बरामद किए गए सभी हथियार और विस्फोटक पूरी तरह से सही स्थिति में हैं और आतंकियों के उपयोग के लिए तैयार थे। बरामद सामान में एके 47 रायफल और पाकिस्तानी मूल की पिस्तौल के राउंड और आरसीआईईडी, टाइम्ड डिस्ट्रक्शन आईईडी, स्टोव आईईडी, आईईडी के लिए विस्फोटक और चीनी ग्रेनेड जैसे विस्फोटक शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से बड़ी खबर सामने आई है। यहां नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी विस्फोट में दो जवान शहीद हो गए। ये धमाका सिलगेर और तेकुलागुडेम के बीच हुआ है।
पाकिस्तान में आईईडी ब्लास्ट से 4 सैनिकों की मौत हो गई है। यह धमाका पाकिस्तान के सबसे अशांत कहे जाने वाले खैबरपख्तूनख्वा प्रांत में हुआ। उस वक्त सेना के जवान गश्त पर थे। तभी वह अचानक इसकी चपेट में आ गए।
सुकमा के गांव में एक IED ब्लास्ट हुआ है, जिसमें कुछ लोगों के घायल होने की खबर है। जानकारी के मुताबिक, ये आईईडी नक्सलियों ने गांववालों के घर में रखी थी।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में तैनात सीएएफ के एक जवान की आईईडी धमाके में मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक नक्सलियों ने ही आईईडी को लगाया था। बता दें कि इससे पहले बीजापुर में ही एक सीएएफ जवान की कुल्हाड़ी से हमला कर नक्सलियों ने हत्या कर दी थी।
तलाशी अभियान बीएसएफ के जवानों ने सुबह एक पाकिस्तानी ड्रोन देखने के बाद शुरू किया था और ड्रोन को गिराने के लिए गोलीबारी की गई थी।
दंतेवाड़ा के बारसूर थाना क्षेत्र में हुए आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ के दो जवान घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों जवान बैनर-पोस्टर हटाने का काम कर रहे थे। इसी दौरान आईईडी ब्लास्ट हो गया।
त्योहारों के समय में आतंकी संगठन जम्मू शहर को दहलाने के प्रयास में लगे हैं कहीं ना कहीं उसी से जुड़ा हुआ यह मामला देखा जा रहा है जिसे लेकर सुरक्षा एजेंसियां जांच कर रही हैं।
केरल के कोच्चि में हुए बम धमाके में 1 व्यक्ति की मौत हो गई है, वहीं 35 से अधिक लोग घायल हुए हैं। एनआईए की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि इस धमाके में इंसेंडियरी डिवाइस का इस्तेमाल किया गया है।
केरल के कोच्चि में स्थित कन्वेंशन सेंटर में एक के बाद एक तीन बम धमाके हुए हैं। पुलिस को इस धमाके में आईईडी के इस्तेमाल के सबूत मिले हैं, ऐसे में दिल्ली से एनएसजी और एनआईए की टीम को घटनास्थल पर जांच के लिए भेज दिया गया है।
केरल के कोच्चि में एक कन्वेंशन सेंटर में एक के बाद एक कई बम ब्लास्ट हुए हैं। यह धमाके रविवार सुबह लगभग 9 बजे हुए हैं। जिस समय यह धमाके हुए, उस समय सेंटर में 2500 से ज्यादा लोग मौजूद थे।
श्रीनगर-कुपवाड़ा हाईवे पर हंदवाड़ा के पास के बड़ा हादसा टल गया है। यहां हाईवे पर आतंकियों ने 10 किग्रा आईडी को एलपीजी सिलेंडरों के साथ जोड़ रखा था। हालांकि यह हादसा टल गया है। आईडी की पहचान तब हुई जब क्षेत्र में मौजूद एक वायु रक्षा इकाई ने इसे डिटेक्ट किया।
पाकिस्तान में कुछ विशेष वर्ग चीन की चाल का समझता है। इसलिए वह नहीं चाहते कि चीन पाकिस्तान को अपना आर्थिक गुलाम बनाए। मगर पाकिस्तान की हुकूमत चीन के हाथों बिकने को तैयार बैठी है। चीनी इंजीनियरों के काफिले पर हुआ घातक हमला बताता है कि बहुत से पाकिस्तानी चीन से नफरत करते हैं।
हैरानी वाली बात यह है कि धमाका लगभग उसी जगह हुआ है, जहां पहले धमाका हुआ था, जिसके बारे में बताया गया था कि यह हेरिटेज स्ट्रीट पर एक रेस्तरां की चिमनी में हुआ था।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) आशुतोष शेखर ने बताया कि जिले के कोर कोल्हान इलाके में 11 जनवरी को शुरू किए गए एक बड़े नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए माओवादी आईईडी लगा रहे हैं।
21 जनवरी को नरवाल धमाके में परफ्यूम IED का इस्तेमाल किया गया था जिसमें 9 लोग घायल हुए थे। पुलिस ने पहली बार घाटी में परफ्यूम आईईडी (Perfume IED) बरामद किया गया है, जो कि काफी खतरनाक होता है।
CRPF और बिहार पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में बिहार के औरंगाबाद जिले में तालाशी के दौरान 162 आईईडी बरामद किए हैं
राजौरी में दहशतगर्द चुन-चुनकर हिंदुओं को मार रहे हैं। आधार कार्ड देख देखकर लोगों को हत्याए कर रहे हैं। फिलहाल सिक्योरिटी फोर्स ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और चप्पे चप्पे की तलाशी ली जा रही है।
IED ब्लास्ट कल राजौरी में हुए आतंकी हमले में मारे गए हिंदुओं के घरों पर हुआ है। हमले में घायल 5 लोगों को अस्पताल ले जाया गया है। फिलहाल गांव में भारी सुरक्षाबल तैनात हैं।
अधिकारियों के मुताबिक सोपोर के तुलीबल में सुरक्षा बलों के एक दस्ते (रोड ओपनिंग पार्टी) ने आतंकवादियों द्वारा लगाए गए आईईडी का मंगलवार सुबह पता लगाया।
संपादक की पसंद