इस मामले पर रवि का कहना है कि साल 2019 में एक बार पहले भी इनकम टैक्स विभाग की तरफ से उन्हें 3 करोड़ रुपये की वसूली का नोटिस भेजा गया था। इस दौरान भी उन्हें हीरा कारोबारी बताते हुए टैक्स वसूलने की बात कही गई थी।
आपको बता दें कि आप फ्रीलांसिंग के माध्यम से जो आय प्राप्त करते हैं वह टैक्स के दायरे में आती है। फ्रीलांसरों को आयकर रिटर्न (ITR-3 या ITR-4) दाखिल करना होता है।
Top Changes Today: आज से आम जनता के लिए कई नियम बदल गए हैं। खाना बनाने के लिए गैस सिलेंडर खरीदना हो या कमाने के बाद टैक्स जमा करना हो या फिर बीमा पॉलिसी लेना हो। आइए आज से हुए सभी बड़े बदलावों पर नजर डालते हैं।
फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत होते ही बड़े बड़े बिजनेसमैन ITR फाइल करना शुरू कर देते हैं। आमतौर पर गलत टैक्स रिफंड, देर से ITR फाइल करने के अलावा कई कारणों से आयकर नोटिस मिल सकता है। यहां उन 5 कारण को जानें जिनसे आपको आयकर नोटिस मिल सकता है।
नए फाइनेंसियल ईयर की शुरुआत होने में अभी कुछ ही दिन बाकी है। इस ईयर में आप अपनी कमाई को किस हिसाब से मैनेज करें जिससे कि आपको आगे चल कर किसी तरह की समस्या नहीं हो। आप अपनी कमाई को स्मार्टली तरीके से मैनेज करने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके।
इलेक्ट्रिक गाड़ियों को भारतीय बाजारों में प्रोत्साहित करने के लिए गाड़ियों पर तीन लाख से 4.5 लाख तक की छूट दे रही है तो वहीं आप इसका अलावा टैक्स फाइलिंग करते समय 1.5 लाख अलग से बचा सकते हैं।
अंकुर कुमार के दस्तावेजों पर कोई कंपनी संचालित बताई जा रही है जबकि अंकुर गांव के आसपास में ही मजदूरी करके जीवन यापन करता है। उसने एसएसपी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उसने वर्ष 2017 में हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी, जबकि वह मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करता है।
क्या आप जानते हैं कि Leave Travel Allowance (LTA) से भी आप टैक्स में छूट पा सकते हैं। कंपनी LTA के जरिए अपने कर्मचारियों की यात्रा के टिकट का खर्च उठाती है। इसमें उसके परिवार के टिकट का खर्च भी शामिल होता है।
इनकम टैक्स विभाग ने टैक्सपेयर्स के लिए एक नया ऐप लॉन्च किया है। इसका नाम है- AIS App इस ऐप के जरिए टैक्सपेयर्स हर ट्रांजैक्शन की पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं। इनकम टैक्स विभाग ने फॉर्म 26AS पर एक नया अपडेट जारी किया है।
क्या आप देश के एक ऐसे राज्य के बारे में जानते हैं, जहां रहने वाले लोगों को टैक्स नहीं भरना पड़ता है। आइए जानते हैं कि ये राज्य कौन सा हैं और यहां के लोग टैक्स क्यों नहीं भरते हैं।
नौकरी के साथ एक्स्ट्रा कमाई करने के लिए लोग स्मार्टफोन की मदद से यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम के लिए वीडियो बनाते हैं। इसके अलावा भी 5 ऐसे आसान तरीके हैं जिसके जरिए आप घर बैठे हर महीने हजारों रुपये की कमाई आसानी से कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल स्मार्टफोन की जरूरत पड़ेगी।
सब्जी वाले के बैंक अकाउंट में 172.81 करोड़ रुपए आ गए। इसके बाद सब्जी वाले के पास आयकर विभाग द्वारा नोटिस भेजा गया।
क्या आप ऐसे तीन ट्रांजैक्शन के बारे में जानते हैं जिसे आयकर विभाग सबसे ज्यादा गंभीरता से लेता है। ऐसे ट्रांजैक्शन पर हमेशा आयकर विभाग की नजर बनी रहती है। आज हम आपको ऐसे तीन ट्रांजैक्शंस के बारे में विस्तार से बताएंगे।
पैन कार्ड हमारे सबसे जरूरी दस्तावेजों में से एक एक होता है। अगर ये खो जाए तो इसे बनवाना बिल्कुल भी आसान नहीं होता। इसलिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट लोगों को ई-पैन कार्ड का पीडीएफ डाउनलोड करने की सुविधा देती है। आइए इसे डाउनलोड करने का तरीका जानते हैं।
आमतौर पर निवेशक टैक्स की बचत करने के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। इसमें निवेश करते समय कुछ लोग बाजार की टाइमिंग, जोखिक और एक्सपेंस रेश्यो के ऊपर ध्यान नहीं देते हैं। टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड से लंबे समय के लिए निवेश कर अच्छा रिटर्न ले सकते हैं।
Income Tax Department: इनकम टैक्स ने एक ऐसा कैलकुलेटर लॉन्च किया है, जिसकी मदद से आप ये तय कर सकते हैं कि आपकी कमाई के हिसाब से कौन सा टैक्स आपके लिए फायदेमंद होगा। यहां जानिए आसान भाषा में कि कैसे इसका इस्तेमाल होगा?
TDS के बारे में कई बार आपने सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्यक्ति की सैलरी पर ये कब और क्यों काटा जाता है। आइए इस बारे में जानते हैं।
इनकम टैक्स फाइल करने से पहले अधिकतर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं। आईटीआर फॉर्म जारी होने के बाद लोग अब इसे फाइल करने की तैयारी में लग गए हैं। अगर आप भी पहली बार टैक्स फाइल करने जा रहे हैं तो कुछ जरूरी बातों के ऊपर ध्यान देकर इसे आसानी से भर सकते हैं।
नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत होने से पहले लोग टैक्स पर छूट पाने के लिए अलग-अलग तरह से जुगाड़ लगाना शुरू कर देते हैं। अगर आप भी टैक्स बेनिफिट लेना चाहते हैं तो NSC में निवेश कर सकते हैं। इसमें रिटर्न की गारंटी के अलावा निवेश करने की भी कोई सीमा नहीं है।
आयकर विभाग ने अपनी रिपोर्ट में बीबीसी का नाम नहीं लिया है। इसकी जगह एक विदेशी मीडिया संस्थान कहा गया है। विभाग को सर्वे में कई गड़बड़ियां मिली हैं।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़