भारत-चीन की सीमा पर हालात लगातार नाजुक बने हैं। इस दौरान जी-20 सम्मेलन में शरीक होने के लिए चीन के विदेश मंत्री किन कांग भारत आए हुए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर की उनसे जी-20 से इतर मुलाकात और बातचीत भी हुई। इसके बावजूद सीमा पर बने मौजूदा हालात का कोई हल निकलने की गुंजाइश नहीं दिखी।
कुटिल चीन सीमा पर कायराना हरकतें करता रहता है। चीन की ऐसी कुत्सित मानसिकता और चुनौतियों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत की तैयारियां भी कम नहीं है। भारत अपनी सरहदों को तेजी से ताकतवर बना रहा है। सड़क, सुरंग, पुल सभी के कंस्ट्रक्शन पर तेजी से काम हो रहा है।
भारत-चीन सीमा के निकट सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने टनकपुर-तवाघाट सड़क पर दो और पुल बनाए हैं, ताकि अंतिम सीमा चौकियों तक परिवहन की सुविधा बढ़ाई जा सके। इससे सेना अब आखिरी चौकियों तक वाहनों के साथ पहुंच सकेगी। इस पुल के बनने से सेना चीन बॉर्डर पर अपने ठिकानों को और मजबूत कर सकेगी।
2020 में गलवान के बाद 9 दिसंबर 2022 को तवांग में फिर चीन और भारत के सैनिकों की झड़प हुई। भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर चीन कभी गलवान, कभी तवांग, कभी डोकलाम...आखिर भारत पर हमले के लिए क्यों आमादा है। इसके पीछे कई अहम कारण है, जिन्हें समझने के लिए पढ़िए पूरी डिटेल।
Congress संसद के अंदर चीन पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा कर रहा है तो Sonia Gandhi की अगुवाई में गांधी प्रतिमा के सामने विपक्ष के सांसदों ने प्रदर्शन किया। Mallikarujn Kharge ने कहा कि सरकार क्यों डर रही है। #ChinaControversy #TawangFaceoff #CongressProtest #MallikarjunKharge #SoniaGandhi
BJP ने Rahul Gandhi पर साधा निशाना, गौरव भाटिया ने राहुल गाँधी पर सेना का मनोबल तोड़ने का लगाया आरोप | यही नहीं बीजेपी ने बताया की कांग्रेस संसद में चर्चा होने देना नहीं चाहती इसलिए किया हंगामा #gauravbhatia #rahulgandhi #indianarmy #indiatv
आप सांसद संजय सिंह ने तवांग मुद्दे पर सरकार से किए सवाल, क्यों सरकार जवाब देने से बच रही है? #sanjaysingh #tawang #tawangclash #indiatv
भारत एलएसी पर चीन को उसी की भाषा में जवाब दे रहा है। चीनी सैनिक अगर उकसाते हैं तो सेना उसका जवाब ऑन द स्पॉट देती है। चीन जिस तरह सड़कों का जाल तैयार कर रहा है, उसी तरह भारत भी चीन से सटी सीमा पर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर रहा है। यही वजह है कि चीन चिढ़ा है।
खरगे ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा, सरकार चीन पर चर्चा से भागती है। अरुणाचल प्रदेश में इतनी बड़ी घटना हुई, लेकिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह महज एक पेज का बयान देते हैं। चीन पर सरकार क्या कर रही है, यह सरकार को हमें बताना चाहिए।
ओवैसी ने कहा सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए या संसद में बहस करनी चाहिए और हमें बताना चाहिए कि वे चीन पर क्या फैसला ले रहे हैं। यदि सरकार राजनीतिक नेतृत्व दिखाती है, तो पूरा देश उनका समर्थन करेगा।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह LAC पर स्थिति के बारे में संसद में ‘चर्चा करने से भाग रहे’ हैं। पार्टी ने सवाल किया कि क्या सरकार चीन के साथ अपने ‘नजदीकी संबंधों’ के कारण खामोश है।
India-China Clash: योगी ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले डोकलाम में भी जब घुसपैठ हुई थी, उस समय भी भारत के जवानों के शौर्य और पराक्रम का सम्मान करने के बजाय कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी का चरित्र जाहिर था।
अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे तवांग क्षेत्र में 9 दिसंबर को भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सेना और भी अधिक चौकस हो गई है। वहीं वायुसेना भी चीन सीमा के नजदीक युद्धाभ्यास कर रही है।
तवांग में जारी टेंशन के बीच एलएसी पर भारतीय सेना और वायुसेना पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। ड्रैगन को तवांग से खदेड़ने के बाद आज से ईस्टर्न सेक्टर में वायुसेना ने बड़ी एक्सरसाइज़ शुरू कर दी है। युद्धाभ्यास में वायुसेना के सभी घातक लड़ाकू विमान शामिल हैं।
India- China Face-off: भारत चीनी सीमा तवांग में LAC पर 9 दिंसबर को हुई इस झड़प के बाद अब देश सतर्क हैं. भारतीय वायु सेना भी एक्टिव मोड में आ गई है. वायु सेना ने अपनी पूर्वी कमांड पूरी तरह एक्टिव कर ली है. आज से वायु सेना पूर्वी मोर्चे युद्धाभ्यास कर रही है. जिसमे शक्ति प्रदर्शन करेगी.
India-China Clash: विपक्षी दलों के वॉकआउट और विपक्ष की चर्चा की मांग पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि जब पूरी दुनिया के देश भारत के साथ खड़े हैं, उस समय देश के अंदर ही ये लोग मोदी की आलोचना करते-करते देश की आलोचना करने लग गए हैं।
एक टीवी शो के दौरान पैनलिस्ट ने कहा कि चीन चाहता था कि वो भारतीय पोस्ट उखाड़ दे लेकिन भारतीयों इसे नाकाम कर दिया। उन्होंने बहुत ही जबर्दस्त तरीके से चीनी फौज को रोका, पत्थरबाजी भी हुई जिसमें भारतीय और चीनी समेत कई लोग जख्मी हुए और फिर भारतीय फौज ने चीन को भगा दिया।
9 दिसंबर को करीब 300 चीनी सैनिक एक सुनियोजित साजिश के तहत 17,000 फुट ऊंचे पहाड़ की चोटी पर नियंत्रण हासिल करने के लिए LAC के पास पहुंचे थे, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उनकी कोशिश को नाकाम कर दिया।
India-China Clash: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने बयान में कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध नहीं रख पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों के बारे में सभी को पता है, लेकिन चीन के साथ भी हम अच्छे संबंध स्थापित नहीं कर पा रहे हैं।
भारतीय और चीनी सैनिकों की तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिसमें दोनों पक्षों के कुछ जवान घायल हो गए। पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच 30 महीने से अधिक समय से सीमा पर विवाद जारी है।
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