मोदी सरकार ने अपने 8 साल के कार्यकाल के दौरान सेनाओं को लेकर कई बड़े फैसले लिए। फिर चाहें वो रणनीतिक फैसले हों या CDS की नियुक्ति या फिर डिफेंस कॉरिडोर। केंद्र के इन फैसलों ने सेना को काफी मजबूत किया।
आज सुबह चार बजे हिंडन एयरबेस से वायुसेना के C-17 ग्लोबमास्टर विमान को रवाना किया गया।
S-400 वायु रक्षा प्रणाली को भारत द्वारा लगभग 35,000 करोड़ रुपये के सौदे में कॉन्ट्रैक्ट किया गया था और साथ ही 400 किमी तक हवाई खतरों से निपटने के लिए भारत को 5 स्क्वाड्रन प्रदान किए जाएंगे।
सेना ने कहा कि पार्थिव शरीर को हवाई मार्ग से ले जाया जाएगा और उचित सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। शेष पार्थिव शरीरों की सकारात्मक पहचान की प्रक्रिया जारी है।
हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे की जांच एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में तीनों सेनाओं के एक संयुक्त दल ने जांच शुरू कर दी है।
हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स, फ्लाइट डेटा रेकॉर्डर (एफडीआर) और कॉकपिट वॉइस रेकॉर्डर (सीवीआर) बृहस्पतिवार को बरामद किया गया।
सूत्रों का कहना है कि इस वक्त सरकार का पूरा फोकस घायल ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के ईलाज पर है। वरूण ठीक होने के बाद बताने की स्थिति में होंगे कि हादसा कैसे हुआ।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि MI-17V5 हेलिकॉप्टर सुलूर से वेलिंगटन के लिए रवाना हुआ और चालक दल सहित हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। CDS जनरल बिपिन रावत वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे।
प्रधानमंत्री को एनसीसी के पूर्व छात्रों के संघ के पहले सदस्य के रूप में पंजीकृत किया गया है।
पूर्वी अरुणाचल प्रदेश में भारतीय वायुसेना के Mi17 हेलीकॉप्टर की क्रैश लैंडिंग की खबर है। सूत्रों के मुताबिक हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 19 नवंबर को उत्तर प्रदेश के झांसी में भारतीय वायु सेना को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा डिजाइन और विकसित लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH) सौंपेंगे।
ऐसा पहली बार होगा जब भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग का इस्तेमाल आपात स्थिति में विमान उतारने के लिए किया जाएगा।
अचानक हेलीकॉप्टर के खेत में उतरने से देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। हेलीकाप्टर के साथ लोग सेल्फी लेने लगे। मौके पर राजपुर थाने की पुलिस भी मुस्तैद है।
राजस्थान के बाड़मेर में बुधवार को भारतीय वायुसेना (IAF) का MiG-21 Bison लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने एक ऐसी आधुनिक तकनीक तैयार की है भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों को रडार की पकड़ में आने से बचाएगी।
भारतीय वायु सेना ने पश्चिम बंगाल के हासीमारा वायुसैनिक अड्डे पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया की उपस्थिति में पूर्वी वायु कमान की 101 स्क्वाड्रन में औपचारिक तौर पर राफेल लड़ाकू विमानों को शामिल किया।
जम्मू हवाई अड्डा परिसर में स्थित वायुसेना स्टेशन पर विस्फोटकों से लदे दो ड्रोनों के गिरने के बाद हुए धमाके के बाद रविवार को गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा कि वर्ष 2022 तक भारतीय वायुसेना 36 राफेल विमानों को शामिल करेगी।
भारतीय वायुसेना शनिवार को सिंगापुर से चार क्रायोजेनिक कंटेनर लेकर आई जिनका इस्तेमाल प्राणवायु के परिवहन के लिए किया जाएगा।
आज शनिवार को एक बोइंग विमान में दो ऑक्सीजन टैंकर एयरलिफ्ट कर गुजरात के जाम नगर भेजे गए हैं। जहां से रिफिल होने के बाद फिर से एयरलिफ्ट कर जोधपुर लाया जाएगा।
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