हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने एक बयान में कहा कि इनपुट लागत में वृद्धि, प्रतिकूल विनिमय दर और लॉजिस्टिक्स लागत में बढ़ोतरी के चलते कीमतों में वृद्धि जरूरी हो गई है।
कंपनी ने कहा कि ये सुविधाएं ग्रुप के खुद के इस्तेमाल के तहत संचालित होंगी, जिसमें इंजीनियरिंग, खरीद, निर्माण, परिचालन और रखरखाव के लिए एक स्पेशल यूनिट (एसपीवी) का गठन किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में हुंडई मोटर इंडिया की 26 प्रतिशत और FPEL की 74 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी होगी।
हुंडई मोटर इंडिया की अक्टूबर महीने में कुल बिक्री 2 प्रतिशत बढ़कर 70,078 यूनिट हो गई, जो पिछले साल इसी महीने में 68,728 यूनिट थी।
आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) पूरी तरह से प्रवर्तक हुंडई मोटर कंपनी (एचएमसी) द्वारा 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) थी, जिसमें कोई नया निर्गम घटक नहीं था।
निवेशकों को लिस्टिंग में झटका देने के बाद हुंडई मोटर इंडिया के शेयरों का भाव यहीं नहीं रुका और इसमें लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
निवेशकों के बेहद फीके रिस्पॉन्स की वजह से ही ग्रे मार्केट में भी हुंडई मोटर इंडिया के शेयरों को कोई पूछने वाला नहीं था। पिछले हफ्ते शुक्रवार को हुंडई मोटर इंडिया का जीएमपी प्राइस पहली बार नेगेटिव में पहुंच गया।
आईपीओ बंद होने के बाद आज यानी शुक्रवार, 18 अक्टूबर को शेयरों का अलॉटमेंट किया जाएगा। आईपीओ के लिए सब्सक्राइब करने वाले निवेशकों को आज किसी भी समय शेयरों का अलॉटमेंट किया जा सकता है।
आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) पूरी तरह से प्रमोटर हुंडई मोटर कंपनी (HMC) द्वारा 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री के लिए पेशकश (OFS) है, जिसमें कोई नया निर्गम घटक नहीं है।
आईपीओ के फंडामेंटल्स और निवेशकों से मिल रहे तवज्जो के आधार पर ग्रे मार्केट में भी हुंडई मोटर इंडिया के शेयरों को कोई नहीं पूछ रहा। ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयरों का भाव दिन-प्रतिदिन गिरता ही चला जा रहा है।
दो दिन बीत जाने के बाद भी इस आईपीओ को सिर्फ 42 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन ही मिला है। जहां एक तरफ कुछ आईपीओ खुलने के कुछ घंटों में ही पूरी तरह से सब्सक्राइब हो जाते हैं, वहीं दूसरी ओर ये आईपीओ दो दिन में आधा भी सब्सक्राइब नहीं हुआ है।
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) ने सोमवार को एंकर निवेशकों से 8,315 करोड़ रुपये जुटाए थे। यह भारत में सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
हुंडई मोटर इंडिया का व्यापक सर्विस नेटवर्क और मजबूत वित्तीय प्रदर्शन ने कंपनी को एसयूवी सेगमेंट अग्रणी बनाए रखा है। एसयूवी की घरेलू बिक्री में कंपनी की मार्केट हिस्सेदारी लगातार बढ़ती चली गई है।
हुंडई इंडिया मोटर आईपीओ के जीएमपी प्राइस में 89 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की जा चुकी है और ग्रे मार्केट में शेयरों का प्रीमियम 570 रुपये से गिरते-गिरते 45 रुपये (3 प्रतिशत) पर आ गया है।
हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ आज यानी 15 अक्टूबर को खुल रहा है और ये आईपीओ 17 अक्टूबर को बंद होगा। हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ, भारत के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
हुंडई मोटर इंडिया ने आईपीओ के जरिये 27,870.2 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। फर्म ने अपने कर्मचारियों के लिए 7,78,400 इक्विटी शेयर रिजर्व किए हैं।
हुंदै मोटर इंडिया ने अपने आईपीओ के तहत प्रत्येक शेयरों के लिए 1865 से 1960 रुपये का प्राइस बैंड फिक्स किया है। इस लिहाज से रिटेल निवेशकों को एक लॉट में सिर्फ 7 शेयर ही मिल पाएंगे।
यह आईपीओ भारतीय उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दो दशक के बाद कोई ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चरर कंपनी अपना आईपीओ ला रही है। इससे पहले जापान की वाहन विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी 2003 में आईपीओ लाई थी।
दक्षिण कोरिया की ऑटोमोबाइल कंपनी हुंदै की भारतीय सब्सिडरी कंपनी हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड ने जून में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास आईपीओ की मंजूरी के लिए आवेदन किया था। सेबी ने हुंदै मोटर इंडिया को 24 सितंबर को आईपीओ लाने की मंजूरी दी थी।
यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। हुंडई मोटर इंडिया का प्लान IPO के जरिए भारतीय शेयर बाजार से 3 अरब डॉलर (करीब 25,000 करोड़ रुपये) जुटाने का है। अभी तक देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने का खिताब एलआईसी के पास है।
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