जम्मू-कश्मीर सरकार ने घाटी के 18 हुर्रियत नेताओं और 160 राजनीतिज्ञों को दी गई सुरक्षा वापस ली है। इसके साथ ही 160 से ज्यादा राजनीतिज्ञों का सुरक्षा कवच भी छीन लिया गया है।
सरकारी अधिकारियों ने कहा है कि जमात-ए-इस्लामी (जेईएल) ही जम्मू कश्मीर राज्य के सबसे बड़े आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन और हुर्रियत कांफ्रेंस के गठन के लिए जिम्मेदार है।
जम्मू कश्मीर सरकार ने पाकिस्तान परस्त हुर्रियत नेताओं को एक और बड़ा झटका दिया है। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के पांच प्रमुख नेताओं की सुरक्षा वापस लेने के बाद अब सरकार ने सभी 18 हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा को वापस ले लिया है।
पुलवामा हमले के बाद सरकार ने 18 अलगावादी नेताओं की सुरक्षा वापस ली
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर में अलगाववादी नेताओं को दी गई सुरक्षा को हटाए जाने का फैसला किया था।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) काफिले पर हुए हमले के बाद सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए रविवार को मीरवाइज उमर फारुक समेत पांच अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई है।
रावत ने बुधवार को कहा था कि ऐसे वक्त में जब अमेरिका और रूस की तरह आतंकवादी संगठनों के साथ बातचीत की जानी चाहिए लेकिन बिना किसी पूर्व शर्त के।
सत्यपाल मलिक ने वहां की अलगाववादी पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पाकिस्तान से पूछे बिना टॉयलट भी नहीं जाते
राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती तक ने मन्नान की मौत को एक नुकसान बताया है
भावुक पत्र में सुजेन और सुंदास शाह ने तिहाड़ में अपने बीमार पिता से मुलाकात का जिक्र किया और कहा कि यह उन्हें पाकिस्तान की जेल में बंद कथित भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी की उनसे मुलाकात की स्थिति की याद दिलाता है...
पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या में हुर्रियत का हाथ होने का शक
इस कश्मीरी नौजवान ने बातों बातों में हुर्रियत की पोल खोल के रख दी है।
जम्मू-कश्मीर में फैली अशांति के लिए युवक ने हुर्रियत नेताओं को ज़िम्मेदार ठहराया
ये संयुक्त बयान उस समय आया है जब कुछ दिन पहले ही अपने कश्मीर दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि उनकी नजर में कश्मीर समस्या का एक ही रामबाण इलाज है और वो है विकास।
यदि हुर्रियत आगे आता है तो हमें उनसे बात करने में कोई ऐतराज नहीं।
Pakistan invites Hurriyat leaders to attend Pakistan Day function on March 23.
प्रशासन ने शनिवार को कश्मीरी अलगाववादी नेताओं द्वारा श्रीनगर में वरिष्ठ हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के घर पर मानवाधिकार उल्लंघन पर संगोष्ठी आयोजित करने की इजाजत नहीं दी।
हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासीन मलिक ने संयुक्त रूप से शुक्रवार को चोटी काटने की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ राज्यव्यापी प्रदर्शन बुलाया है।
पुलिस के मुताबिक वटाली को शुक्रवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा। एनआईए ने एक स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा, सर्च में जो दस्तावेज मिले हैं उसमें वटाली के विदेशी फंडिंग की रसीदें मिली हैं, इस फंड को भारत विरोधी कामों के लिए आतंकवादि
Peace in Kashmir can only be possible when govt has a dialogue with Hurriyat leaders: Manish Tiwari | 2017-08-13 14:12:36
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