कनाडा के ब्रैम्पटन स्थित हिंदू मंदिर पर अब भी हमले का खतरा लगातार बना हुआ है। इसलिए मंदिर के पदाधिकारियों ने आगामी 17 नवंबर को मंदिर पर आयोजित होने वाले वाणिज्य दूतावास के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है।
कनाडा के ब्राम्पटन में एक हिंदू मंदिर पर हमले के आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। कनाडा पुलिस ने इस आरोपी को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपी एसएफजे का लीडर है।
कनाडा ने अचानक विदेशी छात्रों के लिए फास्ट ट्रैक वीजा स्कीम को रद्द कर दिया है। साथ ही इस साल कुल विदेशी छात्रों की संख्या में 35 फीसदी तक कटौती करने का ऐलान किया है। आइये जानते हैं कि कनाडा के इस फैसले से भारतीय छात्रों पर क्या असर होगा?
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ओटावा में खालिस्तानियों के होने का सच स्वीकार लिया है। ट्रूडो ने यह माना है कि कनाडा में काफी संख्या में खालिस्तानी समर्थक हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सारे खालिस्तानी सिखों का प्रतिनिधित्व नहीं करते।
कनाडा में हिंदुओं पर हो रहे हमले की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। अब विदेश मंत्री जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया में खड़े हो कर कनाडा को लताड़ लगाई है। आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा।
कनाडा के ब्रैम्पटन में स्थित हिंदू सभा मंदिर में बीते दिन खालिस्तानी चरमपंथियों ने हमला कर दिया था। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें मंदिर के बाहर एक पुलिस अधिकारी भी खालिस्तानियों के साथ प्रदर्शन कर रहा था।
भारत और कनाडा के बीच संबंधों में और ज्यादा तनाव बढ़ सकता है। ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला कर के वहां लोगों के साथ मारपीट की है।
कनाडा के आरोपों पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने तगड़ा पलटवार किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के एक मंत्री की ओर से भारत के खिलाफ की गई टिप्पणी को बेबुनियाद बताते हुए सख्त चेतावनी दी है।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री के नेतृत्व में विदेश मंत्रालय के डेलिगेशन ने संसदीय समिति को इजरायल हमास युद्ध, भारत-चीन समझौते और कनाडा के साथ तनाव के मुद्दों पर जानकारी दी है।
कनाडा ने भारत के मोस्टवांटेड आतंकी गोल्डी बरार का नाम अपनी वांछितों की लिस्ट से अचानक बाहर निकाल दिया है। इससे कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की मंशा को आसानी से भांपा जा सकता है। कनाडा हमेशा से भारत विरोधी तत्वों का समर्थक रहा है।
भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव जारी है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसा बयान दिया है जो कि चर्चा का विषय बन गया है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत हल्के-फुल्के रिश्तों में यकीन नहीं करता।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कनाडा वाले भारत में जो लाइसेंस खुद को देते हैं वह उस तरह के प्रतिबंधों से बिल्कुल अलग है जो वे कनाडा में राजनयिकों पर लगाते हैं।
भारत ने कनाडा से लॉरेंस बिश्नोई समेत अन्य गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया था, लेकिन ओटावा ने कोई कार्रवाई नहीं की। भारत ने कनाडा की पूरी दुनिया के सामने पोल खोल दी है।
भारत-कनाडा के बीच उपजे ताजा विवाद पर विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर कनाडा को कठघरे में खड़ा किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कनाडा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अब तक इस मामले में भारत को कोई सुबूत नहीं दिया है।
कनाडा ने भले ही भारत पर आरोपों का पिटारा खोल दिया हो लेकिन ऐसा लगता है कि आने वाले वक्त में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो का रुख उनके मुल्क को काफी भारी पड़ने वाला है।
भारत और कनाडा के बीच आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले को लेकर चल रहे विवाद में ब्रिटेन भी कूद गया है। बता दें कि पिछले कुछ घंटों में निज्जर मामले पर भारत और कनाडा के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया है।
ट्रूडो ने कहा कि कनाडा भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का पूरा सम्मान करता है और हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार भी कनाडा के लिए ऐसा ही करेगी।
भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय माल व्यापार वास्तव में 2022-23 में 8. 3 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर 2023-24 में 8. 4 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया। कनाडा से भारत का आयात बढ़कर 4. 6 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया, जबकि निर्यात में मामूली गिरावट देखी गई, जो 3. 8 बिलियन अमरीकी डॉलर रह गई।
भारत और कनाडा के बीच तनाव एक बार फिर से काफी बढ़ता नजर आ रहा है। कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो के बेतुके आरोपों के बीच भारत सरकार ने कड़ा एक्शन लेते हुए 6 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है।
लाओस में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पीएम मोदी से संक्षिप्त समय के लिए मुलाकात की है। मगर इस दौरान दोनों नेताओं के बीच जस्टिन ट्रूडो की पूर्व टिप्पणियों को लेकर कोई ठोस चर्चा नहीं हुई।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़