आंदोलनरत डॉक्टरों का कहना है कि हमसे किए गए वादे पूरे होने तक हम यह भूख हड़ताल जारी रखेंगे। सत्तारूढ़ पार्टी के कुछ नेता हमारे आंदोलन का मजाक बना रहे हैं लेकिन हम उन्हें बताना चाहते हैं कि इसमें कुछ भी फर्जी नहीं है।
तमिलनाडु में काम की तलाश में गए समर खान की तबीयत बहुत खराब हो गई थी और उसे कई दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया था। एक अक्टूबर को समर खान ने दम तोड़ दिया।
मोतीलाल नाइक ने गांधी अस्पताल में 9वें दिन भूख हड़ताल समाप्त की। उन्होंने विरोध प्रदर्शन को और तेज करने की शपथ ली, लेकिन अब विरोध का तरीका अलग होगा।
दिल्ली में पानी के संकट को लेकर आतिशी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठी हुई थीं। मंगलवार तड़के उनकी तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है।
दिल्ली की जल मंत्री आतिशी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह पिछले पांच दिनों से कुछ भी नहीं खा रही हैं और हरियाणा से दिल्ली के हिस्से का पानी जारी करने की मांग पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। आप का आरोप है कि हरियाणा सरकार दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं दे रही है।
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी के अनशन का आज दूसरा दिन है। इस बीच भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आतिशी की भूख हड़ताल पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भी जेल में ही रहेंगे अरविंद केजरीवाल.. ईडी की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा दिल्ली जल संकट को लेकर सियासत तेज..अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठीं मंत्री आतिशी
ग्लोबल रिपोर्ट ऑन फूड क्राइसिस ने जो रिपोर्ट जारी है वो दुनिया के तमाम देशों की दयनीय हालत को बयान करने के लिए काफी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कितने लोग भूख से तड़पने को मजबूर हुए हैं।
गुजरात में एक राजपूत महिला नेता ने केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला को राजकोट लोकसभा सीट से BJP के उम्मीदवार के रूप में हटाने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी पर दबाव बनाने के लिए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि विश्व भर में 78 करोड़ से अधिक लोग भूख का सामना कर रहे हैं, उससे भी बड़ी परेशान करने वाली यह बात है कि ऐसे हालात के बावजूद वैश्विक स्तर पर 19 फीसदी खाद्य की बर्बादी हो गई। यूएन की इस रिपोर्ट ने वैश्विक लापरवाही की कलई खोल दी है।
अफ्रीकी देश सूडान में 11 महीने से हिंसक लड़ाई के कारण भूख का संकट गहरा गया है। इसे लेकर यूएन की मानवीय सहायता एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। भुखमरी के कारण 1.8 करोड़ लोगों के सामने पेट भरने का संकट खड़ा हो गया है। 7 लाख बच्चे कुपोषण का शिकार हो गए हैं।
पाकिस्तान बुरी तरह गरीबी और भुखमरी के चंगुल में फंस चुका है। 1 वर्ष के दौरान विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार 39.4 फीसदी गरीब बढ़ गए हैं। पाकिस्तान की कुल जनसंख्या 23 करोड़ है और इनमें से 9.5 करोड़ लोग गरीबी में जी रहे हैं। इससे पाकिस्तान की बदहाली का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
भूख से बिलबिलाता पाकिस्तान, दो रोटी को मोहताज पाकिस्तान, अपनी बदहाली पर आंसू बहाता पाकिस्तान अब और बुरे हाल में फंसने वाला है। पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों के चलते भारत उसके साथ सिंधु नदी जल समझौते को रद्द करने वाला है। इससे पाकिस्तान के प्यासे मरने की नौबत आने वाली है।
शरीर को फिट रहने के लिए हेल्दी फूड की जरूरत होती है लेकिन कई बार खाना खाने के बाद भी भूख नहीं मिटती है। आइए जानते हैं ये किन बीमारियों का संकेत है।
सूडान में भूख और बीमारी से तड़पकर 71 बच्चों की दर्दनाक मौत ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ भी इस दर्दनाक वाक्ये से हैरान है। इस बीच 300 से अधिक बच्चों को भूख और बीमारी से बचाने के लिए सुरक्षित ठिकाने पर ले जाया गया है।
इससे पहले रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उन्होंने वसुंधरा राजे के सीएम रहते हुए घोटालों पर कार्रवाई नहीं करने के मुद्दे को उठाया था।
युद्ध और महामारी के चलते दुनिया में तेजी से फैल रही भुखमरी और अस्थिरता ने संयुक्त राष्ट्र को भी हैरान कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित प्रमुख ने शुक्रवार को चेताया।
पाकिस्तान में फैला भुखमरी का संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पाकिस्तान को भीख के कटोरे में अमेरिका और सऊदी अरब ने कुछ मदद की तो लगा कि शायद भूख से तड़पते लोगों को कुछ सुकून मिल जाए, लेकिन किस्मत ने फिर दगा दे दिया है। लिहाजा अब सऊदी अरब और पाकिस्तान की मदद के बावजूद पाकिस्तान के भूखों मरने की मजबूरी गले पड़ गई है।
अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी की बेटी शर्मिला ने ‘पदयात्रा’ की मंजूरी न दिए जाने के खिलाफ शुक्रवार को हुसैन सागर झील के पास आंबेडकर प्रतिमा पर एक ज्ञापन सौंपा था और वहां अनशन शुरू करने का एलान किया था।
Global Hunger Index 2022: ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2022 की ताजा रिपोर्ट पर केंद्र सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई है। भारत सरकार ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत को 107वें स्थान पर रखना देश की छवि को खराब करने जैसा है।
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