क्या आप जानते हैं कि Leave Travel Allowance (LTA) से भी आप टैक्स में छूट पा सकते हैं। कंपनी LTA के जरिए अपने कर्मचारियों की यात्रा के टिकट का खर्च उठाती है। इसमें उसके परिवार के टिकट का खर्च भी शामिल होता है।
इनकम टैक्स विभाग ने टैक्सपेयर्स के लिए एक नया ऐप लॉन्च किया है। इसका नाम है- AIS App इस ऐप के जरिए टैक्सपेयर्स हर ट्रांजैक्शन की पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं। इनकम टैक्स विभाग ने फॉर्म 26AS पर एक नया अपडेट जारी किया है।
क्या आप देश के एक ऐसे राज्य के बारे में जानते हैं, जहां रहने वाले लोगों को टैक्स नहीं भरना पड़ता है। आइए जानते हैं कि ये राज्य कौन सा हैं और यहां के लोग टैक्स क्यों नहीं भरते हैं।
क्या आप ऐसे तीन ट्रांजैक्शन के बारे में जानते हैं जिसे आयकर विभाग सबसे ज्यादा गंभीरता से लेता है। ऐसे ट्रांजैक्शन पर हमेशा आयकर विभाग की नजर बनी रहती है। आज हम आपको ऐसे तीन ट्रांजैक्शंस के बारे में विस्तार से बताएंगे।
पैन कार्ड हमारे सबसे जरूरी दस्तावेजों में से एक एक होता है। अगर ये खो जाए तो इसे बनवाना बिल्कुल भी आसान नहीं होता। इसलिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट लोगों को ई-पैन कार्ड का पीडीएफ डाउनलोड करने की सुविधा देती है। आइए इसे डाउनलोड करने का तरीका जानते हैं।
आमतौर पर निवेशक टैक्स की बचत करने के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। इसमें निवेश करते समय कुछ लोग बाजार की टाइमिंग, जोखिक और एक्सपेंस रेश्यो के ऊपर ध्यान नहीं देते हैं। टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड से लंबे समय के लिए निवेश कर अच्छा रिटर्न ले सकते हैं।
Income Tax Department: इनकम टैक्स ने एक ऐसा कैलकुलेटर लॉन्च किया है, जिसकी मदद से आप ये तय कर सकते हैं कि आपकी कमाई के हिसाब से कौन सा टैक्स आपके लिए फायदेमंद होगा। यहां जानिए आसान भाषा में कि कैसे इसका इस्तेमाल होगा?
TDS के बारे में कई बार आपने सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्यक्ति की सैलरी पर ये कब और क्यों काटा जाता है। आइए इस बारे में जानते हैं।
इनकम टैक्स फाइल करने से पहले अधिकतर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं। आईटीआर फॉर्म जारी होने के बाद लोग अब इसे फाइल करने की तैयारी में लग गए हैं। अगर आप भी पहली बार टैक्स फाइल करने जा रहे हैं तो कुछ जरूरी बातों के ऊपर ध्यान देकर इसे आसानी से भर सकते हैं।
नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत होने से पहले लोग टैक्स पर छूट पाने के लिए अलग-अलग तरह से जुगाड़ लगाना शुरू कर देते हैं। अगर आप भी टैक्स बेनिफिट लेना चाहते हैं तो NSC में निवेश कर सकते हैं। इसमें रिटर्न की गारंटी के अलावा निवेश करने की भी कोई सीमा नहीं है।
आयकर विभाग ने अपनी रिपोर्ट में बीबीसी का नाम नहीं लिया है। इसकी जगह एक विदेशी मीडिया संस्थान कहा गया है। विभाग को सर्वे में कई गड़बड़ियां मिली हैं।
आयकर विभाग ने दावा किया है कि सर्वे के दौरान विभाग ने संगठन के संचालन से जुड़े जो सबूत जुटाए उनसे साफ पता चलता है कि BBC की विदेशी इकाईयों के जरिए हुए लाभ के कई सोर्सेस ऐसे थे, जिन पर भारत में देय टैक्स नहीं चुकाया गया।
BBC (British Broadcasting Corporation) के दफ्तरों में आयकर विभाग का ‘सर्वे ऑपरेशन’ करीब 60 घंटे से अधिक समय तक चलने के बाद गुरुवार को खत्म हो गया।
मौजूदा वित्त वर्ष के खत्म होने में अब दो महीने से कम का वक्त बचा है। ऐसे में अब टैक्स सेविंग के लिए निवेश करने में देरी करना सही नहीं होगा।
ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) इंडिया’ के खिलाफ आयकर विभाग के ‘सर्वे अभियान’ के बीच अमेरिका ने बड़ा बयान जारी किया है। पीएम मोदी और गुजरात दंगों पर बीबीसी की डॉक्युमेंट्री के खिलाफ इस आयकर सर्वे को पेश किया जा रहा है। इस अमेरिका ने कहा है कि वह ऐसा नहीं कह सकता।
Income Tax Raid BBC Office : बीबीसी के दिल्ली और मुंबई दफ्तरों में आयकर विभाग का सर्वे आज भी जारी है. आयकर विभाग की टीम दोनों ही दफ्तरों में कल से ही मौजूद है और बीबीसी के लेन देन से जुड़े कागजातों को खंगाल रही है. #bbcoffice #bbcofficeraid
बीबीसी दफ्तर में इनकम टैक्स छापे के बाद सियासत भी तेज हो गई है। विपक्ष, मोदी सरकार पर हमलावर हो गया है और इसे लोकतंत्र के खिलाफ बता रहा है।
ITR Form Notification: पिछले साल ऐसे फॉर्म अप्रैल के पहले सप्ताह में नोटिफाई हुए थे। बड़ी संख्या में छोटे और मध्यम टैक्सपेयर्स के उपयोग वाले आईटीआर-1 और आईटीआर-4 पहले से सरल कर दिया गया है। फॉर्म फाइल करते वक्त भूलकर भी ये गलती ना करें।
बीजेपी ओर से एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए गौरव भाटिया ने कहा-' बीबीसी पूरे विश्व की सबसे भ्रष्ट कॉरपोरेशन बन गई है। बीबीसी का प्रोपेगैंडा और कांग्रेस का एजेंडा मेल खाता है। बीबीसी को भारत के कानून को मानना होगा पालन करना होगा अगर कुछ गलत नहीं किया है तो फिर डर कैसा?
दिल्ली और मुंबई में बीबीसी ऑफिस पर इनकम टैक्स विभाग ने छापेमारी की है, जिसको लेकर कांग्रेस और सपा ने बयान जारी कर इसे आपातकाल बताया है। कांग्रेस ने इसे अघोषित आपातकाल बताया है, वहीं अखिलेश ने इसे वैचारिक आपातकाल कहा है।
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