6 राज्यों की 51 जगहों पर NIA बुधवार की सुबह-सुबह छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक, गैंगस्टर -खालिस्तानियों की फंडिंग की चेन को खत्म करने के लिए NIA बड़ा एक्शन कर रही है।
कनाडा के स्पीकर एंथनी रोटा ने मुख्य विपक्षी दलों के हंगामे के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बीते शुक्रवार को उन्होंने कनाडा की संसद में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के भाषण के दौरान 98 वर्षीय हुंका को बुलाकर द्वितीय विश्वयुद्ध का नायक बताया था। मगर बाद में पता चला वह नाजी की ओर से लड़ा था।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो संसद में भारत के खिलाफ अनर्गल बयान देने के बाद से ही घिरते जा रहे हैं। अब श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने भी कनाडा और ट्रूडो को खरी-खोटी सुनाई है।
भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोपों को लेकर चल रहे कूटनीतिक विवाद के बीच न्यूयॉर्क टाइम्स ने बड़ा दावा किया है। वॉशिंगटन के प्रमुख अखबार का कहना है कि अमेरिका ने ही निज्जर की हत्या के संबंध में कनाडा को भारत के खिलाफ खुफिया जानकारी मुहैया कराई थी।
न्यूयॉर्क में UNGA के दौरान भारत ने कनाडा का समर्थन करने वाले देशों को उनका नाम लिए बगैर इस कदर फटकार लगाई है कि जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की रही होगी। एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया अब भी दोहरे मानकों वाली है। हालांकि यह संदेश देते भारत ने कनाडा और खालिस्तानियों का कोई जिक्र नहीं किया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में पहुंचने के बाद अपने मित्र देशों के साथ कई द्विपक्षीय बहुपक्षीय बैठकें की। इस दौरान उन्होंने भारत के संबंधों को और रणनीतिक सहयोग को मजबूत किया। कनाडा से विवाद के बीच जयशंकर ने क्वॉड देशों अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान से भी अहम वार्ता की।
कनाडा में मारे गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर भारत पर आतंकी हमले का आदेश दे चुका था। मगर वह भारत नहीं आ पाया। इससे वह हमले की योजना को अंजाम नहीं दे सका। सूत्रों के अनुसार भारत के डोजियर के अनुसार वर्ष 2014 में हरदीप निज्जर हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय पर आतंकी हमला कराने का आदेश दे चुका था।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में अब एक नया दावा किया है। ट्रुडो का कहना है कि उनके देश ने एक दो हफ्ते पहले भारत को निज्जर की हत्या के सुबूत सौंपे थे। कनाडा के पीएम ने कहा कि वह भारत से सहयोग चाहते हैं। वहीं भारत ने कनाडा के दावे और आरोपों को खारिज किया है।
भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक विवाद पर पश्चिमी देश फूंक-फूंक कर कदम उठा रहे हैं। वह कनाडा और भारत दोनों के साथ अपने संबंधों को बिगाड़ना नहीं चाहते। जबकि कनाडा के पीएम कई बार पश्चिमी देशों पर भारत के खिलाफ बोलने का दबाव बना चुके हैं। मगर पश्चिमी देशों ने भारत से सिर्फ जांच में सहयोग करने की बात कही है।
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