सीएम नीतीश सबसे पहले एक एमएलए की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए, जहां उनके मंच के पीछे लाल किला का पोस्टर लगाया गया। उसके बाद नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर इफ्तारी की गई।
बाबा सिद्दीकी की फेमस इफ्तार पार्टी किसी स्टार-स्टडेड इवेंट से कम नहीं है, जिसमें बी-टाउन के सभी स्टार्स शामिल होते हैं, जिनमें शाहरुख खान, सलमान खान के साथ कई स्टार्स पार्टी में नजर आते हैं।
समाजवादी पार्टी अपने पार्टी मुख्यालय में सबसे बड़ी और सबसे अच्छी इफ्तार पार्टी की मेजबानी करने के लिए जानी जाती थी। इसके संस्थापक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव व्यक्तिगत रूप से मेहमानों से मिलते थे और यह सुनिश्चित करते थे कि प्रत्येक को भरपेट भोजन मिले।
पिछले 10 दिनों में ही नीतीश कुमार चार बार दावत-ए-इफ्तार में शरीक हो चुके हैं। दो बार तो नीतीश ने खुद ये इफ्तार की दावत दी है। नीतीश कुमार अब तक प्रधानमंत्री नहीं बन पाए हैं और 2024 में भी पॉसिबिलिटी जीरो के बराबर है।
क्या 80 प्रतिशत हिंदुओं को 15 प्रतिशत मुस्लिमों से डर लगता है? सुनिए कपिल मिक्ष्रा ने क्या कहा.
बता दें कि बिहार में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान नालंदा जिले के बिहारशरीफ और रोहतास जिले के सासाराम में सांप्रदायिक तनाव भड़क गया था, जिसके बाद पुलिस ने दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया।
बिहार के सासाराम और नालंदा में दंगों पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है. तनाव अब भी है. लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इफ्तार पार्टी में शामिल होने में बिजी है. नीतीश कल पटना में इफ्तार पार्टी में शरीक हुए. मंच पर लालकिले की आकृति वाली तस्वीर लगी थी.
बिहार के सासाराम और नालंदा में दंगा के बाद तनाव जारी है. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इफ्तार पार्टी में शामिल होने पर सियासत घमासान तेज हो गया है. सूबे में जारी तनाव के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल पटना में इफ्तार पार्टी में शरीक हुए.
रमजान का पाक महीना चल रहा है, जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं और शाम के वक्त इफ्तारी से रोजा खोलते हैं। यहां हम आपको मूंगफली की चटनी की रेसिपी बता रहे हैं जिसे आप पकौड़ों के साथ खा सकते हैं।
इफ्तार पार्टी में तेजस्वी यादव ज्यादातर समय खामोश ही नजर आ रहे थे। उन्हें जदयू की ओर से गर्मजोशी से स्वागत की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा था। नीतीश कुमार को शायद इस बात का एहसास हुआ और इसलिए वह तेजस्वी यादव को छोड़ने उनकी कार तक गए।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के महिला महाविद्यालय परिसर में बुधवार शाम इफ्तार के आयोजन को लेकर छात्रों ने हंगामा किया और नयी परम्परा शुरू करने को लेकर सवाल उठाए। छात्रों ने कुलपति आवास पहुंच कर नारेबाजी की और कुलपति का पुतला भी फूंका।
जानकारी के मुताबिक कुलपति ने बीएसयू ( BHU) के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था।
कांग्रेस मुख्यालय में बीते कई सालों में कोई धार्मिक आयोजन नहीं हुआ है। दो दशक पहले तक जरूर होली, राम नवमी और इफ्तार पार्टी जैसे आयोजन होते थे। सत्ता से बाहर होने के बाद से पार्टी कार्यालय में इस तरह के आयोजनों को बंद कर दिया गया। बताया जाता है कि सलमान खुर्शीद के कहने पर इफ्तारी पार्टी रखी गई है।
ट्वीट के साथ कई तस्वीरें साझा की गई थीं, जिनमें सेना के जवान और आम लोग एक साथ रोजा खोलते नजर आ रहे थे। पर जैसे ही सेना का यह ट्वीट सामने आया कुछ लोग इसको ट्रोल करने लगे। कुछ लोगों को सेना का यह काम पसंद नहीं आया। सेना के धर्मनिरपेक्ष चेहरे का विरोध करने वाले कुछ लोगों द्वारा ट्रोल किए जाने के कुछ घंटों बाद इस ट्वीट को हटा लिया गया।
उन्होंने कहा कि इफ्तार पार्टी का आयोजन सभी राजनीतिक दलों की तरफ से किया जाता है। सभी राजनीतिक दल के लोग एक दूसरे की इफ्तार पार्टी में जाते हैं।
पटना में आज बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी के घर इफ्तार पार्टी हुई। खास बात ये रही कि इस इफ्तार पार्टी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे। बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने घर नीतीश के अलावा दूसरे दलों के दिग्गज नेताओं को भी अपने घर बुलाया था।
राज ठाकरे की हनुमान चालीसा और अजान वाले विषय पर एनसीपी पहले से ही विरोध जता रही है।
मौर्य ने कहा कि उनके शासनकाल में कुम्भ मेला आयोजित किया गया लेकिन वह तब वहां स्नान करने नहीं गए लेकिन बीजेपी की सरकार बनने के बाद अब वह मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मंगलवार को यहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित रोजा इफ्तार के दौरान एकसाथ दिखे...
बता दें कि बिहार में जेडीयू और बीजेपी के रिश्तों को लेकर कयासों का दौर जारी है। पटना में राजनीतिक दलों की इफ्तार पार्टियों ने इसको और हवा दे दी है।
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