पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बावजूद उन्होंने कहा है कि सरकार चाहे उन्हें जेल में ही क्यों न डाल दे, लेकिन वह सरेंडर नहीं करेंगे और न ही आत्मसमर्पण करेंगे। इमरान ने अपने वकील के अपहरण का भी आरोप लगाया है।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने कोर्ट में कहा है कि उनके पास हत्या के प्रयास व धमकी के आरोपों के संबंध में पीएम शहबाज शरीफ, गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह समेत सेना के किसी अधिकारी के खिलाफ कोई सुबूत नहीं हैं। बता दें कि खान ने पैर में गोली लगने पर उक्त लोगों पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया था।
शिरीन मजारी, फवाद चौधरी, आमिर महमूद कियानी, अली जैदी और अन्य सहित पीटीआई के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है, जबकि असद उमर और परवेज खट्टक जैसे वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के विभिन्न पदों से इस्तीफा दे दिया है। खान ने घोषणा की कि वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगे, भले ही उनकी पार्टी के सभी नेता इस्तीफा क्यों न दे दें।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अब सरकार और सेना के चक्रव्यूह में फंस चुके हैं। कहा जा रहा है कि इमरान की पार्टी पीटीआइ और उनकी राजनीति का अब हमेशा के लिए खात्मा होने वाला है। इमरान ने स्वयं कहा है कि उनके कोर्ट मार्शल की तैयारी पूरी हो चुकी है।
अधिवक्ता की हत्या मामले में भी इमरान खान को जमानत मिल गई है। न्यायमूर्ति फारूक ने बाद में आठ मामलों में खान की जमानत याचिकाओं पर फैसला सुरक्षित रखा। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में पेशी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री विभिन्न मामलों में सुनवाई के लिए फेडरल ज्यूडिशियल कॉम्प्लैक्स पहुंचे।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी के खिलाफ एक नया मुकदमा दर्ज किया गया है। पाकिस्तान सरकार ने जालसाजी और धोखाधड़ी मामले में यह एफआइआर दर्ज की है। इससे इमरान की मुश्किलें फिर से बढ़ गई हैं।
जिस वकील ने इमरान खान के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया था, उस वकील की गोली मार कर हत्या कर दी गई है।
पाकिस्तान तरहीक-ए-इंसाफ यानी इमरान खान की पार्टी पीटीआइ के लिए मंगलवार काभी मंगलदायक सिद्ध हुआ है। इमरान खान को मंगलवार को कोर्ट ने हत्या के एक मामले में जमानत दी। वहीं दूसरी तरफ देर शाम तक उनकी कैबिनेट में रहे पूर्व मंत्री शाह महमूद कुरैशी को भी रिहा कर दिया गया।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को हत्या के आरोप मामले में कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने खान की जमानत अर्जी को मंजूर कर दिया है। ऐसे में अब उन्हें जेल नहीं जाना पड़ेगा।
इमरान खान ने आरोप लगाते हुए कहा कि 'मेरा गिरफ्तारी वारंट एक सार्वजनिक अवकाश के दिन जारी किया गया था और उसे 8 दिनों तक गुप्त रखा गया था।
इमरान खान की पार्टी पीटीआइ के वरिष्ठ नेता और पार्टी अध्यक्ष परवेज इलाही को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के बीच भी खलबली है।
पाकिस्तान के गृह मंत्री सनाउल्लाह ने दावा किया कि सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले की तैयारी इमरान खान की पहल और उकसावे पर की गई थी।
अब्दुल कादिर पटेल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख इमरान खान की मेडिकल रिपोर्ट की जानकारी शेयर की थी
पाकिस्तान के शिक्ष मंत्री ने एक जहरीला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इमरान खान भारतीय गुप्तचर एजेंसी 'रॉ' के एजेंट हैं। उन्होंने कहा कि इमरान खान दुश्मनों के एजेंडे को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
इमरान ने एक वीडियो ट्वीट कर लिखा- शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने के लिए किसी भी लोकतांत्रिक देश में महिलाओं को कभी अपमानित नहीं किया गया।
इमरान खान ने बैकफुट पर आते हुए पाकिस्तान की सत्तासीन शहबाज सरकार से बातचीत का प्रस्ताव रखा। जिसे अब पाकिस्तान सरकार ने यह कहते हुए ठुकरा दिया कि 'आतंकियों' से बातचीत नहीं की जा सकती, बल्कि राजनेताओं से होती है।
पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने इमरान की पार्टी पीटीआई को लेकर बड़ा दावा किया है। सन्नाउल्ला के अनुसार पीटीआई से जुड़े कुछ लोग सरकार को बदनाम करने के लिए बलात्कार और मुठभेड़ जैसी घटना को अंजाम देने चाहते थे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इमरान खान को ब्रह्मफांस में फंसा दिया है। इमरान की पार्टी पीटीआइ के ज्यादातर नेता इस्तीफा देकर इमरान खान का साथ छोड़ चुके हैं। ऐसे में इमरान की मुश्किल बढ़ गई है।
इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद तो सरकार और बौखला गई है। सरकार के इस खतरनाक रवैये पर अब इमरान खान बैकफुट पर आने लगे हैं।
गौरतलब है कि इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर से पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा खान की गिरफ्तारी के बाद नौ मई को हिंसक प्रदर्शन हुए थे। उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लाहौर कोर कमांडर के आवास, मियांवाली एअरबेस और फैसलाबाद में आईएसआई इमारत समेत कई सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की थी।
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