चीन के शंघाई जिआओ तोंग विश्वविद्यालय के जिंगजिंग सन सहित दूसरे शोधकर्ताओं के अनुसार, हाइपोथैलेमस के क्षेत्र के कार्य की जानकारी को न्यूक्लियस ट्यूबरेलिस लेटेरेलिस (एनटीएल) कहा जाता है, एनटीएल की जानकारी दुर्लभ है।
मैंने भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला किया। कोई रणनीति नहीं थी , धीरे धीरे पूरे देश में लोग इस आंदोलन से जुड़ते गये। उसे इतना बल मिला कि प्रधानमंत्री को भारत लौटने के बाद कानून में संशोधन करना पड़ा। मैं इस जीत के लिए भारत के लोगों को बधाई देते हैं।
कठुआ और उन्नाव रेप के विरोध में स्वाति मालीवाल का अनशन
7 साल की एक ऐसी बच्ची का भी केस सामने आया जो 5 दिन से भूखी थी…
केजरीवाल ने पिछले महीने की शुरुआत में कहा था कि यदि दिल्ली में जारी सीलिंग पर 31 मार्च तक रोक नहीं लगाई गई तो वह भूख हड़ताल शुरू करेंगे...
समाजसेवी अन्ना हजारे ने अपना अनशन तोड़ दिया। केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अनशन स्थल पर पहुंचकर अन्ना को सरकार की तरफ से उनकी मांगों को पूरी करने का आश्वासन दिया।
अन्ना को मनाने के लिए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस दिल्ली के रामलीला मैदान पहुंचे थे। यहां अन्ना हजार पिछले 7 दिनों से अनशन पर थे..
"दोपहर तीन बजे जब अन्ना जी के स्वास्थ्य की जांच की गई तो उनका ब्लड प्रेशर 186/100 थी। लोकनायक जय प्रकाश अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक, उनके शरीर में रक्त ग्लूकोज का स्तर घट गया है।"
अन्ना हजारे केन्द्र में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 23 मार्च से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं...
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने केंद्र सरकार द्वारा उनकी मांगों को लेकर भेजे गए मसौदे को निर्थक बताते हुए अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल को जारी रखने का फैसला किया है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "मुझे बताया गया है कि सरकार एक मसौदा भेजने जा रही है। मैं इस पर कोर कमेटी में चर्चा करूंगा।"
संयुक्त राष्ट्र की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में भूख के कारण मरने के कगार पर पहुंच गए लोगों की संख्या पिछले साल बढ़कर 12 करोड़ 40 लाख हो गई...
आज से अन्ना हजारे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। आपको बता दें कि अन्ना किसानों की सात मांगों को लेकर दोबारा आदोंलन कर रहे हैं।
Rickshaw pullers dies of starvation in Jharkhand
पिछले छह वर्ष से नजरबंद चल रहे ईरान के विपक्षी नेता मेहदी करोबी ने सुनवायी की तिथि निर्धारित करने की मांग कर भूख हड़ताल की जिसके बाद हालत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मेधा सहित अन्य की तबीयत बिगड़ने पर जिला प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और चिकित्सकों का दल जांच के लिए भेजा, चिकित्सकों के दल ने पाया है कि मेधा सहित लगभग सभी का रक्तचाप काफी कम हो गया है, इतना ही नहीं शरीर में पानी की कमी है। इस स्थिति में उन्हें अस्पता
Shivraj Singh Chouhan to begin indefinite fast from tomorrow to sort out differences with farmers | 2017-06-09 18:01:31
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