दोनों देशों ने अपनी-अपनी तरफ से बातचीत के लिए विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किए हुए थे, भारत की तरफ से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल और चीन की तरफ से विदेश मंत्री वांग यी को नियुक्त किया गया था।
लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध और इससे पैदा हालात पर नई दिल्ली स्थित सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च में सामरिक विषयों के प्रोफेसर ब्रह्म चेलानी से भाषा के पांच सवाल और उनके जवाब।
अमेरिकी सीनेटर ने आरोप लगाया कि चीन 10 लाख से अधिक उइगुर मुसलमानों को हिरासत में रखकर लगातार धार्मिक स्वतंत्रता पर हमले कर रहा है तथा उसने हांगकांग को स्वायत्तता और स्वतंत्रता देने के समझौते का पालन नहीं किया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस मैराथन बैठक में भी चीन अपनी चालबाजियों से बाज नहीं आया।
लद्दाख में LAC पर भारत और चीन के बीच तनाव जारी है। इस तनाव को खत्म करने के लिए दोनों देशों की सेनाओं के बीच बातचीत की जा रही है।
चीनी एयरफोर्स ने पिछले कुछ दिनों में बॉर्डर के पास इलाकों में हलचल तेज कर दी है। जिसको लेकर भारत की हर खतरे से निपटने के लिए तैयार है।
कंगना रनौत ने वीडियो शेयर किया है और फैंस से अपील की है कि इस मुश्किल समय में देश का साथ दें।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में पूर्वी लद्दाख क्षेत्र वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास हुए घटनाक्रमों का क्रमिक ब्योरा दिया और 15 जून को गलवान घाटी में हुए हिंसक संघर्ष के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया।
सूत्रों के मुताबिक भारत-चीन सीमा पर कुल 73 सड़कें बनायी जा रही है। गृह मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि इन सड़कों के निर्माण कार्य को सारी एजेंसियों के सहयोग से जल्द पूरा करने को कहा गया है।
एक सूत्र ने बताया कि उद्योगों से चीन से आयातित कुछ सामानों और कच्चे माल पर टिप्पणी और सुझाव देने के लिए कहा गया है।
लद्दाखियों के शौर्य और वीरता की अनेक कहानियां हैं। फिर चाहे वह सैनिकों या स्वयंसेवकों रूप में पहाड़ की चोटी पर सामग्री ले जाने में मदद करने की हो या प्रतिकूल परिस्थितियों में 1962 के भारत-चीन युद्ध और 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान अपना अहम योगदान देना रहा हो।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद की सबसे बड़ी पुत्री और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती ने एक ट्वीट साझा किया, "जो सवाल दागेंगे, साहब उससे भागेंगे।"
भारत की तरफ से 20 जवानों के शहीद होने की खबर है, वहीं चाइना की तरफ से भी 43 सैनिकों के मारे जाने की खबर सामने आई है।
भारतीय और चीनी सेना के बीच पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील, गलवान घाटी, डेमचोक और दौलतबेग ओल्डी में तनाव चल रहा है। बड़ी संख्या में चीनी सैनिक वास्तविक सीमा पर पैंगोंग झील सहित कई भारतीय क्षेत्रों में आ गए थे।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार को अब कुछ कड़े कदम उठाने का समय आ गया है। हमारी ओर से कमजोरी का प्रत्येक संकेत चीनी हरकतों को और ज्यादा बढ़ावा देता है।
लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ 'हिंसक टकराव' के दौरान भारतीय सेना का एक अधिकारी और 2 जवान शहीद हो गए।
भारतीय सेना के टॉप कमांडर्स ने कल दिनभर पूर्वी लद्दाख के हालात पर रिव्यू मीटिंग की। वहीं दूसरी तरफ जब मोदी सरकार ने चीन के एग्रेसन का जवाब देने की ठानी तो चीन बैकफुट पर आ गया।
क्या भारत से एक और युद्ध चाहता है चीन? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि लद्दाख में अपने पांव पसारने की तैयारी कर रहे चीन की चाल सबके सामने बेनकाब हो चुकी है जिसके बाद अब वह बैकफुट पर है तो वहीं अब भारत ने भी कमर कस ली है।
लेफ्टिनेंट जनरल एन एस बरार (सेवानिवृत्त) ने कहा है कि 1962 के युद्ध में चीन के हाथों भारत की हार और फिर कच्छ सीमा के सीमांकन ने पाकिस्तान का हौसला बढ़ा दिया कि वह कश्मीर को जबरन हथियाने की कोशिश कर सकता है और सैन्य कार्रवाई कर अपनी राजनीतिक समस्याओं का समाधान कर सकता है।
वार्ता में दोनों देश आपसी सैन्य आदान-प्रदान और संवाद को बढ़ाने पर राजी हो गए हैं।
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