सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन और हूती विद्रोहियों के बीच यह युद्ध वर्षों से जारी है, जिसने दुनिया का सबसे खराब मानवीय संकट उत्पन्न कर दिया है।
सउदी नीत सैन्य गठबंधन की 2015 से यमन में ईरान समर्थित शिया (हूती) विद्रोहियों से लड़ाई चल रही है।
दुनिया के दो कट्टर दुश्मन देश सऊदी अरब और ईरान अपनी दुश्मनी को भुलकर दोस्ती का हाथ आगे बढ़ा रहे हैं। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने बुधवार को कहा कि उनका देश करीबी प्रतिद्वंद्वी सऊदी अरब के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने के लिए तैयार है।
2014 में ईरान समर्थित हूतियों ने कई उत्तरी यमनी प्रांतों पर कब्जा कर लिया था और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त राष्ट्रपति अब्द-रब्बू मंसूर हादी को राजधानी सना से बाहर कर दिया था।
अमेरिका के यमन के हूती विद्रोहियों पर से आतंकी संगठन होने का दर्जा हटाए जाने के फैसले के बाद हूती विद्रोहियों ने सऊदी अरब पर बड़ा हमला किया है। हूती विद्रोहियों ने दक्षिण पश्चिम सऊदी अरब में अभा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को निशाना बनाते हुए हमला किया।
अमेरिका की नीति में बदलाव को उसके सामरिक साझेदार सऊदी अरब के लिए झटके के रूप में देखा जा रहा है।
यमन के अदन में एयरपोर्ट पर बुधवार को हुए भीषण विस्फोट के लिए प्रधानमंत्री ने देश के शिया विद्रोहियों और ईरान को जिम्मेदार ठहराया है।
यमन के अधिकारियों और कबायली नेताओं ने शनिवार को कहा कि मारिब प्रांत और होदेइदा में पिछले 3 दिनों में सरकारी सुरक्षा बलों और हूती विद्रोहियों के बीच संघर्ष में 23 लोग मारे गए।
यमन के होदैदा शहर में हूती विद्रोहियों के नियंत्रण वाले कोर्ट ने 'सऊदी अरब के लिए जासूसी' करने के आरोप में 16 लोगों को मौत की सजा सुनाई है।
यमन के सरकारी बलों ने केंद्रीय प्रांत अल-बायदा में 40 से अधिक हूती विद्रोहियों को मार दिया है। इसके अलावा सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने भी हवाई हमलों में कई विद्रोहियों को मार गिराया है।
सऊदी अरब के समर्थन वाले गठबंधन द्वारा उत्तरी यमन में किए गए हवाई हमलों में कई महिलाओं समेत 9 बच्चों की मौत हो गई।
ईरान की कुद्स आर्मी के चीफ मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की अमेरिकी हमले में मौत के बाद से ही दुनिया में मध्य-पूर्व को लेकर तमाम शंकाएं और आशंकाएं हैं।
यमन के मारिब में आर्मी कैंप में एक मस्जिद पर मिसाइल और ड्रोन हमले में 100 से अधिक सैनिकों की जान चली गई।
यमन के हूती विद्रोहियों ने दावा किया है कि उन्होंने एक बड़े हमले को अंजाम देते हुए सऊदी अरब के कम से कम 500 सैनिकों को मार डाला है।
यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र के दूत ने हुती विद्रोहियों द्वारा सऊदी अरब पर सभी हमले रोकने के फैसले का शनिवार को स्वागत किया।
सऊदी में तेल की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी के 2 संयंत्रों पर बीते शनिवार को ड्रोन से हमला किया गया था।
सऊदी अरामको सऊदी अरब की राष्ट्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस कंपनी है। यह राजस्व के मामले में दुनिया की कच्चे तेल की सबसे बड़ी कंपनी है।
सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने रविवार को कहा कि उसने यमन में दक्षिणी अलगाववादियों के खिलाफ हमले शुरू कर दिए हैं।
यमन के दक्षिणी बंदरगाह शहर अदन में हूती विद्रोहियों ने सेना के एक शिविर मिसाइल और शहर के एक अन्य हिस्से में एक पुलिस थाने पर आत्मघाती हमला किया।
सऊदी अरब पर ईरान के समर्थन वाले हूती विद्रोहियों ने एक बार फिर हमला बोला है।
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