पत्र में कहा गया है कि 9 नवंबर, 2011 को अधिसूचना क्रमांक 99/2011 के जरिये 5 अल्प विकसित सार्क देशों को भारत में बिना सीमा शुल्क के आयात की अनुमति प्रदान की गई है।
यापार विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक बाजार में सोने की नरमी सोने के आयात मूल्य में गिरावट का कारण हो सकती है।
वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान देश के 12 प्रमुख बंदरगाहों के माध्यम से 6,990.40 लाख टन माल की ढुलाई की गयी। यह वित्त वर्ष 2017-18 की तुलना में 2.90 प्रतिशत अधिक है।
इससे पहले जब ईरान पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाए थे तब रुपए में लेनदेन के लिए यूको बैंक को जिममेदारी दी गई थी।
पाकिस्तान से भारत को मुख्य तौर पर 10 उत्पादों का निर्यात किया जाता है। इनमें ताजे फल, सीमेंट, पेट्रोलियम उत्पाद, खनिज और चमड़ा उत्पाद, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, अकार्बनिक रसायन, कच्चा कपास, सूती कपड़े, शीशा और शीशे का सामान।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले महीने आयात 41 अरब डॉलर रहा।
इससे व्यापार घाटा कम होकर 13 अरब डॉलर पर आ गया। व्यापार घाटा दिसंबर 2017 में 14.2 अरब डॉलर था।
भारतीय मिठाइयों के करीब 8,000 करोड़ रुपये के निर्यात के बाजार में रसगुल्ले के पुराने रसूख को काजू कतली से कड़ी चुनौती मिल रही है।
इन कदमों में उपहारों पर सीमा शुल्क से छूट को खत्म करना और उपहारों की अधिकतम संख्या निर्धारित करना शामिल है।
चीन ने घरेलू मुद्राओं में द्विपक्षीय व्यापार के भारत के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है।
देश का निर्यात अक्टूबर महीने में एक साल पहले इसी माह की तुलना में 17.86 प्रतिशत बढ़कर 26.98 अरब डॉलर के बराबर रहा।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सोमवार को आयात मेले का शुभारंभ करते हुए कहा कि अगले 15 साल में चीन का वस्तु और सेवा आयात 40,000 अरब डॉलर के पार चला जायेगा।
अमेरिका ने व्यापार से जुड़े मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाते हुए भारत से आयातित कम से कम 50 उत्पादों पर उपलब्ध शुल्क-मुक्त रियायत खत्म कर दी है।
अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध के बीच चीन ने भारतीय रेपसीड ऑयल मील पर लगे पिछले पांच साल के प्रतिबंध को खत्म कर दिया है। चीन ऑयल मील का सबसे बड़ा उपभोक्ता है।
ट्रंप प्रशासन की ओर से भारी भरकम शुल्क लगाने के बावजूद अमेरिका के साथ चीन का व्यापार अधिशेष सितंबर में बढ़कर 34.1 अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
श्रीलंका ने अपनी मु्द्रा में आई भारी गिरावट के बाद शनिवार को कारों और विलासिता की वस्तुओं के आयात पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं।
सरकार को चालू खाते के घाटे को बढ़ने से रोकने के लिये निर्यात बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिये।
चीन से आयातित इस्पात की चुनिंदा किस्मों पर भारत पांच वर्ष के लिए 185.51 डॉलर प्रति टन का डंपिंग रोधी शुल्क लगा सकता है। घरेलू विनिर्माताओं के हितों की रक्षा के लिए यह कदम उठाया जा सकता है।
रुपया 37 पैसे की कमजोरी के साथ 71.58 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ है जो इसका सबसे निचला स्तर है
सस्ते और कम गुणवत्ता वाले चीनी माल की देश में बढ़ती डंपिंग और उससे घरेलू उद्योग को होने वाले नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुए संसद की एक स्थायी समिति ने सरकार से किसी भी तरह के अवैध, संरक्षणवादी और अनुचित व्यापार व्यवहार के समक्ष घरेलू उद्योगों को पूर्ण सुरक्षा देने की सिफारिश की है।
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