India China Business: भारत का चीन के साथ व्यापार तेजी से बढ़ रहा है। भारत बड़े स्तर पर चीन से निर्यात कर रहा है। चीन अमेरिका के बाद भारत का दूसरा बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है, जहां सरप्लस नहीं बल्कि व्यापार घाटा है।
रुपये का गिरना निर्यातकों के लिए सुनहरा अवसर माना जाता है। लेकिन मंदी और महंगाई के इस दौर में निर्यातक इस स्वर्णिम मौके को भी नहीं भुना सके और आंकड़ों में गिरावट दर्ज की गई है।
चालू वित्त वर्ष में देश का कुल निर्यात 450 अरब डॉलर के पार जाने की उम्मीद है।
South China Sea: 2018 में पांच एशियाई देशों ने 87 फीसदी ईंधन आयात की आपूर्ति की है। ये देश हैं दक्षिण कोरिया (27 फीसदी), सिंगापुर (26 फीसदी), जापान (15 फीसदी) मलेशिया (10 फीसदी) और ताइवान (9 फीसदी)। शेष आयात भारत (6 फीसदी), मध्य पूर्व (1 फीसदी) और वियतनाम और फिलीपींस (6 फीसदी) सहित विश्व से आया है।
रूस के यूक्रेन पर हमले का विरोध करने वाले जर्मनी ने पिछले दो माह में सबसे ज्यादा फ्यूल रूस से खरीदा है।
आर्थिक संकट को गहराता देखकर नेपाल की सरकार ने कई लग्जरी वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इसमें बंदरगाहों, अंतर्देशीय कंटेनर डिपो, एयर कार्गो परिसर और एकीकृत चेक पोस्ट पर आयातित उत्पाद को दी जानी सीमा-शु्ल्क मंजूरी में लगने वाले समय का अध्ययन किया गया है।
देश का सोने का आयात चालू वित्त वर्ष के पहले 11 माह (अप्रैल-फरवरी) में 73 प्रतिशत बढ़कर 45.1 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक रूस-यूक्रेन युद्ध से पैदा हुए भू-राजनीतिक जोखिम से खनिज तेल और गैस, रत्न और आभूषण, खाद्य तेल और उर्वरक जैसी वस्तुओं के दाम बढ़ जाएंगे।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन पर आयात शुल्क को हटाने से फिलहाल इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि वे चीनी प्रोडक्ट पर लगाए गए आयात शुल्क को हटाने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि चीन से आयात शुल्क हटाने के बारे में क्या किया जा सकता है, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई अभी उस पर काम कर रही हैं, लेकिन जवाब अनिश्चित है।
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के ताजा आंकड़े बताते हैं कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान पाकिस्तान से नौ क्षेत्रीय देशों को होने वाले निर्यात में 31.56 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि आयात में 43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
अप्रैल-अक्टूबर 2021 में भारत का मर्चेंडाइज आयात 331.29 अरब डॉलर रहा, जो अप्रैल-अक्टूबर 2020 के 185.38 अरब डॉलर के मुकाबले 78.71 प्रतिशत ज्यादा है।
आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर, 2021 में व्यापार घाटा 19.9 अरब डॉलर और अप्रैल-अक्टूबर, 2021 के दौरान 98.71 अरब डॉलर रहा।
तमिलनाडु में मई, 2018 में स्टरलाइट कॉपर का तांबा संयंत्र बंद होने से पहले भारत तांबे का शुद्ध निर्यातक था। फिलहाल संयंत्र का मामला अदालत में लंबित है।
अगस्त में 1.52 करोड़ टन के कुल आयात में नॉन कोकिंग कोयले का हिस्सा 90.8 लाख टन रहा, जो कि पिछले साल अगस्त में 1.03 करोड़ टन था।
2021-22 में तांबे का आयात 2,95,000 से 3,04,000 टन के बीच रहने का अनुमान है, बीते वित्त वर्ष में भारत ने 2,33,671 टन तांबे का आयात किया था।
दाल आयात को लेकर मलावी और मोजाम्बिक के साथ भारत ने समझौते किये हैं। भारत दाल का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है।
चालू वित्त वर्ष के पहले पांच माह अप्रैल-अगस्त, 2021 में कुल निर्यात 67.33 प्रतिशत बढ़कर 164.10 अरब डॉलर पर पहुंच गया
जून में कुल कोयला आयात में नॉन-कोकिंग कोल का हिस्सा 1.30 करोड़ टन रहा। वहीं इस दौरान कोकिंग कोयले का आयात 24.6 लाख टन से बढ़कर 40.6 लाख टन पर पहुंच गया
खाद्य तेल- तेल पॉम के राष्ट्रीय मिशन के तहत पॉम तेल की खेती करने वालों के लिये जरूरी सामान के वास्ते सहायता को दुगुना कर 29 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर किया है
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