पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को एक और बड़ा झटका लगा है। इमरान की सत्ता में सूचना और प्रसारण मंत्री रहे उनके करीबी वरिष्ठ राजनेता फवाद चौधरी ने बुधवार को पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी पीटीआइ से इस्तीफा दे दिया। साथ ही वह पीटीआइ के अध्यक्ष इमरान खान से भी पूरी तरह अलग हो गए।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बताया कि इमरान खान की पार्टी पीटीआई पर बैन लगाए जाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इमरान खान के इशारे पर ही पूरे देश में हिंसा और आगजनी हुई थी।
पाकिस्तान के पूर्व आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने एक बार फिर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलों को बढ़ा दिया है।
उन्होंने कहा, ‘न सिर्फ नौ और 10 मई की हिंसा बल्कि मैंने हमेशा हर तरह की हिंसा खासकर सरकारी प्रतिष्ठानों और जनरल मुख्यालय, सुप्रीम कोर्ट एवं संसद जैसे प्रतीकों के खिलाफ हिंसा की निंदा की है।’
इमरान पेशी के लिए आज सुबह लाहौर से रवाना हुए इस दौरान नजारा पूरी तरह बदला हुआ था। पिछली बार इमरान के साथ उनके समर्थकों का हुजूम भी रवाना हुआ था लेकिन 9 मई को हुई हिंसा के बाद इमरान के हजारों समर्थक या तो गिरफ्तार हैं या गिरफ्तारी से बचने के लिए बचने के लिए भूमिगत हो चुके हैं।
इमरान खान ने सोमवार को एक बड़ा बयान दिया है। इमरान खान ने कहा है कि मंगलवार को जब वह विभिन्न मामलों में जमानत लेने के लिए इस्लामाबाद में होंगे तो उनकी गिरफ्तारी की 80 प्रतिशत संभावना है।
इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी यानी पीटीआई ने सैन्य प्रतिष्ठानों पर 9 मई के हमलों में शामिल नागरिकों के खिलाफ सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाने के खिलाफ सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।
इमरान खान का एक और एक कथित ऑडियो लीक सामने आया है, जिसमें पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अमेरिका से मदद की अपील करते सुना जा सकता है।
लाहौर हाईकोर्ट के जज अनवारुल हक ने पीटीआई के नेता फारुख हबीब की ओर से जो दायर याचिका दायर की गई थी, उस पर सुनवाई की। इस सुनवाई के दौरान इमरान समर्थकों की रिहाई का आदेश जारी किया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सरकार की कैबिनेट के एक फैसले ने इमरान खान को तगड़ा झटका दिया है। इसके तहत सैन्य प्रतिष्ठानों पर तोड़फोड़ और हिंसा करने वाले नागरिकों पर सरकार ने सैन्य अदालत में मुकदमा चलाने को मंजूरी दे दी है।
जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के जमान पार्क आवास में कथित तौर पर छिपे ‘आतंकवादियों’ की तलाश में वहां व्यापक तलाशी लेने के लिए पंजाब पुलिस शुक्रवार को पहुंची।
इमरान बार-बार अपनी तकरीरों में कहते रहे हैं कि वो भागने वाले नहीं हैं, किसी भी कीमत पर मुल्क छोड़कर नहीं जाएंगे, इसलिए अब इमरान खान के लिए इधर कुंआ, उधऱ खाई वाली स्थिति है.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अब कई अधिकार समूहों का भी साथ मिलना शुरू हो गया है। पाकिस्तान के कई अधिकार समूहों ने इमरान खान के समर्थकों पर सेना के कानूनों के तहत मुकदमा चलाने के लिए आलोचना की है। इधर हाईकोर्ट ने इमरान की जमानत को 2 जून तक के लिए बढ़ा दिया है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब उनकी पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। ऐसा हुआ तो इमरान समेत उनकी पार्टी का कोई भी नेता इस दल के बैनर तले चुनाव नहीं लड़ पाएगा।
इमरान खान ने कहा कि 'मैंने कभी नहीं कहा कि घर जलाओ। मैं तो जेल में था, मुझे पता नहीं था। मुल्क में जो चार दिन हुआ है, उसके लिए इंडिपेंडेंट कमीशन बनाया जाए।
इमरान खान की पार्टी पीटीआई के 10 नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं इमरान खान की पार्टी के नेता फवाद चौधरी के सुर भी बदल गए हैं। कियानी ने तो राजनीति से ही संन्यास ले लिया है।
पाक आर्मी ने इमरान से कहा है कि इमरान खान पाकिस्तान छोड़ दें यान फिर आर्मी एक्ट का सामना करने के लिए तैयार हो जाएं।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को हिंसक प्रदर्शनकारियों को पुलिस को सौंपने के लिए दिया गया 24 घंटे का अल्टीमेटम खत्म हो गया है। इमरान खान ने आरोप को झूठा बताकर हिंसक प्रदर्शन की बात मानने से इन्कार कर दिया है।
पाकिस्तान का राजनीतिक ड्रामा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को एक बार फिर अपनी गिरफ्तारी का खतरा सता रहा है। पिछले सप्ताह इमरान खान के समर्थकों और सुरक्षा बलों के बीच हुए हिंसक झड़प मामले में उनकी गिरफ्तारी की आशंका पुनः बढ़ गई है। इमरान खान के घर को पुलिस ने चारों तरफ से घेरा हुआ है।
पूर्व पीएम इमरान खान द्वारा लगाए जा रहे आरोपों के बाद पाकिस्तानी सेना के प्रमुख ने पहली बार जुबान खोली है। जनरल असीम मुनीर ने इमरान खान का नाम लिए बिना ही उन्हें कड़ी चेतावनी दे डाली है।
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