDO) के डायरेक्टर डॉक्टर राजीव वार्ष्णेय ने बताया कि DRDO ने पूर्वी लद्दाख, सियाचिन और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात भारतीय सेना के लिए 'हिम तपक' (Him Tapak) नामक नई space heating devices बनाई है। यह सुनिश्चित करेगा कि backblast और carbon monoxide poisoning के कारण जवानों की मौत न हो।
आर्टिकल में लिखा है कि पैंगोंग झील इलाके में भारत की विशाल मिलिट्री को देखा जा सकता है। बता दें कि पैंगोंग झील के बीच से LAC गुजरती है, इस झील का एक बड़ा हिस्सा चीन के कब्जे वाले लद्दाख में हैं।
ये चीनी सैनिक Pangong Tso झील के दक्षिण में गिरफ्तार किया गया है। चीन के इस सैनिक ने LAC पार की थी, जिसके बाद उसे भारतीय फौज द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ट्वीट कर कहा कि चीन में फंसे हमारे नाविक भारत वापस आ रहे हैं! चीन में फंसा Ship M. V. Jag Anand, जिसपर 23 भारतीय क्रू मेंबर सवार है, वे चालक दल के परिवर्तन के लिए चिबा, जापान की ओर रवाना हो रहे हैं।
गलवान घाटी (Galwan Valley) में चीन के नापाक इरादों को नाकाम करने के बाद भारतीय सेना (Indian Army) LAC और आसपास के क्षेत्र में लगातार बढ़त बनाती जा रही है।
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