उल्लेखनीय है कि IMF की प्रबंध निदेशक क्रिस्टिन लगार्ड अगले महीने की शुरुआत में चीन का दौरा करने वाली हैं। वह बेल्ट ऐंड रोड परियोजना पर पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना तथा IMF के संयुक्त सम्मेलन में भाग लेंगी...
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष( आईएमएफ) ने आज कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के दो अस्थायी झटकों के बाद इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि की रफ्तार तेज हो सकती है जबकि चीन की वृद्धि रफ्तार धीरे धीरे कम होने की संभावना है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष( आईएमएफ) की प्रमुख ने आजदुनिया के देशों को व्यापार युद्ध के प्रति आगाह करते हुए चेतावनी दी कि इससे न केवल वैश्विक आर्थिक वृद्धि प्रभावित होगी बल्कि इसमें किसी को भी जीत हासिल नहीं होगी।
IMF ने कहा कि भारत को अब शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सुधारों पर ध्यान देना चाहिए तथा बैंकिंग और वित्तीय प्रणाली की दक्षता को सुधारना चाहिए
देश का विदेशी पूंजी भंडार 2 मार्च को समाप्त सप्ताह में 16.78 करोड़ डॉलर बढ़कर 420.75 अरब डॉलर हो गया, जो 27,435.7 अरब रुपए के बराबर है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने चेतावनी देते हुए कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस्पात और अल्यूमीनियम आयात पर भारी शुल्क लगाये जाने के निर्णय से अमेरिका तथा उसके व्यापार सहयोगियों को नुकसान हो सकता है।
स्वर्ण भंडार और मुख्य मुद्रा आस्तियों में अच्छी वृद्धि होने से देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो फरवरी को समाप्त सप्ताह में 4.12 अरब डॉलर बढ़कर 421.91 अरब डॉलर की सर्वकालिक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा कि 2018 और 2019 में में चीन की वृद्धि दर क्रमश: 6.6 प्रतिशत और 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है जबकि भारत में 7.4 और 7.8 प्रतिशत ग्रोथ का अनुमान है
आईएमएफ के वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में जताए अनुमान के मुताबिक मौजूदा साल यानी 2018 में भारत की विकास दर 7.4 फीसदी रहेगी जबकि अगले साल 2019 में भारत की विकास दर बढ़कर 7.8 फीसदी हो जाएगी।
लजीज देसी व्यंजनों और योग सत्र की झलक के साथ कल से दावोस में विश्व आर्थिक मंच (WEF) की वार्षिक बैठक शुरू होगी। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे जहां वह भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए ग्रोथ इंजन के रूप में पेश कर सकते हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था में जो थोड़े समय के लिए सुस्ती आई थी वह अब दूर हो रही है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) का कहना है कि वृद्धि के मामले में भारत दुनिया में अपनी अग्रणी स्थिति फिर हासिल कर रहा है।
22 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3.53 अरब डॉलर बढ़कर 404.921 अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
पड़ोसी देश पाकिस्तान के लिए अच्छी खबर है। इस साल उसकी अर्थव्यवस्था रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
नोटबंदी के नफा नुकसान पर चल रही चर्चाओं के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने एक अहम बयान दिया है।
WGC के मुताबिक अमेरिका के पास आधिकारिक तौर पर 8,133.5 टन सोना दर्ज किया गया है जो अमेरिका के कुल विदेशी मुद्रा भंडार का करीब 74.9 फीसदी है
भारत का विदेशी पूंजी भंडार 1 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.2 अरब डॉलर बढ़कर 401.942 अरब डॉलर हो गया, जो 25,894.1 अरब रुपए के बराबर है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कहा है कि वह जनवरी में भारत के लिए अपने विकास दर अनुमान को संशोधित करेगा।
IMF के मुताबिक भारत में प्रति व्यक्ति औसत GDP पिछले साल 6,690 डॉलर के मुकाबले बढ़कर इस साल 7,170 डॉलर हो गया और वह 126वें पायदान पर पहुंच गया
IMF के वरिष्ठ स्थानीय प्रतिनिधि एंड्रियास बाउर ने मुंबई एक कार्यक्रम में कहा कि हमारा लंबे समय से मानना था कि पुन:पूंजीकरण के लिए और संसाधनों की जरूरत है
IMF का कहना है कि भारत वर्तमान में डिजिटल परिवर्तन के रोमांच के दौर से गुजर रहा है और पूरी दुनिया को भारत की इस यात्रा से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
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