देश का विदेशी मुद्रा भंडार 14 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 61.39 करोड़ डॉलर घटकर 393.12 अरब डॉलर पर आ गया, जो 28,156.9 अरब रुपए के बराबर है।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जल्द ही पाकिस्तान को उसके वित्तीय संकट से उबारने में मदद के लिए तीन अरब अमेरिकी डॉलर की राशि देगा।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा है कि पाकिस्तान को कोई भी ऋण देने से पहले उसकी कर्ज भुगतान क्षमता का उचित ढंग से विश्लेषण किया जाएगा।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार यह सुनिश्चित करने की हर कोशिश कर रही है कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से मिलने वाली धन राशि का उपयोग चीन का कर्ज उतारने के लिए ना करे।
पाकिस्तान को 15 जनवरी तक अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से राहत पैकेज को मंजूरी मिलने की उम्मीद नहीं दिखती।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 30 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान 93.28 करोड़ डॉलर की वृद्धि के साथ 393.718 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
आईएमएफ ने नकदी-संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को बेल आउट पैकेज देने से पहले उसे चीन से मिलने वाली वित्तीय मदद की पूरी जानकारी देने को कहा है।
देश का विदेशी मुद्राभंडार 9 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 12.12 करोड़ अमरीकी डॉलर घटकर 393.01 अरब डॉलर रह गया, जो 28,606.3 अरब रुपए के बराबर है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार कई सप्ताहों की गिरावट के बाद दो नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में 1.054 अरब डॉलर बढ़कर 393.132 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
26 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.444 अरब डॉलर घटकर 392.078 अरब डॉलर रह गया
चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग के साथ बातचीत के बाद समझा जाता है कि चीन पाकिस्तान को छह अरब डॉलर की सहायता उपलब्ध कराने पर सहमत हो गया है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा है कि वह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और भारत सरकार के बीच तनातनी की स्थिति की निगरानी कर रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बताया कि 19 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा आस्तियों में गिरावट आने से देश का विदेशी मुद्रा भंडार 94.2 करोड़ डॉलर घटकर 393.52 अरब डॉलर रह गया,
पाकिस्तान के मित्र देश सऊदी अरब ने विदेशी मुद्रा संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को समस्या के समाधान के लिए तीन अरब डॉलर का कर्ज देने की पेशकश की है।
12 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 5.143 अरब डॉलर घटकर 394.465 अरब डॉलर रह गया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को कहा कि कुछ दोस्त देशों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के बाद शायद अब आर्थिक मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
पांच अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति में गिरावट के कारण देश का विदेशी मुद्रा भंडार 91.58 करोड़ डॉलर घटकर 399.60 अरब डॉलर रह गया।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्ड ने गुरुवार को पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठक की और कहा कि संभावित राहत पैकेज पर चर्चा के लिए एक टीम पाकिस्तान जाएगी
पाकिस्तान सरकार ने अपनी डूबती अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए अंतत: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के आगे हाथ फैला दिए हैं।
र्आएमएफ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि एक बार फिर से गंभीर मंदी की स्थिति पैदा होती है तो अमेरिका में 5,000 अरब डॉलर की सार्वजनिक संपत्ति डूब जाएगी।
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