छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने पुलिस से मुठभेड़ के दौरान नाबालिगों सहित कई ग्रामीणों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया। इस दौरान गोलीबारी में 4 नागरिक घायल हो गए।
करीब दो वर्ष पहले श्रीनगर में जब लोकसभा उपचुनाव हो रहे थे तो फारूक अहमद डार को सेना के जवानों ने ‘मानव कवच’ के तौर पर इस्तेमाल किया था लेकिन इस बार वह चुनावी ड्यूटी पर तैनात हैं।
आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने नेताओं और राजनीतिक विश्लेषकों की आलोचनाओं को दरकिनार करते हुए कहा है कि भारतीय सेना आमतौर पर मानव कवच (ह्यूमन शील्ड) का प्रयोग नहीं करती, लेकिन अधिकारियों को परिस्थितियों के अनुसार कदम उठाने पड़ते हैं।
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