एक विदेशी मीडिया को दिए पीएम मोदी के साक्षात्कार को लेकर चीन ने फिर अपनी प्रतिक्रिया दी है। चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत-चीन ने सीमा विवादों को हल करने के लिए काफी सकारात्मक प्रगति की है। चीन ने भारत के साथ संबंध सुधरने की उम्मीद जताई है।
भारत-चीन सीमा विवाद का कोई हल नहीं निकल पा रहा है। वर्ष 2020 में गलवान घाटी की हिंसा के बाद से ही सीमा पर तनाव बढ़ गया है। इस बीच बीजिंग ने कहा है कि भारत और चीन के बीच के सारे द्विपक्षीय संबंध सिर्फ एलएसी के मुद्दे से ही तय नहीं हो जाते। जबकि भारत चीन पर समझौतों का पालन नहीं करने का आरोप लगाता रहा है।
गलवान घाटी हिंसा के 3 वर्ष बाद चीनी सैनिकों ने एक बार फिर उकसावे वाली कार्रवाई शुरू कर दी है। चीनी सैनिकों की इस बार भारतीय चरवाहों से भिड़ंत हो गई। मगर भारतीय चरवाहे उनसे दबे नहीं। चरवाहों की चीनी सैनिकों से जमकर कहासुनी हुई। इसके बाद अब विदेश मंत्रालय ने अपना बयान जारी किया है।
भारत और चीन के बीच रिश्ते लगातार तनाव के दौर में चल रहे हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि सीमा पर चीन के साथ भारत के संबंध असमान्य हैं। हालांकि विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया कि दोनों पक्षों की ओर से संबंधों को सुधारने का प्रयास जारी है। मगर अभी तक तनाव का क्रम जारी है।
भारत और चीन के बीच एलएसी पर लगातार तनाव बना हुआ है। इस बीच चीन की सेना ने भारत के साथ संबधों को लेकर नई बात कही है। चीनी विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह भारत के साथ और उसकी फौज के साथ हमेशा अपने संबंधों को महत्व देते हैं। चीन ने कहा कि सीमा पर कई दौर की वार्ता के बाद तनाव कम हुए हैं।
आप की अदालत में शनिवार की रात विदेश मंत्री एस जयशंकर रजत शर्मा के तीखे सवालों का जवाब दे रहे हैं। एस जयशंकर ने बताया कि सीमा पर 70 हजार सैनिकों को सीमा पर क्यों भेजा?
भारत और चीन सेना के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद अब भी जारी है। इसी कड़ी में आज मेजर जनरल लेवल की वार्ता का आयोजन किया गया था जिसका कुछ परिणाम नहीं निकला है।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एलान किया है कि भारत-चीन बॉर्डर पर स्थित गांवों में रहने वाले लोगों के लिए फ्री डिश सर्विस की व्यवस्था की जाएगी।
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन के साथ भारत के संबंधों पर खुलकर बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि भारत और चीन के बीच रिश्ते कैसे रहेंगे, यह इस बात से तय होगा कि सीमा पर दोनों के बीच हालात कैसे हैं।
कैंपबेल ने कहा, ‘हम इसे प्रोत्साहित करना चाहते हैं और इसका समर्थन करना चाहते हैं। हम उस रिश्ते को और गहरा करना चाहते हैं, जो पहले से ही बहुत मजबूत है। दोनों देशों के लोगों के आपसी संबंध अमेरिकी लोगों के वैश्विक स्तर पर अन्य देशों के लोगों से संबंधों की तुलना में सबसे मजबूत हैं।
भारत चीन सीमा पर एक बार फिर तनाव बढ़ रहा है? भारत के द्वारा लगातार कई बार LAC विवाद को सुलझाने का प्रयास किया गया है लेकिन चीनी सेना व सरकार है जो अपनी हरकतों से बाज नहीं आती है।
व्हाइट हाउस में रोजाना आयोजित किए जाने वाले प्रेस ब्रीफिंग के दौरान नेशनल सेक्योरिटी काउंसलिंग कोऑर्डिनेटर फॉर स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन जॉन किर्बी द्वारा इस न्यूज को ना ही खारिज किया गया और न ही इसकी पुष्टि की गई है। इस बाबत उन्होंने कहा कि मैं इसकी पुष्टि नहीं कर सकता है।
BJP ने Rahul Gandhi पर साधा निशाना, गौरव भाटिया ने राहुल गाँधी पर सेना का मनोबल तोड़ने का लगाया आरोप | यही नहीं बीजेपी ने बताया की कांग्रेस संसद में चर्चा होने देना नहीं चाहती इसलिए किया हंगामा #gauravbhatia #rahulgandhi #indianarmy #indiatv
आप सांसद संजय सिंह ने तवांग मुद्दे पर सरकार से किए सवाल, क्यों सरकार जवाब देने से बच रही है? #sanjaysingh #tawang #tawangclash #indiatv
भारत एलएसी पर चीन को उसी की भाषा में जवाब दे रहा है। चीनी सैनिक अगर उकसाते हैं तो सेना उसका जवाब ऑन द स्पॉट देती है। चीन जिस तरह सड़कों का जाल तैयार कर रहा है, उसी तरह भारत भी चीन से सटी सीमा पर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर रहा है। यही वजह है कि चीन चिढ़ा है।
खरगे ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा, सरकार चीन पर चर्चा से भागती है। अरुणाचल प्रदेश में इतनी बड़ी घटना हुई, लेकिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह महज एक पेज का बयान देते हैं। चीन पर सरकार क्या कर रही है, यह सरकार को हमें बताना चाहिए।
ओवैसी ने कहा सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए या संसद में बहस करनी चाहिए और हमें बताना चाहिए कि वे चीन पर क्या फैसला ले रहे हैं। यदि सरकार राजनीतिक नेतृत्व दिखाती है, तो पूरा देश उनका समर्थन करेगा।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह LAC पर स्थिति के बारे में संसद में ‘चर्चा करने से भाग रहे’ हैं। पार्टी ने सवाल किया कि क्या सरकार चीन के साथ अपने ‘नजदीकी संबंधों’ के कारण खामोश है।
India-China Clash: योगी ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले डोकलाम में भी जब घुसपैठ हुई थी, उस समय भी भारत के जवानों के शौर्य और पराक्रम का सम्मान करने के बजाय कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी का चरित्र जाहिर था।
अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे तवांग क्षेत्र में 9 दिसंबर को भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सेना और भी अधिक चौकस हो गई है। वहीं वायुसेना भी चीन सीमा के नजदीक युद्धाभ्यास कर रही है।
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