IMF के मुताबिक चीन की वृद्धि दर 2023 में 5.2 प्रतिशत और 2024 में 4.5 प्रतिशत रह सकती है। इसकी वृद्धि दर 2022 में तीन प्रतिशत थी।
महंगाई और कर्ज से कंगाल हुआ पाकिस्तान यदि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता करने में कामयाब ना हुआ तो उसे दिवालिया होने से कोई नहीं बचा सकता। दरअसल पाकिस्तान आईएमएफ के साथ 1.1 अरब डालर के राहत पैकेज पर कर्मचारी स्तर का समझौता नहीं कर सका है। जबकि यह समझौता होना पाकिस्तान के लिए बहुत जरूरी है।
IMF Recession: 6 अप्रैल को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी कहा था कि अमेरिकी बैंक के दिवालिया होने से महंगाई पर असर पड़ा है। अब आईएमएफ ने भी मुहर लगा दी है।
पाकिस्तान में सऊदी अरब के राजदूत ने हाल ही में संकेत दिए थे कि उनके देश ने ‘मुश्किल हालात में हमेशा पाकिस्तान की मदद की है और जल्द ही अच्छी खबर दी जाएगी।
IMF News: आईएमएफ ने श्रीलंका को आर्थिक संकट से निकलने और अन्य विकास साझेदारों से वित्तीय सहयोग लेने में मदद करते हुए मंगलवार को तीन अरब डॉलर के राहत पैकेज को मंजूरी दे दी है।
आईएमएफ ने बयान में कहा कि उसका कर्ज सहायता कार्यक्रम चार साल तक चलेगा जिसमें शुरुआती 18 महीनों तक यूक्रेन के व्यापक बजट घाटे को पाटने पर जोर रहेगा।
कर्ज में डूबे श्रीलंका को आर्थिक संकट से उबारने और अन्य विकास साझेदारों से वित्तीय मदद हासिल करने के लिए आईएमएफ ने तीन अरब डॉलर के राहत कार्यक्रम को मंजूरी दी है।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था गंभीर दबाव में है। देश को आईएमएफ से 1.1 अरब डॉलर की किस्त का बेसब्री से इंतजार है। यह आईएमएफ के 6.5 अरब डॉलर के राहत पैकेज का हिस्सा है जिसकी मंजूरी मुद्रा कोष ने 2019 में दी थी।
समाचार पत्र डॉन के मुताबिक पाकिस्तान सरकार को जल्द से जल्द अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ एक समझौते पर पहुंचना होगा, क्योंकि देश के पास मुश्किल से तीन सप्ताह के आयात के लिए मुद्रा भंडार है
कर्ज से दबे इस देश को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 2.9 अरब डॉलर का राहत पैकेज मिलने का रास्ता साफ हो गया है
पाकिस्तान अभी गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। एक तरफ वह आईएमएफ से कर्ज लेने की कोशिश में लगा है लेकिन उसे कर्ज नहीं मिल रहा है तो दूसरी तरफ खबर ये मिल रही है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस्तीफा दे सकते हैं।
एक तरफ तो पाकिस्तान आर्थिक बदहाली से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी अमीरो के शौक जानकर हो जाएंगे हैरान। यहां के एक अमीर की बेटी की शादी में 72 करोड़ रुपये मिले हैं। है ना हैरानी वाली बात-
पहले ही चीन के कर्ज के बोझ से झुका कंगाल पाकिस्तान चीन के कर्ज के जाल में बुरी तरह फंसने वाला है। चीन का कर्ज वापस न चुका पाने की स्थिति में विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों देशों के बीच दोस्ती में दरार पड़ने वाली है। दोस्ती में दरार का कारण 'पैसा' है।
दुनिया भर में घूम-घूम कर भीख मांग रहे पाकिस्तान को अब कोई शर्म- हया नहीं बची रह गई है। पाकिस्तान जिस चीन को अपना पक्का दोस्त बताता था, उसने जब उसे फूटी कौड़ी भी देने से मना कर दिया तो भी पाक ने ड्रैगन का पीछा नहीं छोड़ा। यह कहकर पीछे लगा रहा कि कुछ तो दे दो...जितना हो सके उतना ही दे दो...।
भारत की वृद्धि बाकी दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं की तरह थोड़ी धीमी होगी, लेकिन वैश्विक औसत से ऊपर रहेगी। इस तरह 2023 में वैश्विक वृद्धि में भारत का योगदान लगभग 15 प्रतिशत होगा।
अब पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की कर्ज देने की कड़ी शर्तें मानने पर मजबूर होना पड़ा है। ऐसे में आने वाले समय में पाकिस्तान को देश चलाने के लिए थोड़े पैसे जरूर मिल जाएंगे, लेकिन टैक्स और महंगाई की मार और पड़ने से आम जनता का जीना दूभर हो जाएगा।
आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को International Monetary Fund (IMF) ने नसीहत दी है और बताया है कि कैसे वह अपनी गरीबी को दूर कर सकता है और अपनी आर्थिक हालत ठीक कर सकता है।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने बुधवार को देश की नेशनल असेंबली में वित्त (सप्लीमेंट्री) विधेयक 2023 पेश किया। डार ने पिछले हफ्ते ऐलान किया था कि सरकार आईएमएफ बेलआउट पैकेज पाने के लिए एक मिनी-बजट (Mini Budget) पेश करेगी।
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार घट रहा है। सिर्फ 10 दिन तक ही वह विदेश से आयात कर सकता है। वैसे 1.2 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज IMF से मिल भी जाता, तो भी उसका भला नहीं होता।
ईसीसी ने आईएमएफ की अग्रिम शर्तें पूरी करने के लिए शून्य-रेटिंग वाले उद्योगों के साथ-साथ किसान पैकेज पर जारी बिजली टैरिफ सब्सिडी को भी बंद करने की मंजूरी प्रदान कर दी।
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